वाराणसी: पूर्व BSF जवान तेज बहादुर यादव द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करने का मामला सामने आया है. BSF की वर्दी में वाराणसी पहुंचे तेज बहादुर यादव ने वर्दी में ही चुनाव प्रचार शुरू कर दिया, जबकि निर्वाचन आयोग ने चुनाव में सेना से संबंधित किसी भी चीज को प्रचार में इस्तेमाल करने पर रोक लगा रखी है.
दरअसल तेज बहादुर यादव BSF जवानों को मिल रहे खाने का वीडियो वायरल करने के बाद सुर्खियों में आए थे. हालांकि बाद में तेज बहादुर को BSF से बर्खास्त कर दिया गया. बर्खास्तगी से नाराज तेज बहादुर यादव ने 2019 लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध वाराणसी से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया. इस समय वह चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान उनके द्वारा आचार सहिंता उल्लघंन का मामले सामने आया है.
BSF की वर्दी में वाराणसी पहुंचे तेज बहादुर यादव ने वर्दी में ही चुनाव प्रचार शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने आम जनों से मुलाकात कर अपने पक्ष में वोट करने की अपील की. बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव में सेना से संबंधित किसी भी चीज को प्रचार के लिए इस्तेमाल करने पर रोक लगा रखी है.
वहीं तेज बहादुर यादव BSF से बर्खास्त होने के बावजूद BSF की वर्दी में दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने वाराणसी में डोर टू डोर कैंपेन भी वर्दी में किया. हालांकि जब उनसे वर्दी के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यदि यह उल्लंघन है और चुनाव आयोग कहता है तो मैं इसे उतार दूंगा.