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Fiber Gas Cylinder : अब रसोई में आग लगने पर नहीं फटेगा सिलेंडर

रसोई में गैंस सिलेंडर में आग लगने और ब्लास्ट होने की घटनाओं को रोकने का उपाय मिल गया है. आईओएस अब अपभोक्ता को ऐसा सिलेंडर उपलब्ध करा रही है, जिसमें ब्लास्ट ही नहीं होगा. देखिए इस स्पेशल रिपोर्ट में सिलेंडर की और क्या है खासियत...

fiber gas cylinder
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Published : Feb 18, 2023, 9:53 AM IST

Updated : Feb 18, 2023, 10:05 AM IST

कम्पोजिट गैस सिलेंडर के बारे में बताते आईओएस के क्षेत्रीय अधिकारी स्वप्निल गर्ग

वाराणसीः गैस सिलेंडर से होने वाली घटनाओं को रोकने को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है. इंडियन आयल ने एक कम्पोजिट गैस सिलेंडर को निर्मित किया है, जो लीक होने या आग लगने पर फटेगा नहीं, बल्कि एक स्थान पर ही मोमबत्ती की तरह पिघल जाएगा. इससे ऐसी किसी भी अप्रिय घटना के दौरान जान-माल की हानि नहीं होगी. वहीं, रसोईघर में कोई दाग भी नहीं आएगा. फाइबर से बने इस एलपीजी सिलेंडर का वजन लोहे के सिलेंडर से काफी कम है और साथ ही यह पोर्टेबल भी है. महिलाएं आसानी से इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर रख सकती हैं.

दरअसल लोहे का सिलेंडर कई मामलों में बेहद खतरनाक माने जाते हैं. थोड़ी सी लापरवाही के कारण कई बार इसमें ब्लास्ट हो जाता है, जिससे जान-माल की बड़ी हानि हो जाती है, इस समस्या को देखते हुए आइओएस ने फाइबर के सिलेंडर को निर्मित किया है. जो सुरक्षा की दृष्टि से भी यह बेहद कारगर है. इस बारे में आईओएस के क्षेत्रीय अधिकारी स्वप्निल गर्ग ने बताया कि वाराणसी में लगभग दो हजार से ज्यादा परिवार इस नए सिलेंडर को उपयोग में ला रहे हैं. आगामी दिनों में इसे 50,000 तक करने का टारगेट है.

उन्होंने बताया कि इस सिलेंडर का कनेक्शन लेना भी बेहद आसान है, जिन भी लोगों के पास पुराने सिलेंडर है. वह आसानी से इस नए कंपोजिट सिलेंडर को ले सकते हैं. इसके लिए उन्हें केंद्र पर जाकर सिलेंडर बदलने का आवेदन करना होगा, जिसके बाद उनके नाम पर कंपोजिट सिलेंडर का कनेक्शन जारी हो जाएगा. पुराने किसी भी उपभोक्ता को कोई भी डॉक्यूमेंट देने की जरूरत नहीं है.

दिखने में भी काफी खूबसूरतः सिलेंडर की खूबसूरती व उसके क्वालिटी के बारे में बताते हुए क्षेत्रीय अधिकारी ने कहा कि इस सिलेंडर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह ना सिर्फ स्मार्ट किचन के लुक को पूरा करता है. बल्कि, यह सुरक्षा की दृष्टि से भी काफी लाभदायक है. यह देखने में भी बेहद खूबसूरत है. इसके ऊपर का हिस्सा ब्लू और नीचे का हिस्सा रेड है. उन्होंने बताया कि, इसकी खासियत यह है कि किचन में आग लगने पर यह सिलेंडर ब्लास्ट नहीं करेगा. बल्कि मोमबत्ती की तरह एक स्थान पर पिघल जाएगा. इससे किसी के घायल होने का खतरा भी नही रहेगा.

वजन है बेहद कमः क्षेत्रीय आईओएस अधिकारी ने बताया कि इस सिलेंडर का वजन कम है. इसके साथ ही इसकी कीमत भी उचित है. आमतौर पर लोहे के सिलेंडर का वजन 30 से 32 किलो के बीच होता है. जिसमें 14 किलो गैस होती है. लेकिन, फाइबर का सिलेंडर महज 16 किलो का है. इसमें 10 किलो गैस और 6 किलो गैस सिलेंडर का वजन है. उन्होंने बताया कि, इस सिलेंडर के नए कनेक्शन के लिए उपभोक्ता को 3975 रुपये देने पड़ेंगे. इस सिलेंडर ट्रांसपेरेंसी भी है, जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी टंकी में कितनी गैस बची हुई है.

ये भी पढ़ेंः Holi Festival : होली पर यात्रियों को घर पहुंचाने के लिए 3000 बसें लगाएंगी डबल चक्कर

कम्पोजिट गैस सिलेंडर के बारे में बताते आईओएस के क्षेत्रीय अधिकारी स्वप्निल गर्ग

वाराणसीः गैस सिलेंडर से होने वाली घटनाओं को रोकने को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है. इंडियन आयल ने एक कम्पोजिट गैस सिलेंडर को निर्मित किया है, जो लीक होने या आग लगने पर फटेगा नहीं, बल्कि एक स्थान पर ही मोमबत्ती की तरह पिघल जाएगा. इससे ऐसी किसी भी अप्रिय घटना के दौरान जान-माल की हानि नहीं होगी. वहीं, रसोईघर में कोई दाग भी नहीं आएगा. फाइबर से बने इस एलपीजी सिलेंडर का वजन लोहे के सिलेंडर से काफी कम है और साथ ही यह पोर्टेबल भी है. महिलाएं आसानी से इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर रख सकती हैं.

दरअसल लोहे का सिलेंडर कई मामलों में बेहद खतरनाक माने जाते हैं. थोड़ी सी लापरवाही के कारण कई बार इसमें ब्लास्ट हो जाता है, जिससे जान-माल की बड़ी हानि हो जाती है, इस समस्या को देखते हुए आइओएस ने फाइबर के सिलेंडर को निर्मित किया है. जो सुरक्षा की दृष्टि से भी यह बेहद कारगर है. इस बारे में आईओएस के क्षेत्रीय अधिकारी स्वप्निल गर्ग ने बताया कि वाराणसी में लगभग दो हजार से ज्यादा परिवार इस नए सिलेंडर को उपयोग में ला रहे हैं. आगामी दिनों में इसे 50,000 तक करने का टारगेट है.

उन्होंने बताया कि इस सिलेंडर का कनेक्शन लेना भी बेहद आसान है, जिन भी लोगों के पास पुराने सिलेंडर है. वह आसानी से इस नए कंपोजिट सिलेंडर को ले सकते हैं. इसके लिए उन्हें केंद्र पर जाकर सिलेंडर बदलने का आवेदन करना होगा, जिसके बाद उनके नाम पर कंपोजिट सिलेंडर का कनेक्शन जारी हो जाएगा. पुराने किसी भी उपभोक्ता को कोई भी डॉक्यूमेंट देने की जरूरत नहीं है.

दिखने में भी काफी खूबसूरतः सिलेंडर की खूबसूरती व उसके क्वालिटी के बारे में बताते हुए क्षेत्रीय अधिकारी ने कहा कि इस सिलेंडर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह ना सिर्फ स्मार्ट किचन के लुक को पूरा करता है. बल्कि, यह सुरक्षा की दृष्टि से भी काफी लाभदायक है. यह देखने में भी बेहद खूबसूरत है. इसके ऊपर का हिस्सा ब्लू और नीचे का हिस्सा रेड है. उन्होंने बताया कि, इसकी खासियत यह है कि किचन में आग लगने पर यह सिलेंडर ब्लास्ट नहीं करेगा. बल्कि मोमबत्ती की तरह एक स्थान पर पिघल जाएगा. इससे किसी के घायल होने का खतरा भी नही रहेगा.

वजन है बेहद कमः क्षेत्रीय आईओएस अधिकारी ने बताया कि इस सिलेंडर का वजन कम है. इसके साथ ही इसकी कीमत भी उचित है. आमतौर पर लोहे के सिलेंडर का वजन 30 से 32 किलो के बीच होता है. जिसमें 14 किलो गैस होती है. लेकिन, फाइबर का सिलेंडर महज 16 किलो का है. इसमें 10 किलो गैस और 6 किलो गैस सिलेंडर का वजन है. उन्होंने बताया कि, इस सिलेंडर के नए कनेक्शन के लिए उपभोक्ता को 3975 रुपये देने पड़ेंगे. इस सिलेंडर ट्रांसपेरेंसी भी है, जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी टंकी में कितनी गैस बची हुई है.

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Last Updated : Feb 18, 2023, 10:05 AM IST
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