वाराणसी: संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव 2020-21 में एनएसयूआई ने बंपर जीत दर्ज किया है. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और पुस्तकालय मंत्री समेत सभी संकाय प्रतिनिधि के पदों पर जीत दर्ज की. वहीं एबीवीपी का फिर से सूपड़ा साफ हुआ है.
एबीवीपी का हुआ फिर से सूपड़ा साफ
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई के सभी प्रत्याशियों की जीत हुई है. इस चुनाव में अध्यक्ष कृष्ण मोहन शुक्ला, उपाध्य शिवम चौबे, महामंत्री शिवम चौबे, पुस्तकालय मंत्री आशुतोष कुमार मिश्रा चुने गए हैं. इतना ही नहीं इसके साथ-साथ संकाय के सभी 7 पदों पर एनएसयूआई के ही समर्थित प्रत्याशी चुनाव जीते हैं.
दूसरी बार ABVP का सूपड़ा हुआ साफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में एनएसयूआई की यह दूसरी बड़ी जीत है. इससे पहले महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में भी विद्यार्थी परिषद का सूपड़ा साफ हुआ था और एनएसयूआई को भारी मतों से जीत मिली थी. एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव अविनाश यादव ने बताया कि कल ही हार के डर से बौखलाए विद्यार्थी परिषद ने एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी में तोड़फोड़ की थी. इसके बाद छात्रों ने मुद्दा मुलक राजनीति को चुना है और बरगलाने वालों को नकार दिया है.
'एक नई राजनीति हुई विकसित'
प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सूबे के युवाओं ने पूरे तरीके से नफरत की राजनीति को नकार दिया है. मुद्दों की बात करने वाली एनएसयूआई को चुना है. यह सूबे में एक नई राजनीति को विकसित करती है.
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जिले में सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव रविवार सुबह 9 बजे से शुरू होकर दोपहर 2 बजे तक चला. कोरोना संक्रमण के चलते विश्वविद्यालय बंद होने से चुनाव की चहल-पहल कम थी. वहीं चुनाव में 1,732 छात्र-छात्राओं ने 4 पदों पर 8 प्रत्यशियों के भाग्य का फैसला किया. कोरोना संक्रमण के कारण छात्र कम उपस्थित रहे, जिसके चलते वोट प्रतिशत कम रहा. वहीं चुनाव के लिए छात्रसंघ अध्यक्ष समेत 4 पदों के लिए 8 प्रत्याशी मैदान में हैं.
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के 2020-21 छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान कराया गया. इस छात्र संघ चुनाव में 35 से 40 प्रतिशत ही मतदान हुआ है. कोरोना वायरस के कारण विश्वविद्यालय के छात्रों में कम रूचि दिखाई दी.
चुनाव अधिकारी ने दी जानकारी
चुनाव अधिकारी प्रो. सुधाकर मिश्र ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल के अनुसार मतदान कराया गया. वहीं सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त भी किए गए थे. मतदान से मतगणना तक की विडियोग्राफी कराई गई है. इस बार छात्रसंघ चुनाव में कोविड-19 प्रभाव भी देखने को मिला है. इसके कारण 35 से 40 प्रतिशत ही मतदान हो पाए हैं.
ये लोग रहे मैदान में
बता दें कि अध्यक्ष पद पर अजय दुबे, कृष्णमोहन शुक्ला हैं. वहीं उपाध्यक्ष पद पर अजीत कुमार चौबे, चंद्रमौलि तिवारी, महामंत्री पद पर गौरीशंकर गंगेले और शिवम चौबे तथा पुस्तकालय मंत्री पद पर आशुतोष कुमार मिश्र और विवेकानंद पांडेय मैदान में हैं.
वेदवेदांग संकाय में 4 पदों पर प्रतिनिधि के लिए कुश तिवारी, पंकज द्विवेदी, राघवेंद्र मिश्रा, शानू कुमार, श्रीश कुमार, सत्यजीत तिवारी है. साहित्य संस्कृति संकाय में अनुराम शर्मा, बृजेश कुमार दुबे है. श्रमण विद्या संकाय में उज्ज्वल, प्रियांशु कुमार पांडेय और दर्शन संकाय में शिव ओम शर्मा मैदान में हैं. छात्रसंघ के लिए 16 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला शाम तक आने की संभावना है.
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