ETV Bharat / state

तैयारियां धरी रह गईं, अब मां गंगा के मर्जी से बसेगी वाराणसी में टेंट सिटी - रेत पर टेंट सिटी

वाराणसी में गंगा के पार रेत पर टेंट सिटी बसाने (Tent city in Varanasi) की प्लानिंग पर खुद मां गंगा ने पानी फेर रखा है. हालत यह है कि गंगा के जलस्तर बढ़ने के कारण निर्माण करने वाली कंपनी और सरकारी विभाग अभी काम भी शुरू नहीं कर सके हैं. हालांकि उम्मीद है कि नए साल तक यह टेंट सिटी पर्यटकों के लिए तैयार हो जाएगी.

Etv Bharat Tent city in Varanasi
Etv BharatTent city in Varanasi
author img

By

Published : Nov 22, 2022, 4:13 PM IST

Updated : Nov 22, 2022, 5:07 PM IST

वाराणसी: वाराणसी में पर्यटकों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. साल 2021-22 के अक्टूबर महीने तक ही 10 करोड़ से ज्यादा देसी और विदेशी टूरिस्ट ने की बनारस आ चुके थे. पर्यटकों के एंटरटेनमेंट के लिए वाराणसी में गंगा के किनारे टेंट सिटी बसाने की प्लानिंग की गई थी. यह प्लानिंग गुजरात के कच्छ और राजस्थान के रेतीले इलाके में होने वाले टेंट सिटी महोत्सव की तर्ज पर की गई थी. प्लान के मुताबिक गंगा किनारे टेंट सिटी बसाने के लिए देव दीपावली तक की डेडलाइन रखी गई थी, मगर नवंबर तक यह काम शुरू नहीं हो पाया.

वाराणसी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल से ईटीवी भारत की बातचीत

बनारस में गंगा के उस पार टेंट सिटी बसाने के लिए अहमदाबाद की दो कंपनियों का चयन किया गया है. टेंडर प्रक्रिया फाइनल होने के बाद इन कंपनियों को काम शुरू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई. एक कंपनी को 400 और दूसरी कंपनी को 200 टेंट तैयार करने हैं. इसके निर्माण की पूरी निगरानी वाराणसी विकास प्राधिकरण को सौंपी गई है. प्रस्तावित टेंट सिटी में बिजली, पानी और सीवरेज निस्तारण की व्यवस्था करने के लिए बिजली विभाग, जलकल और नगर निगम को लगाया गया. कुल मिलाकर इस प्रोजक्ट में सरकार के 13 विभाग शामिल थे मगर किसी विभाग का काम शुरू ही नहीं हो पाया.

Tent city in Varanas
गंगा किनारे टेंट सिटी बसाने के लिए देव दीपावली से पहले की डेडलाइन रखी गई थी, जो गंगा के घटते-बढ़ते जलस्तर के कारण फेल हो गई.

वाराणसी विकास प्राधिकरण का कहना है कि टेंट सिटी (Tent City on Ganga bank) का काम शुरू नहीं होने की बड़ी वजह रेत से भरी खाली जगह की कमी है. गंगा में इस साल जलस्तर अचानक बढ़ता और कम होता रहा, इस कारण 600 टेंट बनाने के लिए जगह नहीं मिल सकी है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल का कहना है कि टेंट सिटी का काम अब तक फाइनल स्टेज में पहुंच जाता, लेकिन गंगा में हुए बदलाव ने पूरा प्लान रोक दिया. जिस स्थान पर काम होना था, वहां पानी आ जाने के कारण काम ही नहीं शुरू हो पाया.



अभिषेक गोयल का कहना है कि टेंट सिटी बसाने के लिए गंगा के पार तीन इलाके चिह्नित किए थे. आज भी 2 स्थानों पर पानी नीचे है, लेकिन एक स्थान पर रेत सूखी नहीं है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को उम्मीद है कि 15 दिसंबर तक इस काम को फाइनल कर लेंगे और नए साल में यहां पर पर्यटकों को इसका लाभ भी मिलने लगेगा. टेंट सिटी बसाने के लिए टेंडर हासिल करने वाली कंपनी को काम में तेजी लाने और लगाए गए कुल 13 सरकारी विभागों को अपने काम को भी निर्धारित समय तक पूरा करने के लिए कहा गया है.

