वाराणसी: कोविड-19 के दौर में ऑनलाइन शिक्षा पर अधिक बल दिया गया, जिससे कि बच्चों की शिक्षा बाधित ना हो. लेकिन जिन बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है उनके लिए दिक्कतें बढ़ गईं. जिसको देखते हुए वाराणसी के सेवापुरी ब्लाक में शिक्षकों द्वारा एक अनोखी पहल की गई. जहां बच्चों के घर तक स्कूल पहुंचा कर उन्हें शिक्षित किया जा रहा है. जी हां वाराणसी बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सेवापुरी ब्लाक में 'मेरा मोहल्ला मेरा स्कूल' के तहत बच्चों को पढ़ाने की पहल शुरू की गई, जो वर्तमान में पूरे जिले में चल रही है.
मोहल्ला पाठशाला में बच्चे कर रहे सहभागिता
बता दें कि शुरू की गई नई मुहिम मोहल्ला पाठशाला में बच्चे बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं. इस योजना के तहत जिले में अब तक 80 प्रतिशत बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं. बच्चों का कहना है कि उन्हें बेहद खुशी मिल रही है कि वापस उन्हें पढ़ने का मौका मिला है और शिक्षक उनके घर तक पहुंच कर उन्हें पढ़ा रहे हैं. शिक्षकों की इस मुहिम से बच्चों की पढ़ाई और बेहतर हो रही है.
ऑनलाइन पढ़ाई न कर पाने वाले बच्चों के लिए है सहूलियत
प्राइमरी स्कूल की अध्यापिका कल्पना श्रीवास्तव ने बताया कि जो बच्चे स्मार्टफोन के तहत ऑनलाइन क्लास नहीं कर पा रहे थे, उनके पढ़ाई काफी पीछे चल रही थी. गांव में कुछ केंद्र बनाए गए हैं, जहां बच्चे एकत्रित होते हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों के लिए जो लखनऊ की तरफ से टाइम टेबल जारी हुआ है, उसके जरिए उन्हें पढ़ाया जाता है. उसके साथ ऑनलाइन क्लास में जो बच्चे कुछ पूछ नहीं पाते वह भी यहां आकर अपनी समस्याओं को दूर करते हैं. उन्होंने बताया कि हर टोली में 30 से 35 बच्चे शामिल होते हैं. हमारी कोशिश होती है कि हम उन्हें हर विषय की शिक्षा दे सकें, इससे बच्चे भी काफी रुचि ले रहे हैं.