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जानें, कैट के पत्रक पर काशी के व्यापारियों ने क्या कहा - वाराणसी नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष

कैट ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर यह पूछा है कि क्या करेंसी से कोरोना फैल सकता है. इस पर ईटीवी भारत की टीम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के व्यापारियों से बातचीत की और उनका विचार जाना कि वह किस प्रकार से कैट के पत्रक को देख रहे हैं, उनकी क्या राय है और वे सरकार से क्या चाहते हैं.

traders reaction on cat letter to  heath minister
कैट के पत्र पर वाराणसी के व्यापारियों की प्रतिक्रिया.
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Published : Sep 13, 2020, 1:49 PM IST

वाराणसी: कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है. सभी वर्ग इससे प्रभावित हैं. इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत व्यापारी वर्ग को हो रही है क्योंकि उनका सीधा संपर्क जनता से है. ऐसे में समय-समय पर जिलाधिकारी के द्वारा नई गाइडलाइन भी जारी की जा रही है कि किस प्रकार से व्यापारी खुद को सुरक्षित रखें. इसी क्रम में कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन (कैट) ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्रक लिखकर यह पूछा है कि क्या करेंसी से कोरोना फैल सकता है. इस पर सरकार स्पष्टीकरण दें. कैट ने पत्रक में कहा है कि करेंसी कई सारे बीमारियों की संवाहक है. ऐसे में यह कोरोना महामारी के लिए कितना घातक है.

व्यापारियों ने कैट के पत्रक पर दी प्रतिक्रिया.

ईटीवी भारत से बातचीत में वाराणसी नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय सिंह बिल्लू ने कहा कि इस समय व्यापारियों की अन्य मुख्य समस्याओं को छोड़कर करेंसी की बात करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि कैट का यह बयान मूल रूप से प्रायोजित नजर आ रहा है क्योंकि वर्तमान में 50% व्यापारियों का लेनदेन करेंसी से होता है. ऐसे में समस्या को समाप्त करने की जगह लोगों में भय बनाया जा रहा है. मैं कैट का समर्थन कतई नहीं करता हूं.

कपड़ा व्यापारी मनोज कुमार दुबे ने कहा कि इस समय कोरोना से सबको सुरक्षित रखने की बात करनी चाहिए. हम मान लेते हैं कि डॉक्टर हर्षवर्धन ने अपने स्पष्टीकरण में कह दिया कि करेंसी से कोरोना फैल रहा है तो क्या जो करेंसी अभी फ्लोट कर रही है, उसे बंद कर दिया जाएग. यदि बंद कर दिया जाता है तो उसका विकल्प क्या है.

मनोज कुमार दुबे ने कहा कि जो छोटे व्यापारी हैं, ठेले वाले हैं, गांव में रहने वाले हैं, उनको अभी भी डिजिटलाइजेशन मनी के बारे में नहीं पता. ऐसे में वे कैसे अपना काम करेंगे. उनके सामने एक और बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाएगी.

ये भी पढ़ें: पीएम मोदी के जन्मदिन पर काशी में हो रहा 'सेवा सप्ताह' का आयोजन

गौरतलब हो कि कुछ दिन पूर्व जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने एक डेटा जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वाराणसी के कोरोना मरीजों में सबसे ज्यादा संक्रमित व्यापारी वर्ग के लोग हैं. इसलिए उनको विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए.

वाराणसी: कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है. सभी वर्ग इससे प्रभावित हैं. इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत व्यापारी वर्ग को हो रही है क्योंकि उनका सीधा संपर्क जनता से है. ऐसे में समय-समय पर जिलाधिकारी के द्वारा नई गाइडलाइन भी जारी की जा रही है कि किस प्रकार से व्यापारी खुद को सुरक्षित रखें. इसी क्रम में कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन (कैट) ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्रक लिखकर यह पूछा है कि क्या करेंसी से कोरोना फैल सकता है. इस पर सरकार स्पष्टीकरण दें. कैट ने पत्रक में कहा है कि करेंसी कई सारे बीमारियों की संवाहक है. ऐसे में यह कोरोना महामारी के लिए कितना घातक है.

व्यापारियों ने कैट के पत्रक पर दी प्रतिक्रिया.

ईटीवी भारत से बातचीत में वाराणसी नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय सिंह बिल्लू ने कहा कि इस समय व्यापारियों की अन्य मुख्य समस्याओं को छोड़कर करेंसी की बात करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि कैट का यह बयान मूल रूप से प्रायोजित नजर आ रहा है क्योंकि वर्तमान में 50% व्यापारियों का लेनदेन करेंसी से होता है. ऐसे में समस्या को समाप्त करने की जगह लोगों में भय बनाया जा रहा है. मैं कैट का समर्थन कतई नहीं करता हूं.

कपड़ा व्यापारी मनोज कुमार दुबे ने कहा कि इस समय कोरोना से सबको सुरक्षित रखने की बात करनी चाहिए. हम मान लेते हैं कि डॉक्टर हर्षवर्धन ने अपने स्पष्टीकरण में कह दिया कि करेंसी से कोरोना फैल रहा है तो क्या जो करेंसी अभी फ्लोट कर रही है, उसे बंद कर दिया जाएग. यदि बंद कर दिया जाता है तो उसका विकल्प क्या है.

मनोज कुमार दुबे ने कहा कि जो छोटे व्यापारी हैं, ठेले वाले हैं, गांव में रहने वाले हैं, उनको अभी भी डिजिटलाइजेशन मनी के बारे में नहीं पता. ऐसे में वे कैसे अपना काम करेंगे. उनके सामने एक और बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाएगी.

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गौरतलब हो कि कुछ दिन पूर्व जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने एक डेटा जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वाराणसी के कोरोना मरीजों में सबसे ज्यादा संक्रमित व्यापारी वर्ग के लोग हैं. इसलिए उनको विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए.

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