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ठंडी के मौसम में पांव की उंगलियों में सूजन बढ़ा सकती है परेशानियां

Toes Swelling : ठंड का मौसम सिर्फ रोगों व संक्रमणों की आशंका ही नहीं बढ़ाता है बल्कि लोगों के लिए और भी कई तरह की समस्याएं बढ़ा देता है. इस मौसम में पांव की उंगलियों में सूजन, खुजली या जलन की समस्या भी बहुत ज्यादा देखने में आती है. जो कई बार पीड़ित के लिए परेशानियां बहुत ज्यादा बढ़ा भी सकती है.

Swelling in toes can increase problems in cold weather
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 1, 2024, 2:01 PM IST

Updated : Jan 2, 2024, 7:19 AM IST

हैदराबाद : ठंड के मौसम में पांव की उंगलियों में सूजन की समस्या काफी लोगों को परेशान करती है. हालांकि सामान्य परिस्थितियों में इसे गंभीर रोग या समस्या नहीं माना जाता है लेकिन सूजन के कारण पांव की उंगलियों में जलन, दर्द या कई बार जख्म लोगों की परेशानियां काफी ज्यादा बढ़ा सकते हैं. उत्तराखंड के देहरादून शहर के फिजिशियन डॉक्टर रितेश चौधरी बताते हैं कि ठंडी के मौसम में देश के ऐसे इलाके जहां ठंड बहुत ज्यादा पड़ती है , लोगों में यह समस्या ज्यादा देखने में आती है.

क्या है कारण तथा प्रभाव : वह बताते हैं कि हालांकि कभी-कभी कुछ शारीरिक समस्याएं, अवस्थाएं या रोग भी पांव की उंगलियों में सूजन, खुजली या दर्द का कारण बन सकते हैं . लेकिन सर्दियों में इस समस्या के लिए सामान्य तौर पर ज्यादा ठंड के कारण नसों में सिकुड़न तथा रक्त के प्रवाह पर असर को जिम्मेदार माना जा सकता है. वह बताते हैं कि कई बार शरीर में कुछ विशेष प्रकार के पोषक तत्व जैसे विटामिन बी12, विटामिन बी6 और विटामिन बी9 या फोलिक एसिड की कमी होने पर भी पैरों में जलन और मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्या होने लगती है. वहीं मधुमेह, थायराइड या हाइपोथायरायडिज्म के कारण भी पांव में जलन या Swelling in toes जैसी समस्याएं ट्रिगर हो सकती हैं. इसके अलावा रूमेटाइड अर्थराइटिस , गाउट, लाइम डिजीज, स्केलोडर्मा और सिफलिस जैसे कुछ रोगों व संक्रमणों में भी यह समस्या देखने में आ सकती है.

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डॉक्टर रितेश चौधरी बताते हैं कि सर्दियों में यह समस्या आमतौर पर तब ट्रिगर होती है जब ज्यादा ठंड होने पर शरीर में नसों व रक्त वाहिकाओं में सिकुड़न होने के कारण पांव में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित या कम होने लगता है. ऐसे में आमतौर पर उंगलियों में सूजन आ सकती है. जिसके ज्यादा बढ़ने पर पांव में खुजली , दर्द और उंगलियों के लाल होने जैसी समस्या होने लगती है. वहीं अगर समय रहते इस समस्या पर नियंत्रण के लिए प्रयास ना किया जाय तो सूजन, दर्द व खुजली ज्यादा बढ़ सकती है . आमतौर पर इस अवस्था में उंगलियों की त्वचा का रंग लाल हो जाता है, लेकिन कभी-कभी उंगलियों का रंग गहरा भी हो सकता है . वहीं कई बार ज्यादा खुजली होने पर उंगलियों को ज्यादा खुजलाने पर या कई बार ज्यादा सूजन के कारण उंगलियों में घाव भी हो सकते हैं. वह बताते हैं कि कभी-कभी विंटर एलर्जी या लगातार काफी देर तक ऊनी मौजे पहनने तथा ऊन से होने वाली एलर्जी के पांव की त्वचा पर असर के कारण भी यह समस्या हो सकती है. डॉक्टर रितेश चौधरी बताते हैं कि सामान्य तौर पर कुछ बातों का ध्यान रहने से इस अवस्था में काफी आराम मिल सकता है. जिनमें से कुछ इस प्रकार है.

