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वाराणसी: प्रशासन ने 407 संवेदनशील बूथों को किया चिन्हित - जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह

वाराणसी में लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशासन ने 2,920 मतदान केंद्र बनाए हैं. इनमें से प्रशासन ने 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया है, जो विभिन्न स्तर पर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते हैं. इनमें से 150 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है.

जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह
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Published : Mar 27, 2019, 5:58 PM IST

वाराणसी: वाराणसी में 19 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. मतदान से पहले प्रशासन चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है. प्रशासन ने 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया है, जो विभिन्न स्तर पर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते हैं. चुनाव के लिए कुल 2,920 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.

दरअसल वाराणसी में लोकसभा चुनाव को सकुशल और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिले के आला अधिकारी बड़ी जिम्मेदारी से काम पर लगे हुए हैं. मतदान केंद्रों पर सुविधाओं को लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है. ऐसे में उन सभी मतदान केंद्रों को भी चिन्हिंत किया जा रहा है, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आते हैं. अब तक जिले में कुल 2,920 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया गया है, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते हैं.

जानकारी देते जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह

जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सेक्टर मैजिस्ट्रेट और मैजिस्ट्रेट लेवल पर अधिकारियों को काफी पहले ही लगाया जा चुका था. इनकी रिपोर्ट मिलने के बाद मतदान के लिए बनाए गए 2920 मतदान केंद्रों में से 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया गया है, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आते हैं. इनमें से 150 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी मे रखा गया है. इन मतदान केंद्रों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि अभी से ही इन मतदान केंद्रों के इलाकों में विशेष निगरानी की जा रही है और लगातार पैरामिलिट्री फोर्स फ्लैग मार्च कर क्षेत्र में पुलिस और प्रशासन का प्रभाव बनाए हुए है.

जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मतदान केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखने के लिए विभिन्न स्तर पर इनकी जांच होती है, जिसमें क्षेत्र में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की मौजूदगी, आराजक तत्व द्वारा माहौल बिगाड़ने की शंका और मतदाताओं को धमकाने जैसी वारदातों के आधार पर मतदान केंद्रों को संवेदनशील-अतिसंवेदनशील श्रेणी में घोषित किया जाता है.

वाराणसी: वाराणसी में 19 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. मतदान से पहले प्रशासन चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है. प्रशासन ने 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया है, जो विभिन्न स्तर पर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते हैं. चुनाव के लिए कुल 2,920 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.

दरअसल वाराणसी में लोकसभा चुनाव को सकुशल और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिले के आला अधिकारी बड़ी जिम्मेदारी से काम पर लगे हुए हैं. मतदान केंद्रों पर सुविधाओं को लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है. ऐसे में उन सभी मतदान केंद्रों को भी चिन्हिंत किया जा रहा है, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आते हैं. अब तक जिले में कुल 2,920 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया गया है, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते हैं.

जानकारी देते जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह

जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सेक्टर मैजिस्ट्रेट और मैजिस्ट्रेट लेवल पर अधिकारियों को काफी पहले ही लगाया जा चुका था. इनकी रिपोर्ट मिलने के बाद मतदान के लिए बनाए गए 2920 मतदान केंद्रों में से 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया गया है, जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आते हैं. इनमें से 150 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी मे रखा गया है. इन मतदान केंद्रों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि अभी से ही इन मतदान केंद्रों के इलाकों में विशेष निगरानी की जा रही है और लगातार पैरामिलिट्री फोर्स फ्लैग मार्च कर क्षेत्र में पुलिस और प्रशासन का प्रभाव बनाए हुए है.

जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मतदान केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखने के लिए विभिन्न स्तर पर इनकी जांच होती है, जिसमें क्षेत्र में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की मौजूदगी, आराजक तत्व द्वारा माहौल बिगाड़ने की शंका और मतदाताओं को धमकाने जैसी वारदातों के आधार पर मतदान केंद्रों को संवेदनशील-अतिसंवेदनशील श्रेणी में घोषित किया जाता है.

