वाराणसी: उत्तर प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) होने वाले हैं. 2022 की शुरुआत हो चुकी है और चुनावों की तैयारियों को भी अब पार्टियों ने अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है, क्योंकि जल्द ही अधिसूचना जारी हो सकती है. इन सबके बीच सत्ताधारी भाजपा फिर से सत्ता में लौटने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रही है. बड़े-बड़े नेता लगातार रैलियां करके विकास योजनाओं की सौगात दे रहे हैं तो जनता तक सीधे पहुंचने की कोशिशें भी जारी है. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उनके नारे के साथ शिकायत और सुझाव पेटिका लॉन्च कर दी है. वाराणसी में हर चौराहे पर इन सुझाव पेटिका को रखकर लोगों से उनकी शिकायत और चुनावों को लेकर क्या चाहती है, जनता इससे जुड़े सुझाव मांगे जा रहे हैं.
यूपी नंबर वन का नारा
भारतीय जनता पार्टी वैसे भी डाटा बैंक जुटाने का हर संभव प्रयास कर रही है. हर वोटर का नाम मोबाइल नंबर और उसकी जानकारियां जुटाने के लिए भाजपा तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है. कभी घर-घर पहुंचाया जा रहे प्रसाद के नाम पर मोबाइल नंबर और नाम जुटाया जा रहा है तो कभी यूपी नंबर वन का नारा देकर सुझाव और शिकायत पेटिका मोहल्ले-मोहल्ले घुमाई जा रही है.
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डाटा बैंक जुटा रही भाजपा
वाराणसी में शहर के हर वार्ड में इस तरह की पेटिका पहुंचाई जा रही है, ताकि जनसमस्याओं के साथ पार्टी को वो महत्वपूर्ण सुझाव में मिल सके. जिससे वह यूपी विधानसभा चुनाव का घोषणापत्र तैयार कर सके. इस पेटिका को हर वार्ड तक पहुंचाने के लिए भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी है. हर वार्ड में एक प्रभारी इस पे टिका के लिए नियुक्त किया गया है. वार्ड के अलग-अलग मोहल्ले में इस पेटिका को अलग-अलग दिन रखने के साथ ही यहां लोगों को एक पर्ची भरवा कर उसमें उनकी शिकायत व सुझाव लिखवा जा रहे हैं. इसके साथ ही उनका नाम मोबाइल नंबर भी जुटाया जा रहा है.
जनता से जान रहे उनके दिल की बात
भाजपा के लोगों का कहना है कि इस पेटिका के जरिए जनता तक पहुंचने की कवायद है. 5 सालों में जनता को क्या दिक्कतें पेश आई हैं. उसकी शिकायत और चीजों में सुधार के लिए क्या सुझाव है. वह आमंत्रित किए गए हैं. लोग अपनी तरफ से जानकारियां और अपना नाम मोबाइल नम्बर इस पर्ची में भरकर पेटिका में डाल भी रहे हैं. लोगों का भी कहना है कि यह प्रयास बढ़िया है.
कम से कम हमारी बात सरकार और पार्टी तक पहुंचेगी. जनता से पूछकर जनता क्या चाहती है, इस आधार पर यदि चुनावी घोषणापत्र भी तैयार होगा तो इसका फायदा जनता को ही मिलेगा. यानी कुल मिलाकर भाजपा ने अब चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देना भी शुरू कर दिया है.
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