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सावधानियां

  1. गर्म पानी में पैर डालकर बैठने से या सिकाई करने से करने से उंगलियों में सूजन दर्द और खुजली की समस्या में आराम मिलता है.
  2. गुनगुने तेल से या किसी क्रीम से पांव की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जिससे सूजन कम होती है.
  3. अच्छी धूप में थोड़ी देर बिना जुराब के बैठने से जिससे पांव को धूप तथा हवा दोनों मिल सके, इस अवस्था में काफी लाभ मिल सकता है.
  4. ऐसे लोग जिन्हे ऊन से एलर्जी हो उन्हे ऐसे जुराब या किसी अन्य माध्यम से त्वचा को सीधे ऊन के संपर्क में आने से बचाना चाहिए.
  5. भोजन में ऐसे आहार को शामिल करें, जिनमें विटामिन तथा फोलिक एसिड सहित तमाम जरूरी पोषक तत्व मौजूद हों.
  6. भले ही मौसम ज्यादा ठंडा हो और प्यास कम लगती हो, नियमित रूप से शरीर के लिए जरूरी मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है. यदि शरीर जरूरी मात्रा में हाइड्रेट हो तो ना सिर्फ कई तरह की समस्याओं व रोगों से बचा जा सकता है बल्कि शरीर में रक्त का प्रवाह भी बेहतर रहता है. जिससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस समस्या में भी आराम मिलता है.

डॉक्टर रितेश चौधरी बताते हैं कि यदि तमाम सावधानियों के बाद भी समस्या में राहत नहीं मिल रही हो चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी हो जाता है. क्योंकि कई बार समस्या की गंभीरता कई अन्य परेशानियों का कारण भी बन सकती है. खासतौर पर यदि उंगलियों में घाव हो रहे हो तो चिकित्सक की सलाह पर दवा लगाना बहुत जरूरी हो जाता है . अन्यथा इसके चलते लोगों को जूते , जुराब पहनने में भी समस्या हो सकती है. इसके अलावा जिन लोगों हो हमेशा इस प्रकार की समस्या होती हैं उन्हे सर्दी की शुरुआत से पहले ही चिकित्सक से संपर्क करने जरूरी सावधानियों या दवाओं को अपनाना चाहिए.

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हैदराबाद : ठंड के मौसम में पांव की उंगलियों में सूजन की समस्या काफी लोगों को परेशान करती है. हालांकि सामान्य परिस्थितियों में इसे गंभीर रोग या समस्या नहीं माना जाता है लेकिन सूजन के कारण पांव की उंगलियों में जलन, दर्द या कई बार जख्म लोगों की परेशानियां काफी ज्यादा बढ़ा सकते हैं. उत्तराखंड के देहरादून शहर के फिजिशियन डॉक्टर रितेश चौधरी बताते हैं कि ठंडी के मौसम में देश के ऐसे इलाके जहां ठंड बहुत ज्यादा पड़ती है , लोगों में यह समस्या ज्यादा देखने में आती है.

क्या है कारण तथा प्रभाव : वह बताते हैं कि हालांकि कभी-कभी कुछ शारीरिक समस्याएं, अवस्थाएं या रोग भी पांव की उंगलियों में सूजन, खुजली या दर्द का कारण बन सकते हैं . लेकिन सर्दियों में इस समस्या के लिए सामान्य तौर पर ज्यादा ठंड के कारण नसों में सिकुड़न तथा रक्त के प्रवाह पर असर को जिम्मेदार माना जा सकता है. वह बताते हैं कि कई बार शरीर में कुछ विशेष प्रकार के पोषक तत्व जैसे विटामिन बी12, विटामिन बी6 और विटामिन बी9 या फोलिक एसिड की कमी होने पर भी पैरों में जलन और मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्या होने लगती है. वहीं मधुमेह, थायराइड या हाइपोथायरायडिज्म के कारण भी पांव में जलन या Swelling in toes जैसी समस्याएं ट्रिगर हो सकती हैं. इसके अलावा रूमेटाइड अर्थराइटिस , गाउट, लाइम डिजीज, स्केलोडर्मा और सिफलिस जैसे कुछ रोगों व संक्रमणों में भी यह समस्या देखने में आ सकती है.

