वाराणसी: हॉटस्पाट क्षेत्र कोरोना से निपटने में कैसे अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं, इसका सफल उदाहरण वाराणसी के बजरडीहा, लोहता और गंगापुर के हॉटस्पाट क्षेत्र हैं. जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने इन क्षेत्रों को तत्काल हॉटस्पाट घोषित कर राजकीय निर्देशानुसार वहां त्वरित कार्रवाई कराई. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि इन हॉटस्पाट क्षेत्रों की स्थितियां और परिस्थितियां कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने में सभी के लिये एक गम्भीर चुनौती के रूप में थी, लेकिन हम काफी सफल रहे हैं.
लोहता ग्रीन जोन में हो जाएगा परिवर्तित
उन्होंने बताया कि लोहता में दिनांक 2 अप्रैल को एकत्रित किये गये सैंपल का परिणाम पॉजिटिव आने पर वहां तत्काल हॉटस्पाट और बफर जोन में शामिल लगभग 82 घरों के 1500 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण और थर्मल स्कैनिंग की गयी. स्क्रीनिंग के दौरान 100 व्यक्तियों, जिसमें मरीज के क्लोज कांटैक्ट अर्थात परिवार के सदस्य और अक्सर उनके मिलने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं, की जांच हेतु नमूना संग्रह किया गया. सभी व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट का परिणाम निगेटिव आया. चूंकि 02 अप्रैल के बाद कोई भी नया कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आया और मरीजों के सफल इलाज के बाद रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया, इसलिए यह क्षेत्र दिनांक 15 अप्रैल, 2020 से गाइड लाइन के अनुसार ऑरेन्ज जोन में आ चुका है. यदि कोई नया कोरोना पॉजिटिव केस आगामी दिवस में नहीं आता है तो दिनांक 28 अप्रैल, 2020 को यह क्षेत्र ग्रीन जोन में परिवर्तित होने में सफल हो जायेगा.
बजरडीहा ग्रीन जोन में हो जाएगा परिवर्तित
बजरडीहा जहां 3 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव केस मिला था. वहां तत्काल हॉटस्पाट और बफर जोन में शामिल लगभग 645 घरों के 4209 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण और थर्मल स्कैनिंग की गयी. स्क्रीनिंग के दौरान 121 व्यक्तियों जिसमें मरीज के क्लोज कांटैक्ट अर्थात परिवार के सदस्य और अक्सर उनके मिलने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं, की जांच हेतु नमूना संग्रह किया गया. सभी व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट का परिणाम निगेटिव आया है. चूंकि 3 अप्रैल के बाद कोई भी नया कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आया, इसलिए यह क्षेत्र दिनांक 17 अप्रैल से ऑरेन्ज जोन में आ चुका है. यदि कोई नया कोरोना पॉजिटिव केस आगामी दिवस में नहीं आता है तो दिनांक 01 मई, 2020 को यह क्षेत्र ग्रीन जोन में परिवर्तित होने में सफल हो जायेगा.
गंगापुर ग्रीन जोन में हो जाएगा परिवर्तित
गंगापुर हॉटस्पॉट क्षेत्र में मृत कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के परिवार के दो सदस्यों का सैंपल जो कि दिनांक 05 अप्रैल को लिया गया था, परिणाम पॉजिटिव आने पर उन्हें तत्काल आइसोलेशन में रख कर उनका सफल उपचार किया गया. रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया. गंगापुर में दिनांक 5 अप्रैल, 2020 को एकत्रित किये गये सैंपल पॉजिटिव आने पर वहां तत्काल हॉटस्पाट और बफर जोन में शामिल लगभग 2355 घरों के 11107 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण और थर्मल स्कैनिंग की गयी. स्क्रीनिंग के दौरान 60 व्यक्तियों जिसमें मरीज के क्लोज कांटैक्ट अर्थात् परिवार के सदस्य और उनके मिलने वाले व्यक्ति भी शामिल हैं, के जांच हेतु नमूना संग्रह किया गया. सभी व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट का परिणाम निगेटिव आया है. चूंकि 5 अप्रैल के बाद कोई भी नया कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आया और मरीजों के सफल इलाज के बाद रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया, इसलिए यह क्षेत्र दिनांक 18 अप्रैल, 2020 से ऑरेन्ज जोन में आ चुका है. यदि कोई नया कोरोना पॉजिटिव केस आगामी दिवस में नहीं आता है तो दिनांक 02 मई, 2020 को यह क्षेत्र ग्रीन जोन में परिवर्तित होने में सफल हो जायेगा.
अन्य क्षेत्रों में आए निगेटिव परिणाम
उक्त तीनों हॉटस्पॉट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग के बाद मरीज के क्लोज कॉन्टैक्ट और परिवार के सदस्यों के साथ अन्य व्यक्तियों के लिये गये सभी नमूनों का परिणाम निगेटिव आ चुका है. इसके अतिरिक्त नक्खीघाट में एक मात्र पॉजिटिव केस दिनांक 17 अप्रैल, 2020 को आने के बाद कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के 23 सैंपल लिये गये, जिसमें सभी के परिणाम निगेटिव आये हैं. पितरकुण्डा में अन्तिम पॉजिटिव केस दिनांक 23 अप्रैल, 2020 को आने के बाद इस क्षेत्र में 51 सैंपल लिये जा चुके हैं, जिसमें सभी के परिणाम निगेटिव आये हैं.
इन क्षेत्रों का हो सकता है ऑरेन्ज जोन और ग्रीन जोन में परिवर्तन
मदनपुरा में अन्तिम पॉजिटिव केस दिनांक 24 अप्रैल को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सूची से प्राप्त हुआ था. स्क्रीनिंग के बाद इस क्षेत्र में अब तक 173 सैंपल लिये जा चुके हैं, जिसमें 152 का परिणाम निगेटिव आया है, 21 का परिणाम आना अवशेष है. मड़ौली में पहला केस दिनांक 24 अप्रैल को आने के बाद कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के 14 सैंपल लिये गये, जिसमें सभी के परिणाम निगेटिव आये हैं. उक्त चारों क्षेत्रों में यदि कोई नया पॉजिटिव केस नहीं आता है तो ऑरेन्ज जोन और ग्रीन जोन में परिवर्तन के विषय में भविष्य में अवगत कराया जायेगा.
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