ETV Bharat / state

स्वामी जितेंद्रानन्द सरस्वती ने मांगी 'स्वंभू बाबा विश्वनाथ का जलाअभिषेक करने की अनुमति - Gyanvapi Shringar Gauri Case

ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष का दावा है कि कुंड में शिवलिंग मिला है, इसे लेकर सिविल कोर्ट ने उसे संरक्षित करने का आदेश दिया है. इस पूरे मामले पर अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेंद्रानन्द सरस्वती ने सरकार से उस शिवलिंग को लेकर विशेष दावा किया और दर्शन पूजन की अनुमति मांगी.

author img

By

Published : May 16, 2022, 10:33 PM IST

वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष का दावा है कि कुंड में शिवलिंग मिला है, इसे लेकर सिविल कोर्ट ने उसे संरक्षित करने का आदेश दिया है. इससे वाराणसी के संत समुदाय में हर्ष का माहौल है. इस पूरे मामले पर अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेंद्रानन्द सरस्वती ने सरकार से उस शिवलिंग को लेकर विशेष दावा किया और दर्शन पूजन की अनुमति मांगी.

स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि वह स्वयंभू बाबा विश्वनाथ हैं, स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है. सैकड़ों वर्षों के इस आपात परिस्थिति में ढंके होने के बाद काशी और विश्व के हिंदू के सामने प्रकट हुए. बाबा का प्रकट होने से प्रत्येक संत ही नहीं, बल्कि प्रत्येक सनातनी बहुत ही खुश हैं. अब तो हमारा यह कहना है कि अगर यह लोकतांत्रिक प्रणाली है तो कानून बना सकता है. स्पेशल प्रोविजनल एक्ट 1991 वापस करके काशी मुक्ति का रास्ता खोल दिया जाए.

स्वामी जितेंद्रानन्द सरस्वती

अखिल भारतीय संत समिति महामंत्री ने कहा कि प्रत्यक्ष के लिए किसी प्रमाण की जरूरत नहीं है. काशी में कण-कण पर शंकर हैं. कानून व्यवस्था और शासन व्यवस्था में अगर हमें अब बाबा के दर्शन से रोका तथा जलाअभिषेक और रुद्राभिषेक से हमें दूर रखा तो दुनिया में इससे बड़ा अन्याय और कुछ नहीं होगा. गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम आज समाप्त हो गया. मंगलवार को इसकी रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी जाएगी.

इसे पढ़ें- ज्ञानवापी में मिला शिवलिंग, कोर्ट ने उस स्थान को किया सील, CRPF ने लिया सुरक्षा घेरे में

वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष का दावा है कि कुंड में शिवलिंग मिला है, इसे लेकर सिविल कोर्ट ने उसे संरक्षित करने का आदेश दिया है. इससे वाराणसी के संत समुदाय में हर्ष का माहौल है. इस पूरे मामले पर अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री जितेंद्रानन्द सरस्वती ने सरकार से उस शिवलिंग को लेकर विशेष दावा किया और दर्शन पूजन की अनुमति मांगी.

स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि वह स्वयंभू बाबा विश्वनाथ हैं, स्वयंभू ज्योतिर्लिंग है. सैकड़ों वर्षों के इस आपात परिस्थिति में ढंके होने के बाद काशी और विश्व के हिंदू के सामने प्रकट हुए. बाबा का प्रकट होने से प्रत्येक संत ही नहीं, बल्कि प्रत्येक सनातनी बहुत ही खुश हैं. अब तो हमारा यह कहना है कि अगर यह लोकतांत्रिक प्रणाली है तो कानून बना सकता है. स्पेशल प्रोविजनल एक्ट 1991 वापस करके काशी मुक्ति का रास्ता खोल दिया जाए.

स्वामी जितेंद्रानन्द सरस्वती

अखिल भारतीय संत समिति महामंत्री ने कहा कि प्रत्यक्ष के लिए किसी प्रमाण की जरूरत नहीं है. काशी में कण-कण पर शंकर हैं. कानून व्यवस्था और शासन व्यवस्था में अगर हमें अब बाबा के दर्शन से रोका तथा जलाअभिषेक और रुद्राभिषेक से हमें दूर रखा तो दुनिया में इससे बड़ा अन्याय और कुछ नहीं होगा. गौरतलब है कि ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम आज समाप्त हो गया. मंगलवार को इसकी रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी जाएगी.

इसे पढ़ें- ज्ञानवापी में मिला शिवलिंग, कोर्ट ने उस स्थान को किया सील, CRPF ने लिया सुरक्षा घेरे में

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.