वाराणसी: धर्म नगरी काशी में 11 जून से G20 के मेहमानों का आगमन शुरू हो जाएगा और काशी G20 के एक और सम्मेलन की गवाह बनेगी. बड़ी बात यह है कि G20 के इस सम्मेलन में आने वाले दुनिया के आर्थिक रूप से संपन्न देशों के मेहमान काशी की थाती और विरासत को भी समझने का प्रयास करेंगे. इसके लिए पर्यटन विभाग ने खास गाइडों की व्यवस्था की है, जो मेहमानों का मार्गदर्शन करेंगे.
जी हां, G20 के मेहमानों की अगवानी के लिए जहां सभी विभाग अलग-अलग तैयारियां कर रहे हैं तो वहीं, काशी की विरासत समझने में उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए पर्यटन विभाग ने 110 टूरिस्ट गाइडों को प्रशिक्षित किया है. बड़ी बात यह है कि यह टूरिस्ट गाइड एक्सपर्ट के रूप में मेहमानों के हर सवाल का जवाब देंगे और उन्हें काशी की विरासत से रूबरू कराएंगे.
110 टूरिस्ट गाइड G20 मेहमानों को कराएंगे काशी भ्रमण
बता दें कि इन 110 टूरिस्ट गाइडों को बाकायदा ट्रेनिंग भी दी गई है. इनमें 15 महिलाएं भी शामिल हैं. इस बारे में पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आरके रावत ने बताया कि बीते दिनों एक संस्था के जरिए टूरिस्ट गाइड को खास प्रशिक्षित किया गया था. इनको अलग-अलग देशों की भाषाएं बताई गई थीं. इसके साथ ही काशी की संस्कृति, धर्म, खान-पान, रहन-सहन,आध्यात्म इत्यादि की ट्रेनिंग दी गई थी, जिससे वह विदेशी मेहमानों के हर सवाल का प्रमाणिक जवाब देकर उन्हें संतुष्ट कर सके.
खास ड्रेस कोड में होंगे टूरिस्ट गाइड
उन्होंने बताया कि टूरिस्ट गाइडों की पहचान के लिए उन्हें खास ड्रेस कोड भी दिया गया है. सभी टूरिस्ट गाइड एक दिन काली पैंट, और 1 दिन ब्लू शर्ट यूनिफार्म पहनेंगे. काशी आने वाले देशभर के मेहमानों को यहां की विरासत से रूबरू कराएंगे, जिससे वह अपने साथ दुनिया के सबसे जीवंत और प्राचीन शहर की यादें लेकर जाएं. उन्होंने बताया कि विदेशी मेहमानों का यह दौरा न सिर्फ उनको काशी से नई यादों को देगा, बल्कि काशी के लिए भी यह फायदेमंद होगा और यहां के पर्यटन को एक नया आयाम मिलेगा.
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