वाराणसी: विश्व प्रसिद्द वाराणसी के 84 घाटों पर 7 मार्च को गंगा नदी की सफाई का अभियान शुरू होगा. सफाई अभियान में 1600- 1800 से ज्यादा वालेंटियर हिस्सा लेंगे. राजघाट से लेकर रविदास घाट तक सुबह 7-8 बजे तक कार्यक्रम को प्रस्तावित किया गया है. इस आयोजन में गंगा नदी के 8-9 किलोमीटर के क्षेत्र में प्रत्येक पांच-पांच मीटर पर 1-1 वालंटियर रहेंगे.
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि "वाराणसी में गंगा नदी सांस्कृतिक आस्था का केंद्र है. गंगा नदी लोगों की भावना से जुड़ी है. गंगा नदी को स्वच्छ रखा जाना अत्यंत आवश्यक है. आगामी दिनों में ग्रीष्म ऋतु शुरू हो रहा है तथा ग्रीष्म ऋतु में गंगा नदी का जलस्तर जब घटता है तो वह समय गंगा नदी की सफाई करने के लिए सबसे उपयुक्त समय होता है. इस मौसम में गंगा नदी की सफाई का अभियान शुरू करके लगभग प्रत्येक माह गंगा नदी एवं गंगा घाटों की सफाई के लिए बड़ा आयोजन किया जाएगा."
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों किया है कि इस कार्य के लिए 7 मार्च को प्रातः 7 से 8 तक एक घंटे गंगा नदी की सफाई करने के लिए जो भी वॉलिंटियर इच्छुक हो, उसमें 5-5 वॉलिंटियर का ग्रुप बनाते हुए एवं उनके ऊपर 1-1 सुपरवाइजर बनाते हुए उसकी सूची 3 मार्च को दोपहर तक प्रभागीय वनाधिकारी वाराणसी के व्हाट्सएप नम्बर एवं उप प्रभागीय वनाधिकारी के व्हाट्सएप नम्बर एवं ईमेल आईडी dfovrns@yahoo.in पर उपलब्ध कराएं. जो भी वॉलिंटियर इस कार्य के लिए इच्छुक होंगे, उनका 3 मार्च को कमिश्नरी ऑडिटोरियम सभागार में बैठक कर आवश्यक जानकारी दी जाएगी. 1600-1800 वॉलिंटियर की आवश्यकता
जिलाधिकारी ने बताया कि इस अभियान का प्रथम आयोजन 7 मार्च को किया जाना प्रस्तावित है. इस आयोजन में गंगा नदी के 8-9 किलोमीटर के क्षेत्र में प्रत्येक पांच-पांच मीटर पर 1-1 वालंटियर लगाते हुए लगभग 1600-1800 वॉलिंटियर की आवश्यकता है, जो 10 मीटर गहरे गंगा नदी के चौड़ाई के क्षेत्रफल में से गंगा नदी के पानी से लाकर पूरा घाट की सीढ़ियों तक सफाई कर दें तथा कूड़े को एकत्रित करके एक सुव्यवस्थित स्थान पर रख दें.
पर्यावरण की शुद्धता से जोड़ने हेतु इसे जनसहभागिता
कूड़े का निस्तारण नगर निगम के माध्यम से उसी समय किया जाएगा. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस आयोजन के लिए यह आवश्यक है कि इस अभियान में सभी लोगों की भागीदारी इस कार्य में हो, ताकि सभी लोग अपना जुड़ाव गंगा नदी से कर सकें. उन्होंने कहा कि वैसे तो यह कार्य नगर निगम के सफाई कर्मियों के द्वारा भी किया जा सकता है, लेकिन लोगों की भावना को सीधे पर्यावरण की शुद्धता से जोड़ने के लिए इसे जनसहभागिता से कराए जाने का निर्णय लिया गया है.
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों किया है कि इस कार्य के लिए 7 मार्च को प्रातः 7 से 8 तक एक घंटे गंगा नदी की सफाई करने हेतु जो भी वॉलिंटियर इच्छुक हो, उसमें 5-5 वॉलिंटियर का ग्रुप बनाते हुए एवं उनके ऊपर 1-1 सुपरवाइजर बनाते हुए उसकी सूची 3 मार्च को दोपहर तक प्रभागीय वनाधिकारी वाराणसी के व्हाट्सएप नम्बर एवं उप प्रभागीय वनाधिकारी के व्हाट्सएप नम्बर एवं ईमेल आईडी dfovrns@yahoo.in पर उपलब्ध कराएं. जो भी वॉलिंटियर इस कार्य हेतु इच्छुक होंगे, उनका 3 मार्च को अपराहन कमिश्नरी ऑडिटोरियम सभागार में बैठक कर आवश्यक जानकारी दी जाएगी.
