वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पद चिन्हों पर अब उनके अधिकारी भी चलने लगे हैं. वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने फाइनेंस कंपनी बनाकर बहुत से लोगों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में पांच आरोपियों की 8 करोड़ 70 लाख 69 हजार 573 रुपये की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त करने की कार्रवाई की. एसएसपी ने आरोपियों के अन्य संपत्तियों का भी पता लगाने के निर्देश दिए हैं.
एसएसपी अमित पाठक की तरफ से बताया गया कि धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में फुलवरिया के अजय प्रकाश, चोलापुर के बेनीपुर के रहने वाले रविंद्र कुमार वर्मा, चोलापुर के ही राजेंद्र प्रसाद और बड़ागांव थाना क्षेत्र के रहने वाले धर्मेंद्र कुमार के साथ भदोही के गोपीगंज निवासी अमरनाथ मौर्या को पिछले दिनों कैंट पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इन सभी पर एक लिमिटेड कंपनी और अन्य फर्जी फर्म के माध्यम से लोगों को कम समय में अच्छा फायदा देने का झांसा देकर उनसे पैसे निवेश करवाए गए और पैसे हड़प लेने के आरोप लगे थे.
जांच में सारे आरोप सही साबित होने के बाद कैंट पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था. पांचों आरोपियों की वाराणसी स्थित 6 करोड़ 52 लाख 7 हजार 110 रुपये और मिर्जापुर स्थित 2 करोड़ 18 लाख 62 हजार 463 रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई. एसएसपी का कहना है कि एसओ शिवपुर ने आरोपियों की वाराणसी स्थित छितौनी, बैदौली, अजोरपट्टी और भट्टी समेत मिर्जापुर में चल-अचल संपत्ति को जब्त किया है. आरोपियों की भदोही, मिर्जापुर प्रयागराज, गाजीपुर और आजमगढ़ स्थित संपत्तियों का भी जांच करवाते हुए इनको भी जब्त करने की कार्रवाई जल्द की जाएगी.
यह भी पढ़ेंः-वाराणसीः ट्रेन की पटरी पर फंसी बाइक, टला बड़ा हादसा