वाराणसी: कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने औद्योगिक आस्थान करखियाव की खस्ताहाल सड़कों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई. साथ ही उन्होंने हर हाल में 15 अक्टूबर तक इन सड़कों को ठीक कराने का निर्देश दिया. इसके साथ ही कमिश्नर ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि औद्योगिक आस्थान करखियाव में बनने वाली नई सड़कों के लिए तत्काल टेंडर आदि की कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए. इसमें किसी भी स्तर पर हीलाहवाली बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
- मंडलायुक्त ने किया औद्योगिक आस्थान करखियाव का औचक निरीक्षण.
- खस्ताहाल सड़कों को देखकर कमिश्नर ने जताई नाराजगी.
- सड़कों को 15 अक्टूबर तक ठीक कराने का निर्देश.
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सोमवार को पिण्डरा विधायक डॉ अवधेश सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ औद्योगिक आस्थान करखियाव की सड़कों का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद मौके पर ही अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने महाप्रबंधक यूपीसीडा को निर्देशित किया कि औद्योगिक आस्थान करखियाव की सड़क, नाली एवं स्ट्रीट लाइट पर उद्यमियों से प्राप्त किए जाने वाले धनराशि का अधिक से अधिक उपभोग सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने उद्यमियों को बैंक की सुविधा मुहैया कराने के लिए यूपीसीडा के प्रशासनिक कार्यालय भवन में किसी बैंक की शाखा खोलने के लिए बैंकों को आमंत्रित किए जाने का निर्देश दिया.
इसके साथ ही कमिश्नर ने अपर श्रमायुक्त को निर्देशित करते हुए कहा कि उद्यमियों व श्रमिकों के साथ बैठक कर यह सुनिश्चित कराएं कि सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी श्रमिकों को हर हाल में मिले. इससे कम मजदूरी किसी भी श्रमिक को कतई नहीं मिलनी चाहिए. इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि, औद्योगिक इकाइयों से जो जल निकल रहा है, उससे आसपास प्रदूषण हो रहा है तथा जल का भी दोहन हो रहा है. जिस पर कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक यूनिट का निरीक्षण कर वहां पर लगे ईटीपी को पूर्ण क्षमता पर चलवाना सुनिश्चित करें तथा जल दोहन शिकायत के आधार पर परीक्षण कर नियमानुसार जो व्यवस्था होनी चाहिए, उसे निर्धारित समय सीमा में सुनिश्चित कराएं.
इस दौरान विधायक पिण्डरा डॉ अवधेश सिंह ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि औद्योगिक आस्थान करखियाव में आधारभूत संरचना अच्छी नहीं है. उद्यमियों को अपने विभिन्न कार्यों के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ती है तथा हर कार्य के लिए यूपीसीडा के कानपुर मुख्यालय तक दौड़ लगानी पड़ती है. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने क्षेत्रीय प्रबंधक यूपीसीडा को निर्देशित किया कि विभाग में अधिकारों के विकेंद्रीकरण के लिए तत्काल प्रस्ताव प्रस्तुत करें, ताकि शासन स्तर पर उचित कार्यवाही के लिए भेजा जा सके.