विशेष गंगा सफाई अभियान, 84 घाटों पर 1600 से वालंटियर लेगें हिस्सा - varanasi DM
वाराणसी के 84 घाटों पर 7 मार्च को गंगा नदी की सफाई का अभियान शुरू होगा. सफाई अभियान में 1600- 1800 से ज्यादा वालेंटियर हिस्सा लेंगे.
वाराणसी: विश्व प्रसिद्द वाराणसी के 84 घाटों पर 7 मार्च को गंगा नदी की सफाई का अभियान शुरू होगा. सफाई अभियान में 1600- 1800 से ज्यादा वालेंटियर हिस्सा लेंगे. राजघाट से लेकर रविदास घाट तक सुबह 7-8 बजे तक कार्यक्रम को प्रस्तावित किया गया है. इस आयोजन में गंगा नदी के 8-9 किलोमीटर के क्षेत्र में प्रत्येक पांच-पांच मीटर पर 1-1 वालंटियर रहेंगे.
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि "वाराणसी में गंगा नदी सांस्कृतिक आस्था का केंद्र है. गंगा नदी लोगों की भावना से जुड़ी है. गंगा नदी को स्वच्छ रखा जाना अत्यंत आवश्यक है. आगामी दिनों में ग्रीष्म ऋतु शुरू हो रहा है तथा ग्रीष्म ऋतु में गंगा नदी का जलस्तर जब घटता है तो वह समय गंगा नदी की सफाई करने के लिए सबसे उपयुक्त समय होता है. इस मौसम में गंगा नदी की सफाई का अभियान शुरू करके लगभग प्रत्येक माह गंगा नदी एवं गंगा घाटों की सफाई के लिए बड़ा आयोजन किया जाएगा."
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों किया है कि इस कार्य के लिए 7 मार्च को प्रातः 7 से 8 तक एक घंटे गंगा नदी की सफाई करने के लिए जो भी वॉलिंटियर इच्छुक हो, उसमें 5-5 वॉलिंटियर का ग्रुप बनाते हुए एवं उनके ऊपर 1-1 सुपरवाइजर बनाते हुए उसकी सूची 3 मार्च को दोपहर तक प्रभागीय वनाधिकारी वाराणसी के व्हाट्सएप नम्बर एवं उप प्रभागीय वनाधिकारी के व्हाट्सएप नम्बर एवं ईमेल आईडी dfovrns@yahoo.in पर उपलब्ध कराएं. जो भी वॉलिंटियर इस कार्य के लिए इच्छुक होंगे, उनका 3 मार्च को कमिश्नरी ऑडिटोरियम सभागार में बैठक कर आवश्यक जानकारी दी जाएगी. 1600-1800 वॉलिंटियर की आवश्यकता
जिलाधिकारी ने बताया कि इस अभियान का प्रथम आयोजन 7 मार्च को किया जाना प्रस्तावित है. इस आयोजन में गंगा नदी के 8-9 किलोमीटर के क्षेत्र में प्रत्येक पांच-पांच मीटर पर 1-1 वालंटियर लगाते हुए लगभग 1600-1800 वॉलिंटियर की आवश्यकता है, जो 10 मीटर गहरे गंगा नदी के चौड़ाई के क्षेत्रफल में से गंगा नदी के पानी से लाकर पूरा घाट की सीढ़ियों तक सफाई कर दें तथा कूड़े को एकत्रित करके एक सुव्यवस्थित स्थान पर रख दें.
पर्यावरण की शुद्धता से जोड़ने हेतु इसे जनसहभागिता
कूड़े का निस्तारण नगर निगम के माध्यम से उसी समय किया जाएगा. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस आयोजन के लिए यह आवश्यक है कि इस अभियान में सभी लोगों की भागीदारी इस कार्य में हो, ताकि सभी लोग अपना जुड़ाव गंगा नदी से कर सकें. उन्होंने कहा कि वैसे तो यह कार्य नगर निगम के सफाई कर्मियों के द्वारा भी किया जा सकता है, लेकिन लोगों की भावना को सीधे पर्यावरण की शुद्धता से जोड़ने के लिए इसे जनसहभागिता से कराए जाने का निर्णय लिया गया है.
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों किया है कि इस कार्य के लिए 7 मार्च को प्रातः 7 से 8 तक एक घंटे गंगा नदी की सफाई करने हेतु जो भी वॉलिंटियर इच्छुक हो, उसमें 5-5 वॉलिंटियर का ग्रुप बनाते हुए एवं उनके ऊपर 1-1 सुपरवाइजर बनाते हुए उसकी सूची 3 मार्च को दोपहर तक प्रभागीय वनाधिकारी वाराणसी के व्हाट्सएप नम्बर एवं उप प्रभागीय वनाधिकारी के व्हाट्सएप नम्बर एवं ईमेल आईडी dfovrns@yahoo.in पर उपलब्ध कराएं. जो भी वॉलिंटियर इस कार्य हेतु इच्छुक होंगे, उनका 3 मार्च को अपराहन कमिश्नरी ऑडिटोरियम सभागार में बैठक कर आवश्यक जानकारी दी जाएगी.