वाराणासी: जिले सेवापुरी मिर्जामुराद थाना अंतर्गत टोडरपुर गांव निवासी आशा राय और उसके दो मासूम बच्चों को पुलिस ने घर से बेदखल कर दिया था. इस मामले में पीड़िता के पक्ष में अन्य महिलाओं ने राजातालाब तहसील का घेराव कर विरोध-प्रदर्शन किया. दरअसल, पीड़िता आशा राय को शनिवार को घर से बेदखल कर उसके घर पर पुलिस ने ताला जड़ दिया था. तभी से आशा अपने बच्चों को लेकर कड़कड़ाती ठंड में घर के बाहर बैठने को मजबूर थी. उसके खाने-पीने का सारा सामान और कपड़े घर में बंद था. महिलाओं ने आरोप लगाया कि बिना मामले को समझे घर से बेदखल करना गलत है. विरोध कर रहीं महिलाओं ने तत्काल पीड़ित महिला को घर में रहने का आदेश देने की मांग की.
पुलिस ने पीड़िता को बिना सूचना दिए घर से बाहर निकाला
बता दें कि टोडरपुर की रहने वाली आशा राय के साथ पति और सास-ससुर आये दिन मारपीट करते थे. जिसके खिलाफ आशा ने पुलिस में शिकायत किया था. इससे गुस्साये ससुराल वालों ने साजिश रच कर आशा राय को सम्पत्ति से बेदखल कर दिया. इसके बाद पुलिस ने पीड़िता को बिना सूचना दिए घर से बाहर निकाल कर घर में ताला लगा दिया था. तब से पीड़िता अपने दो बच्चों को लेकर घर के बाहर धरने पर बैठ गई और न्याय की गुहार लगाने लगी.
एसडीएम ने मामले की फिर से जांच कराने के दिए निर्देश
इस मामले के सज्ञान में आने के बाद एसडीएम ने पीड़िता के खिलाफ पूर्व में दिए आदेश को स्थगित कर मामले की फिर से जांच कराने का आदेश दिया. साथ ही मिर्जामुराद पुलिस को घर का ताला खोलने और पीड़िता को घर में रहने के साथ सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया. थाना प्रभारी ने पीड़िता के घर का ताला तोड़कर आशा को सुपुर्द कर दिया. नंदलाल मास्टर ने कहा सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार किसी भी महिला को घर के बाहर नहीं निकाला जा सकता है.