वाराणसी : किसी भी शहर के विकास के लिए प्रॉपर प्लानिंग बेहद जरूरी मानी जाती है और अगर प्लानिंग निगम स्तर पर ही शुरू हो जाए तो पब्लिक को परेशानी भी कम होती है और विकास भी तेजी से होता है. यही वजह है कि वाराणसी शहर सीमा के विस्तार के बाद अब शहर के विकास की रूपरेखा तैयार करते हुए वाराणसी में नगर निगम ने अपने जोन की सीमा बढ़ा दी है. पहले जहां नगर निगम के पास आदमपुर, भेलूपुर, दशाश्वमेध कोतवाली और वरुणापार जोन हुआ करता था, तो वहीं सीमा विस्तार के बाद अब वाराणसी को 3 जोन का तोहफा मिला है. जिसमें ऋषि मांडवी, सारनाथ और आठवें जोन के रूप में रामनगर का निर्माण किया गया है. जिसे अधिकारियों की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद अब कार्यालय खोलने से लेकर अन्य सरकारी काम शुरू होने जा रहे हैं, जिसके बाद पब्लिक को अब नगर निगम मुख्यालय के चक्कर नहीं काटने होंगे.
इस बारे में नगर निगम वाराणसी के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि 'सीमा विस्तारीकरण के बाद नगर निगम की तरफ से 90 वार्ड से बढ़ाकर 100 वार्ड पहले ही किए जा चुके हैं. अब विकास को और गति देने के उद्देश्य से जोन की संख्या भी बढ़ा दी गई है. इस पर नगर आयुक्त शिपू गिरी और नगर प्रमुख अशोक तिवारी की भी मंजूरी मिल गई है.
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को इसका आदेश जारी कर दिया गया है. 9 जून में नए सीमा विस्तार के बाद ऋषि मांडवी, सारनाथ और रामनगर को शामिल किया गया है. राजस्व प्रभारी को गठित जोन कार्यालय के लिए 1 सप्ताह के भीतर ऑफिस स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं, इसके अलावा नगर स्वास्थ्य अधिकारी को इन नए जोन कार्यालयों में सफाई कर्मी और अन्य सफाई व्यवस्था से संबंधित चीजों को यथाशीघ्र करवाने के लिए निर्देश दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त मुख्य अभियंता और अन्य अधिकारियों से नए जोन कार्यालयों के स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक चीजें रंगाई पुताई और अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है. जब तक यह कार्यालय नहीं खुल जाते तब तक पुरानी व्यवस्था लागू रहेगी, लेकिन कार्यालयों के खुलने के बाद अब इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बड़ी सहूलियत होगी. लोगों को जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र से लेकर अन्य छोटे-छोटे कामों के लिए नगर निगम के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.
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आठों जोन में वाडों के नाम इस प्रकार हैं |
जोन 1 (आदमपुर) : राजघाट, चौकाघाट, अलईपुर, जलालीपुरा, हनुमान फाटक, कोनिया, घसियारीटोला, सरैया, बागेश्वरीदेवी, कमलगढ़हा, काजीसादुल्लापुरा, बन्धुकच्चीबाग, कमालपुरा, धूपचंडी, जमालुद्दीनपुरा |
जोन 2 (भेलूपुर) : सरायनंदन, दुर्गाकुंड, जोल्हा दक्षिणी, जोल्हा उत्तरी, बिरदोपुर, भेलूपुर, शिवाला, बागाहा ड़ा, बंगालीटोला, मदनपुरा, सीरगोवर्धनपुर, सुंदरपुर, भगवानपुर, छितुपुर खास, नरियां, नगवां. |
जोन 3 (दशाश्वमेध) : लोको छितपुर, शिवपुरवा, लल्लापुरा खुर्द, काजीपुरा, पितृकुंड, सूर्यकुंड, लल्लापुराकला, दशाश्वमेध, सिगरा, जंगमबाड़ी, जगतगंज, पिशाचमोचन व लहरतारा. |
जोन 4 (कोतवाली) : चेतगंज, ईश्वरगंगी, प्रहलादघाट, मध्यमेश्वर, कृतिवाश्वेशर, गोलादीनानाथ, पियरीकला, आदि विश्वेश्वर, बलुआबीर, ओमकालेश्वर, विन्दु माधव, कालभैरव |
जोन 5 (वरुणापार) : सरसौली, तरना, सिकरौल, नरायनपुर, नदेसर, शिवपुर, राजा बाजार, डिठोरी महाल, फुलवरिया, गनेशपुर, लोढ़ान, लालपुर गोलाघाट, मीरापुर बसही, पिसौर. |
तीन नए जोन का विवरण : जोन 6 (ऋषि मांडवी) : बजरडीहा, नेवादा, तुलसीपुर, रानीपुर, मंडुआडीह, कंदवा, करौदी, सुसुवाही, लोहता, मड़ौली, ककरमत्ता, शिवदासपुर. |
जोन 7 (सारनाथ) : हुकुलगंज, नई बस्ती, दनियालपुर, पांडेयपुर, पहाड़िया, अकथा, सारनाथ, खजुरी, रमरेपुर, सलारपुर, दीनापुर, संदहा, लेदूपुर, रमदत्तपुर पहाड़िया. |
जोन 8 (रामनगर) : सूजाबाद, पुराना रामनगर, रामपुर रामनगर |