वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के लहुराबीर में सोमवार को होलिका दहन से पहले युवाओं ने समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का पोस्टर जलाया. स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा लगातार रामचरितमानस पर दिए जा रहे विवादित बयान से आक्रोशित युवाओं ने विरोध-प्रदर्शन किया. काशी के युवाओं ने पोस्टर जलाने से पहले लहुराबीर पर लगी होलिका की परिक्रमा कर नारेबाजी करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य का पोस्टर जलाया.
स्वामी प्रसाद मौर्य का पोस्टर लेकर विरोध करने वाले युवा अमित चौरसिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं उन्होंने कहा कि जिस तरह से सनातन और रामचरितमानस को लेकर स्वामी प्रसाद लगातार गलत बयान दे रहे हैं. उससे उनकी दुर्बुद्धि प्रदर्शित होती है.
इसको लेकर आज होलिका माता से प्रार्थना की गई है कि होने वाले होलिका दहन में उनकी दुर्बुद्धि और अहंकार के साथ जितने सनातन विरोधी हैं, सभी के दुर्बुद्धि का दमन और दहन हो जाए. स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान युवा गणेश चौरसिया, अनूप चौरसिया, साहिल गुप्ता, पियूष बरनवाल, सौरभ गुप्ता, विकास तिवारी, श्रेयांश जायसवाल, विकास चौरसिया, उमेश गुप्ता, शुभम गुप्ता सहित दर्जनों युवा मौजूद रहे.
बता दें कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि 'रामचरितमानस एक जातिवादी ग्रंथ है, इसलिए इसको बैन कर देना चाहिए.' इसके बाद से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लोगों में उबाल है. हालांकि, इस बयान को लेकर सपा में ही दो मत हैं. कुछ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में बात करते हैं तो कई ऐसे भी हैं जो कहते हैं कि ये उनका निजी बयान है. इस बयान के बाद से लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियां भी तेज हो गई हैं.