Intro:स्पेशल पैकेज: Identification of problematic areas

एंकर- वाराणसी: लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही हर जिले में चुनावों को सकुशल और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराना हर जिले के आला अधिकारियों की बड़ी जिम्मेदारी है इसके लिए हर जनपद में मतदान केंद्रों पर सुविधाओं की मौजूदगी के साथ इनके संवेदनशील और अतिसंवेदनशील होने को लेकर तैयारियां अति महत्वपूर्ण मानी जाती है यह एक ऐसी जरूरी एक्सरसाइज है जो प्रशासनिक स्तर पर चुनावों की घोषणा के पहले ही शुरू हो जाती हैं क्योंकि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र हैं और पूर्वांचल में इसे राजनैतिक आपराधिक और अन्य स्तर पर काफी महत्वपूर्ण माना जाता है यही वजह है कि यहां पर चुनावों को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के साथ ही बिना किसी आरोप-प्रत्यारोप के भी पूरा कराना अति महत्वपूर्ण हो जाता है यही वजह है कि वाराणसी प्रशासन ने अब तक जिले में बनाए गए कुल 2920 मतदान केंद्रों में से 400 से ज्यादा ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित कर लिया है जो विभिन्न स्तर पर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में आते हैं.

ओपनिंग पीटीसी गोपाल मिश्र


Body:वीओ-01 दरअसल वाराणसी मिश्रित आबादी का जिला है यहां हर धर्म हर समुदाय के लोगों के अलग-अलग इलाके बैठे हुए हैं जिनमें मतदान के समय किसी तरह की कोई दिक्कत परेशानी ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जाता है मिश्रित आबादी वाले इलाकों में मतदान के वक्त स्थितियां बिगड़ने के ज्यादा आसार होते हैं जिसकी वजह से ऐसे इलाकों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है वाराणसी के जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि सेक्टर मजिस्ट्रेट और मजिस्ट्रेट लेवल पर अधिकारियों को काफी पहले ही लगाया जा चुका था इनकी रिपोर्ट मिलने के बाद वाराणसी में मतदान के लिए बनाएगा 2920 मतदान केंद्रों में से 407 ऐसे मतदान केंद्रों को चिन्हित किया गया है जो संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में आते हैं इन मतदान केंद्रों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं सबसे बड़ी बात यह है कि अभी से ही इन मतदान केंद्रों के इलाकों में विशेष निगरानी की जा रही है और लगातार पैरामिलिट्री फोर्सेस फ्लैग मार्च कर क्षेत्र में पुलिस और प्रशासन का दबदबा बनाए हुए हैं.

बाईट- सुरेंद्र कुमार सिंह जिलाधिकारी/ जिला निर्वाचन अधिकारी


Conclusion:वीओ-02 वाराणसी के जिला अधिकारी का कहना है कि मतदान केंद्रों को संवेदनशील अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखने के लिए विभिन्न स्तर पर इनकी जांच होती है जिसमें क्षेत्र में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की मौजूदगी खुराफाती तत्व की पिछली माहौल बिगाड़ने वाली घटनाओं के अलावा वोटर्स को धमकाने जैसी वारदातों के आधार पर मतदान केंद्रों को संवेदनशील अतिसंवेदनशील श्रेणी में घोषित किया जाता है वाराणसी में बीते कई सालों में मतदाताओं को धमकाने जैसा कोई भी मामला लिखित रूप से सामने नहीं आया है इसलिए इसको लेकर तो कोई गंभीरता नहीं अब तक मिली है लेकिन अपराधी प्रवृत्ति और अराजक तत्वों के आधार पर 407 में से लगभग 150 से ज्यादा मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील जबकि बाकी मतदान केंद्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है अति संवेदनशील श्रेणी में मिश्रित आबादी वाले इलाकों के साथी ग्रामीण क्षेत्र के कई मतदान केंद्र शामिल है जहां पर अभी से स्थानीय थाने पैरामिलिट्री फोर्स के साथ गश्त कर रहे हैं स्थानीय पुलिस को अभी से ही निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं क्षेत्र में भी लोकल सोर्सेस की मदद से इन मतदान केंद्रों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि मतदान से पहले यहां पर किसी तरह की कोई समस्या कोई पैदा ना कर सके.

बाईट- सुरेंद्र कुमार सिंह जिलाधिकारी/ जिला निर्वाचन अधिकारी

क्लोजिंग पीटीसी गोपाल मिश्र

गोपाल मिश्र
वाराणसी, 9839809074
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