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डॉक्टर रितेश चौधरी बताते हैं कि सर्दियों में यह समस्या आमतौर पर तब ट्रिगर होती है जब ज्यादा ठंड होने पर शरीर में नसों व रक्त वाहिकाओं में सिकुड़न होने के कारण पांव में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित या कम होने लगता है. ऐसे में आमतौर पर उंगलियों में सूजन आ सकती है. जिसके ज्यादा बढ़ने पर पांव में खुजली , दर्द और उंगलियों के लाल होने जैसी समस्या होने लगती है. वहीं अगर समय रहते इस समस्या पर नियंत्रण के लिए प्रयास ना किया जाय तो सूजन, दर्द व खुजली ज्यादा बढ़ सकती है . आमतौर पर इस अवस्था में उंगलियों की त्वचा का रंग लाल हो जाता है, लेकिन कभी-कभी उंगलियों का रंग गहरा भी हो सकता है . वहीं कई बार ज्यादा खुजली होने पर उंगलियों को ज्यादा खुजलाने पर या कई बार ज्यादा सूजन के कारण उंगलियों में घाव भी हो सकते हैं. वह बताते हैं कि कभी-कभी विंटर एलर्जी या लगातार काफी देर तक ऊनी मौजे पहनने तथा ऊन से होने वाली एलर्जी के पांव की त्वचा पर असर के कारण भी यह समस्या हो सकती है. डॉक्टर रितेश चौधरी बताते हैं कि सामान्य तौर पर कुछ बातों का ध्यान रहने से इस अवस्था में काफी आराम मिल सकता है. जिनमें से कुछ इस प्रकार है.

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सावधानियां

  1. गर्म पानी में पैर डालकर बैठने से या सिकाई करने से करने से उंगलियों में सूजन दर्द और खुजली की समस्या में आराम मिलता है.
  2. गुनगुने तेल से या किसी क्रीम से पांव की मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जिससे सूजन कम होती है.
  3. अच्छी धूप में थोड़ी देर बिना जुराब के बैठने से जिससे पांव को धूप तथा हवा दोनों मिल सके, इस अवस्था में काफी लाभ मिल सकता है.
  4. ऐसे लोग जिन्हे ऊन से एलर्जी हो उन्हे ऐसे जुराब या किसी अन्य माध्यम से त्वचा को सीधे ऊन के संपर्क में आने से बचाना चाहिए.
  5. भोजन में ऐसे आहार को शामिल करें, जिनमें विटामिन तथा फोलिक एसिड सहित तमाम जरूरी पोषक तत्व मौजूद हों.
  6. भले ही मौसम ज्यादा ठंडा हो और प्यास कम लगती हो, नियमित रूप से शरीर के लिए जरूरी मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है. यदि शरीर जरूरी मात्रा में हाइड्रेट हो तो ना सिर्फ कई तरह की समस्याओं व रोगों से बचा जा सकता है बल्कि शरीर में रक्त का प्रवाह भी बेहतर रहता है. जिससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस समस्या में भी आराम मिलता है.

डॉक्टर रितेश चौधरी बताते हैं कि यदि तमाम सावधानियों के बाद भी समस्या में राहत नहीं मिल रही हो चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी हो जाता है. क्योंकि कई बार समस्या की गंभीरता कई अन्य परेशानियों का कारण भी बन सकती है. खासतौर पर यदि उंगलियों में घाव हो रहे हो तो चिकित्सक की सलाह पर दवा लगाना बहुत जरूरी हो जाता है . अन्यथा इसके चलते लोगों को जूते , जुराब पहनने में भी समस्या हो सकती है. इसके अलावा जिन लोगों हो हमेशा इस प्रकार की समस्या होती हैं उन्हे सर्दी की शुरुआत से पहले ही चिकित्सक से संपर्क करने जरूरी सावधानियों या दवाओं को अपनाना चाहिए.

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Last Updated : Jan 2, 2024, 7:19 AM IST
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