वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एमए चौथे सेमेस्टर के परीक्षा में परीक्षार्थियों को दूसरे सेमेस्टर का प्रश्न पत्र बांटने के मामले को विश्वविद्यालय ने गंभीरता से लिया है. इसकी जांच भी शुरू कर दी गई है. इसे देखते हुए विद्यापीठ प्रशासन द्वारा संबंधित परीक्षक को 3 साल के लिए डिबार करने की बात की जा रही है.
गौरतलब हो कि विद्यापीठ में एमए के दूसरे और चौथे सेमेस्टर का प्रश्न पत्र बनाने की जिम्मेदारी एक परीक्षक को सौंपी गई थी. पेपर बनने के बाद पेपर को पैक करने में लापरवाही बरती गई, जिसके कारण दूसरे सेमेस्टर के लिफाफे में चौथे सेमेस्टर का और चौथे सेमेस्टर के लिफाफे में दूसरे सेमेस्टर का प्रश्न पत्र रख दिया गया.
वहीं जब 28 सितंबर को विद्यार्थियों में गलत प्रश्न पत्र बांटा गया तो विद्यार्थी हंगामा करने लगे. इस बाबत कुलसचिव एसएल मौर्य ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. सर्वप्रथम परीक्षक के स्तर पर लापरवाही की बात सामने आ रही है. जल्द ही रिपोर्ट परीक्षा समिति के सामने रखी जाएगी. जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.