वाराणसी: इन दिनों शीतलहर का कहर जारी है. लगातार ठंड बढ़ने की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. काशी के गंगा घाट भी जिस सुबह के लिए जाने जाते थे, वह लोगों को नजर नहीं आ रही. इसकी बड़ी वजह यह है कि बीते 4 से 5 दिनों से सूरज के दर्शन नहीं हुए हैं और काशी के गंगा घाट दोपहर 12 बजे तक घने कोहरे की चपेट में रह रहे हैं. जिसकी वजह से यहां आने वाले लोग मायूस भी हैं और हाड़कंपा देने वाली ठंड के बीच लोगों की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं.
4 दिन से नहीं दिखा सूरज, अधिकतम तापमान भी 11 डिग्री तक गिरा
उत्तर प्रदेश में ठंड का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा. बनारस के जिन सुंदर घाटों को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं, वह कोहरे से ढके रहते हैं.
वाराणसी: इन दिनों शीतलहर का कहर जारी है. लगातार ठंड बढ़ने की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. काशी के गंगा घाट भी जिस सुबह के लिए जाने जाते थे, वह लोगों को नजर नहीं आ रही. इसकी बड़ी वजह यह है कि बीते 4 से 5 दिनों से सूरज के दर्शन नहीं हुए हैं और काशी के गंगा घाट दोपहर 12 बजे तक घने कोहरे की चपेट में रह रहे हैं. जिसकी वजह से यहां आने वाले लोग मायूस भी हैं और हाड़कंपा देने वाली ठंड के बीच लोगों की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं.