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महाकवि सुब्रमण्यम भारतीय के परिवारवालों से मिले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, काशी तमिल संगमम का दिया न्योता

एक भारत श्रेष्ठ भारत का संदेश देने के लिए काशी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय और आईआईटी मद्रास द्वारा काशी तमिल संगमम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम का उद्घाटन वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 2:00 बजे करेंगे. जिसे लेकर जिला प्रशासन और भाजपा सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर रहा है.

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Published : Nov 18, 2022, 5:57 PM IST

Updated : Nov 19, 2022, 5:52 PM IST

वाराणसी : एक भारत श्रेष्ठ भारत का संदेश देने के लिए काशी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय और आईआईटी मद्रास द्वारा काशी तमिल संगमम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम का उद्घाटन वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 2:00 बजे करेंगे. जिसे लेकर जिला प्रशासन और भाजपा सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर रहा है. इसी क्रम में आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तमिल के विश्व प्रसिद्ध कवि सुब्रमण्यम भारतीय के पैतृक आवास वाराणसी जिले के हनुमान घाट पहुंचे.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के परिवार के सदस्यों से मुलाकात किया. साथ में होने वाले कार्यक्रम में आने के लिए निमंत्रण भी दिया. जिसमें बीएचयू के कुलपति सहित तमाम भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे. सुब्रमण्यम भारती के पैतृक आवास पर जाकर केंद्रीय मंत्री ने साफ सफाई की. साथ में स्थानीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव मौजूद रहे.

कवि सुब्रमण्यम भारतीय के पैतृक आवास पहुंचे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान.

सुब्रमण्यम भारतीय के भांजे प्रो केवी कृष्णन ने कहा कि काशी वैदिक परंपरा के लोग जो दक्षिण भारत के विभिन्न स्थानों से यहां पर आए सैकड़ों वर्षों से यहां पर लोग आते रहे हैं. मेरी उम्र 96 वर्ष है. मुझे याद है कि आज से क्या बहुत वर्षों से 300 वर्ष पहले से यह परंपरा चली आ रही है. ऋषि मुनियों की तरह सब कुछ त्याग कर तमिल से लोग काशी आते थे, क्योंकि काशी मरने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है. कितना से बड़ा पापी हो मां गंगा में स्नान कर लेगा उसके पाप नष्ट हो जाएंगे. यह परंपरा चली आर ही है तमिलनाडु और काशी की. हंसी की शायरी तमिलनाडु में सबसे ज्यादा लोग पसंद करते हैं. काशी और तमिलनाडु का रिश्ता बहुत ही पुराना है.



धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम संस्था नहीं बल्कि यह समाज मना रहा है. आज तमिल परिवार में आकर में लोगों का उत्साह देख रहा हूं. काशी के लोगों में कार्यक्रम को लेकर उत्साह है काशी के विद्वानों में उसका है. बीएचयू कैंपस में उत्साह देखने को मिला है. प्रधानमंत्री कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे. तमिल कार्तिक महीने में तमिलनाडु से ट्रेन की पहली बैग चल चुकी है. आज देर शाम तक काशी तमिलनाडु के प्रतिनिधि पहुंचेंगे. हम सब अतिथियों के स्वागत के लिए उत्सुक हैं पूरा काशी उत्सुक हैं.
यह भी पढ़ें : राजश्री चौधरी का बयान- 6 दिसंबर को पूरे देश में हो हनुमान चालीसा का पाठ

वाराणसी : एक भारत श्रेष्ठ भारत का संदेश देने के लिए काशी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय और आईआईटी मद्रास द्वारा काशी तमिल संगमम का आयोजन किया जा रहा है. कार्यक्रम का उद्घाटन वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 2:00 बजे करेंगे. जिसे लेकर जिला प्रशासन और भाजपा सभी प्रकार की तैयारियां पूरी कर रहा है. इसी क्रम में आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान तमिल के विश्व प्रसिद्ध कवि सुब्रमण्यम भारतीय के पैतृक आवास वाराणसी जिले के हनुमान घाट पहुंचे.

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के परिवार के सदस्यों से मुलाकात किया. साथ में होने वाले कार्यक्रम में आने के लिए निमंत्रण भी दिया. जिसमें बीएचयू के कुलपति सहित तमाम भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे. सुब्रमण्यम भारती के पैतृक आवास पर जाकर केंद्रीय मंत्री ने साफ सफाई की. साथ में स्थानीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव मौजूद रहे.

कवि सुब्रमण्यम भारतीय के पैतृक आवास पहुंचे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान.

सुब्रमण्यम भारतीय के भांजे प्रो केवी कृष्णन ने कहा कि काशी वैदिक परंपरा के लोग जो दक्षिण भारत के विभिन्न स्थानों से यहां पर आए सैकड़ों वर्षों से यहां पर लोग आते रहे हैं. मेरी उम्र 96 वर्ष है. मुझे याद है कि आज से क्या बहुत वर्षों से 300 वर्ष पहले से यह परंपरा चली आ रही है. ऋषि मुनियों की तरह सब कुछ त्याग कर तमिल से लोग काशी आते थे, क्योंकि काशी मरने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है. कितना से बड़ा पापी हो मां गंगा में स्नान कर लेगा उसके पाप नष्ट हो जाएंगे. यह परंपरा चली आर ही है तमिलनाडु और काशी की. हंसी की शायरी तमिलनाडु में सबसे ज्यादा लोग पसंद करते हैं. काशी और तमिलनाडु का रिश्ता बहुत ही पुराना है.



धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम संस्था नहीं बल्कि यह समाज मना रहा है. आज तमिल परिवार में आकर में लोगों का उत्साह देख रहा हूं. काशी के लोगों में कार्यक्रम को लेकर उत्साह है काशी के विद्वानों में उसका है. बीएचयू कैंपस में उत्साह देखने को मिला है. प्रधानमंत्री कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे. तमिल कार्तिक महीने में तमिलनाडु से ट्रेन की पहली बैग चल चुकी है. आज देर शाम तक काशी तमिलनाडु के प्रतिनिधि पहुंचेंगे. हम सब अतिथियों के स्वागत के लिए उत्सुक हैं पूरा काशी उत्सुक हैं.
यह भी पढ़ें : राजश्री चौधरी का बयान- 6 दिसंबर को पूरे देश में हो हनुमान चालीसा का पाठ

Last Updated : Nov 19, 2022, 5:52 PM IST
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