वाराणसी: हिंदू धर्म में सावन (sawan) का खास महत्व होता है. इस पवित्र महीने में हर शख्स भोले भंडारी (lord shiva) को खुश करने के लिए अलग-अलग तरीके से आराधना करता है. भोलेबाबा स्वभाव से ही बहुत सरल प्रकृति के माने जाते हैं. जो श्मशान में बसते हैं और उनके शरीर पर भस्म लिपटी रहती है. ऐसे में भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए अगर आप अपनी राशि और ग्रह नक्षत्रों के हिसाब से पूजा करेंगे तो बाबा आपकी मनोकामना जल्द पूरी करेंगे. इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि 12 राशियों के जातकों को अपनी राशियों के ग्रह-नक्षत्रों की चाल के अनुसार शिव को प्रसन्न करने के लिए क्या करें, किस रंग के वस्त्र धारण करके पूजन करें और भगवान शिव को क्या अर्पित करें.
ज्योतिषाचार्य पंडित प्रसाद दीक्षित का कहना है कि शिव ऐसे देवता हैं जो छोटी पूजा से भी संतुष्ट हो जाते हैं, लेकिन यदि शिव का पूरा आशीर्वाद चाहिए और अपने जीवन में खुशहाली के साथ प्रसन्नता लानी है तो राशि के अनुसार शिव की आराधना विशेष फलदाई मानी जाती है. 12 राशियों में हर राशि का ग्रह स्वामी अलग है, इसलिए कपड़ों के रंग, शिव को अर्पित करने की सामग्री और पूजन का तरीका सब कुछ ग्रह नक्षत्रों के हिसाब से यदि हो तो शिव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसलिए अलग-अलग राशियों के अनुसार शिव के पूजन का भी तरीका अलग है. मेष से लेकर मीन राशि के जातक भगवान शिव को अलग-अलग तरीके से प्रसन्न कर सकते हैं.
सावन में भोले की ऐसे करें पूजा. मेष- इस राशि के जातकों को भगवान शिव की आराधना के वक्त लाल रंग का वस्त्र धारण करना चाहिए. इस राशि का स्वामी मंगल है और मंगल लाल रंग से प्रसन्न होते हैं. इसलिए शिव आराधना के वक्त लाल रंग के वस्त्र पहनकर भगवान शिव को गन्ने का रस अर्पित करें. इससे विशेष लाभ प्राप्त होगा और शिव के सामने बैठकर ध्यान मग्न होते हुए ॐ नमः शिवाय का जप करें.
वृषभ- इस राशि के जातक क्रीम कलर के वस्त्र धारण करके भगवान भोले की आराधना करें. याद रखें पूर्वा विमुख या उत्तरा विमुख होकर पूजन आपको सर्वाधिक लाभ देगा. सावन में शिव आराधना के लिए आप पार्थिव शिवलिंग का निर्माण करें और इसका ही पूजन करें तो अत्यधिक लाभ मिलेगा.
मिथुन- इस राशि के जातक पूर्वा विमुख होकर भगवान शिव का पूजन करें और हरे रंग के वस्त्र धारण करें साथ ही भगवान शिव को भस्म अर्पित करें. चिता भस्म भगवान शिव को अति प्रिय है जो आपको विशेष फल तो देगी ही साथ ही रुके हुए काम भी पूरे होंगे.
कर्क- इस राशि के जातक सिल्क का श्वेत वस्त्र पहनकर उत्तरा विमुख होकर भगवान शिव की आराधना करें. उत्तर दिशा चंद्रमा की होती है और भगवान शिव के मस्तक पर भी चंद्रमा विद्यमान है, इसलिए उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके पूजा करने से आपको शांति और संपन्नता मिलेगी और भगवान शिव को शहद अर्पित करेंगे तो विशेष लाभ मिलेगा.
सिंह- इस राशि के जातक गुलाबी रंग का वस्त्र धारण करें और भगवान शिव का षोडशोपचार पूजन करें. सभी सामग्री को पूजन में शामिल करें, इससे आपके दुख दर्द दूर होंगे और विशेष लाभ भी मिलेगा.
कन्या- इस राशि के जातक हल्का आसमानी रंग के वस्त्र धारण करके पूर्वा विमुख या उत्तरा विमुख होकर शिव की आराधना करें. प्रदोष काल में गाय के दूध से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से आपके दुश्मनों को मुंह की खानी पड़ेगी और आर्थिक लाभ भी होगा.
तुला- इस राशि के जातकों को पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए. श्वेत वस्त्र धारण करें और बेलपत्र चढ़ाकर गन्ने के रस में गंगा जल मिलाकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें. सर्वाधिक लाभ की प्राप्ति होगी.
वृश्चिक- इस राशि के जातक लाल रंग के वस्त्र धारण करके शिव की आराधना करें. याद रखें शिवपूजन पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके ही करें. आप अति रूद्र, महारुद्र या लघु रुद्र का पाठ करें या किसी पंडित से करवाएं इससे अत्यधिक लाभ की प्राप्ति होगी.
धनु- इस राशि के जातकों को हल्के पीले रंग का वस्त्र धारण करके शिव आराधना करनी है. पूर्व दिशा की ओर मुख करके शिव पूजन करें. पूजन में खड़ी हल्दी का इस्तेमाल करें. इससे आपके जीवन में खुशहाली आएगी और शत्रु पर विजय भी मिलेगी.
मकर- इस राशि के जातकों को शिव आराधना करने से चारों दिशाओं से लाभ मिलने वाला है. इसलिए नीले रंग के वस्त्र को धारण करके गाय के घी को रुद्राभिषेक में शामिल करें सर्वाधिक लाभ की प्राप्ति होगी.
कुंभ- इस राशि के जातक हल्के बैंगनी रंग के वस्त्र धारण करके शिव की आराधना करें. पूजन में गाय का घी, धतूरा, भांग अवश्य शामिल करें. शिव को यह सभी अर्पित करें इससे आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होने वाली है.
मीन- इस राशि के जातकों को शिव के ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप सावन में प्रतिदिन करना होगा. पूजन में हल्दी को शामिल करें जिससे आप को शत प्रतिशत लाभ मिलेगा. पूजन करते वक्त आप उत्तर दिशा की तरफ मुख करें ताकि शिव प्रसन्न हो.