वाराणसी: आईआईटी बीएचयू नॉन स्टॉप कर्मचारियों की मांग है ,कि प्रोफेसर वाइसी शर्मा को तत्काल बर्खास्त किया जाए. धरने पर बैठे कर्मचारियों का कहना है, कि कर्मचारी संबंधित आवास और प्रमोशन पॉलिसी में अब तक जो भी कार्य हुए हैं, उन सभी से उनको अवगत कराया जाए. साथ ही अस्थाई फोरम को बहाल किया जाए. इसके अलावा कर्मचारियों को एनओसी नियमानुसार दी जाय.
'मृतक पिंटू के दोषियों को मिले सजा'
धरने पर बैठे कर्मचारियों का कहना है, कि मृतक स्टाफ पिंटू कुमार का जो भी पत्र है, उसकी जांच करायी जाए, और दोषियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई हो. आपको बता दें, कि पिंटू कुमार नामक आईआईटी बीएचयू कर्मचारी ने भेलूपुर थाना अंतर्गत खोजवा बाजार में फांसी लगाकर जान दे दी थी।
धरने पर बैठे गोपाल यादव का कहना है, कि उनकी बातें नहीं सुनी जा रही है. मृतक पिंटू कुमार ने कई बार चिट्ठी लिखा अपने ट्रांसफर के लिए. उसने मेडिकल रिपोर्ट तक लगायी थी, तब भी कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद उसने शिवरात्रि के दिन फांसी लगाकर जान दे दी. हैरानी की बात तो ये है, कि पोस्टमार्टम ऑफिस के सूचना देने के बाद भी बीएचयू से कोई वहां नहीं पहुंचा. आगे वो कहते हैं, कि उनकी यही मांग है कि मृतक पिंटू के दोषियों को सजा दी जाए. साथ ही उनके पत्रों की जांच के साथ-साथ उनके यूनियन फोरम को बहाल किया जाए.