  • वाराणसी गंगा के पार 100 हेक्टेयर में बसानी है टेंट सिटी
  • प्लान के मुताबिक टेंट सिटी में कुल 600 टेंट बनाए जाएंगे
  • ऑनलाइन बुकिंग के जरिए पर्यटक टेंट सिटी में रुक सकेंगे
  • पूरी टेंट सिटी में तीन हिस्सों में तीन कैटिगरी के टेंट बनाए जाएंगे
  • पहला विला दूसरा सुपर डीलक्स व तीसरा डीलक्स
  • विला के टेंट 900 वर्ग फीट के होंगे
  • सुपर डीलक्स टेंट लगभग 580 वर्ग फीट के बनाए जाएंगे
  • डीलक्स टेंट 250 से 400 वर्ग फीट के बनाए जाएंगे

    पढ़ें : पर्यटन में काशी ने गोवा को छोड़ा पीछे, 10 करोड़ से ज्यादा लोगों ने की बनारस की सैर

वाराणसी: वाराणसी में पर्यटकों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. साल 2021-22 के अक्टूबर महीने तक ही 10 करोड़ से ज्यादा देसी और विदेशी टूरिस्ट ने की बनारस आ चुके थे. पर्यटकों के एंटरटेनमेंट के लिए वाराणसी में गंगा के किनारे टेंट सिटी बसाने की प्लानिंग की गई थी. यह प्लानिंग गुजरात के कच्छ और राजस्थान के रेतीले इलाके में होने वाले टेंट सिटी महोत्सव की तर्ज पर की गई थी. प्लान के मुताबिक गंगा किनारे टेंट सिटी बसाने के लिए देव दीपावली तक की डेडलाइन रखी गई थी, मगर नवंबर तक यह काम शुरू नहीं हो पाया.

वाराणसी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल से ईटीवी भारत की बातचीत

बनारस में गंगा के उस पार टेंट सिटी बसाने के लिए अहमदाबाद की दो कंपनियों का चयन किया गया है. टेंडर प्रक्रिया फाइनल होने के बाद इन कंपनियों को काम शुरू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई. एक कंपनी को 400 और दूसरी कंपनी को 200 टेंट तैयार करने हैं. इसके निर्माण की पूरी निगरानी वाराणसी विकास प्राधिकरण को सौंपी गई है. प्रस्तावित टेंट सिटी में बिजली, पानी और सीवरेज निस्तारण की व्यवस्था करने के लिए बिजली विभाग, जलकल और नगर निगम को लगाया गया. कुल मिलाकर इस प्रोजक्ट में सरकार के 13 विभाग शामिल थे मगर किसी विभाग का काम शुरू ही नहीं हो पाया.

Tent city in Varanas
गंगा किनारे टेंट सिटी बसाने के लिए देव दीपावली से पहले की डेडलाइन रखी गई थी, जो गंगा के घटते-बढ़ते जलस्तर के कारण फेल हो गई.

वाराणसी विकास प्राधिकरण का कहना है कि टेंट सिटी (Tent City on Ganga bank) का काम शुरू नहीं होने की बड़ी वजह रेत से भरी खाली जगह की कमी है. गंगा में इस साल जलस्तर अचानक बढ़ता और कम होता रहा, इस कारण 600 टेंट बनाने के लिए जगह नहीं मिल सकी है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल का कहना है कि टेंट सिटी का काम अब तक फाइनल स्टेज में पहुंच जाता, लेकिन गंगा में हुए बदलाव ने पूरा प्लान रोक दिया. जिस स्थान पर काम होना था, वहां पानी आ जाने के कारण काम ही नहीं शुरू हो पाया.



अभिषेक गोयल का कहना है कि टेंट सिटी बसाने के लिए गंगा के पार तीन इलाके चिह्नित किए थे. आज भी 2 स्थानों पर पानी नीचे है, लेकिन एक स्थान पर रेत सूखी नहीं है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को उम्मीद है कि 15 दिसंबर तक इस काम को फाइनल कर लेंगे और नए साल में यहां पर पर्यटकों को इसका लाभ भी मिलने लगेगा. टेंट सिटी बसाने के लिए टेंडर हासिल करने वाली कंपनी को काम में तेजी लाने और लगाए गए कुल 13 सरकारी विभागों को अपने काम को भी निर्धारित समय तक पूरा करने के लिए कहा गया है.

  • वाराणसी गंगा के पार 100 हेक्टेयर में बसानी है टेंट सिटी
  • प्लान के मुताबिक टेंट सिटी में कुल 600 टेंट बनाए जाएंगे
  • ऑनलाइन बुकिंग के जरिए पर्यटक टेंट सिटी में रुक सकेंगे
  • पूरी टेंट सिटी में तीन हिस्सों में तीन कैटिगरी के टेंट बनाए जाएंगे
  • पहला विला दूसरा सुपर डीलक्स व तीसरा डीलक्स
  • विला के टेंट 900 वर्ग फीट के होंगे
  • सुपर डीलक्स टेंट लगभग 580 वर्ग फीट के बनाए जाएंगे
  • डीलक्स टेंट 250 से 400 वर्ग फीट के बनाए जाएंगे

    पढ़ें : पर्यटन में काशी ने गोवा को छोड़ा पीछे, 10 करोड़ से ज्यादा लोगों ने की बनारस की सैर
Last Updated : Nov 22, 2022, 5:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.