वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में एक गंभीर बीमार महिला को भर्ती नहीं किया गया. पीड़िता का पति रमेश उसके इलाज के लिए सिंह द्वार पर खड़ा होकर लोगों से मदद की गुहार लगा रहा था. तभी एसआई कुंवर सिंह की नजर उस व्यक्ति पर पड़ी, जिसके बाद उन्होंने एंबुलेंस के जरिए पीड़िता को कबीर चौरा अस्पताल भिजवाया.
सर सुंदरलाल चिकित्सालय में हो रहा कोरोना संक्रमितों का इलाज
कुछ दिन पूर्व बीएचयू प्रशासन ने एक मेल के जरिए मीडिया सहित आम लोगों की अस्पताल पर आवाजाही रोक दी थी. यह कदम इसलिए उठाना पड़ा क्योंकि कुछ कोविड-19 संक्रमित मरीजों का इलाज सर सुंदरलाल चिकित्सालय में किया जा रहा है. साथ ही पूर्वांचल के कई जिलों के कोरोना सैंपल की जांच भी यहीं की जा रही है. ऐसे में एहतियातन सामान्य मरीजों का इलाज बंद कर दिया गया है.
जानकारी के अभाव में पीड़ित पहुंचा सर सुंदरलाल चिकित्सालय
जानकारी के अभाव में पीड़ित अपनी पत्नी का इलाज कराने सर सुंदरलाल चिकित्सालय पहुंचा था. अस्पताल की इमरजेंसी सेवा में उपचार करने के बाद पीड़ित को भटकने के लिए छोड़ दिया गया. इस पूरे मसले पर बीएचयू अस्पताल प्रशासन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. पीड़िता के पति रमेश ने बताया कि वह सोनभद्र से गंभीर हालत में पत्नी को लेकर बीएचयू इलाज कराने पहुंचा था.