वाराणसी : कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से पूरे उत्तर प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है. खासतौर पर लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर जिले बुरी स्थिति से गुजर रहे हैं. इन शहरों में संक्रमण का खतरनाक स्तर लोगों की तेजी से जान ले रहा है. वाराणसी में दो दिनों में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा दो हजार से ज्यादा पहुंच गया है. वहीं, मरने वालों की संख्या में दो दिनों के अंदर तेजी से बढ़ोतरी हुई है. 12 मृतकों की संख्या दो दिनों में सामने आई है. इसके बाद अब वाराणसी वीकली लॉकडाउन की जद में आ गया है. वीकली लॉकडाउन में शनिवार और रविवार को व्यापारियों की सहमति के बाद दुकानों और बाजार को बंद करने का निर्णय लिया गया है. इसका आज यानि शनिवार को पहला दिन है.
वीकली लॉकडाउन के पहले दिन वाराणसी की सड़कों पर फिलहाल सन्नाटा देखने को मिला. सुबह जो दुकानें 8 से 9 के बीच खुल जाया करती थीं, वो दुकानें भी बंद दिखाई दीं. सिर्फ जरूरी चीजों की दुकानें और मंडियों में लोगों की भीड़ जरूर देखने को मिली. वाराणसी के सिगरा, रथयात्रा, विद्यापीठ रोड समेत कई इलाकों में दुकानों के शटर सुबह 10 बजे तक नहीं खुले और सड़कों पर रोज की अपेक्षा भीड़ भी बेहद कम दिखाई दी. पुलिस महकमा भी 10 बजे तक दी गई छूट को दृष्टिगत रखते हुए एसेंशियल चीजों की बिक्री को डिस्टर्ब नहीं कर रहा था, लेकिन अन्य दुकानों के खुलने पर रोक लगाई गई है.
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15 मई तक व्यापार मंडल के सहयोग से लागू हुआ नियम
व्यापार मंडल ने भी लोगों से अपील की है कि कृपया फैसले में साथ दें और संक्रमण की चेन को तोड़ने में सहयोग प्रदान करें. फिलहाल वाराणसी डीएम की तरफ से दिए गए आदेश के मुताबिक, 15 मई तक सप्ताह में 2 दिन शनिवार और रविवार को बाजार बंद करने का फैसला लिया गया है. इसमें वाराणसी व्यापार मंडल के साथ सर्राफा व्यापार मंडल, विशेश्वरगंज व्यापार मंडल, साड़ी उद्योग और बनारस के अन्य छोटे-मोटे कई व्यापार मंडलों ने अपनी सहमति दी है. व्यापारियों के सहयोग से शुरू हुआ यह वीकली लॉकडाउन कितना सार्थक सिद्ध होता है यह आने वाला वक्त बताएगा. लेकिन तेजी से बढ़ रहे संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अब कड़े कदम उठाने की जरूरत है, जिसकी शुरुआत विकली लॉकडाउन माना जा रहा है.
इनके लिए है छूट-
- डीएम के मुताबिक, सप्ताह के 2 दिन शनिवार और रविवार को दवा मंडी, दवा की रिटेल दुकानें, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन की कैंटीन खुली रह सकती हैं.
- इसके अलावा न्यूजपेपर एजेंसी, मोबाइल कंपनियों के ऑफिस, कोरियर ऑफिस, ट्रांसपोर्ट ऑफिस, ई-कॉमर्स ऑफिस भी खोले जा सकते हैं. सरकारी और प्राइवेट कर्मचारियों को सड़क पर निकलने के लिए अपने आईकार्ड को साथ में रखना बेहद जरूरी होगा.
- प्रतिदिन रात में 8:00 बजे से सुबह 7 बजे के नाइट कर्फ्यू के लिए दवा दुकानें छोड़कर सभी दुकानें 7:30 बजे तक बंद कर दिए जाएं ताकि 8:00 बजे तक सड़कों पर भीड़ देखने को ना मिले.
- इसके अलावा शराब की दुकानें, बार व अन्य बाजार सप्ताह के इस 2 दिन की बंदी में नहीं खुलेंगे.