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गोरखपुर के MMMUT को मिले 20 नए प्रोफेसर, 26 हुए प्रमोट, कुल 110 पदों पर होगी नियुक्ति - MMMUT GORAKHPUR

स्क्रीनिंग और शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया पूरी करने के बाद, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदों पर नियुक्ति के लिए चयन समिति के समक्ष हुए थे साक्षात्कार

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर.
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 12 hours ago

गोरखपुरः मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) गोरखपुर को 20 नए शिक्षक मिल गए हैं. इसके साथ ही 26 शिक्षकों को कैरियर एडवांसमेंट योजना के अंतर्गत पदोन्नति दी गई है. कुलपति प्रो. जेपी सैनी की अध्यक्षता में सम्पन्न प्रबंध बोर्ड की बैठक में चयन समिति की संस्तुतियों के लिफाफे खोले गए जिसमें समिति की सिफारिशों को मंजूरी मिली.

प्रबंध बोर्ड ने दी मंजूरीः बता दें कि पिछले कुछ वर्षों से विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 110 पद रिक्त पड़े थे. इन पदों पर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति के लिए इसी वर्ष जनवरी में विज्ञापन प्रकाशित किए गए थे. स्क्रीनिंग और शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया को नियमानुसार पूरी करने के बाद, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदों पर नियुक्ति के लिए दिसंबर के दूसरे और चौथे सप्ताह में चयन समिति के समक्ष साक्षात्कार संपन्न हुए थे. इन्हीं चयन समितियों की संस्तुतियों को विश्वविद्यालय के प्रबंध बोर्ड से मंजूरी मिली है. इसमें असिस्टेंट प्रोफेसर पदों के लिए लिखित परीक्षा भी होती है. इन पदों के लिए साक्षात्कार अलग से जनवरी में आयोजित किए जाने की योजना है.

सीधी भर्ती के परिणाम प्रकाशितः वहीं, सीधी भर्ती के माध्यम से हुई नियुक्तियों के परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी प्रकाशित करा दिये गये हैं. सीधी भर्ती के माध्यम से कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग में पांच एसोसिएट प्रोफेसर, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग में एक एसोसिएट प्रोफेसर, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में पांच एसोसिएट प्रोफेसर, गणित विभाग में एक एसोसिएट प्रोफेसर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में चार एसोसिएट प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग में एक एसोसिएट प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में तीन एसोसिएट प्रोफेसर नियुक्त किए गए हैं.

कैरियर एडवांसमेंट योजना के 26 शिक्षकों को पदोन्नतः किसी भी विभाग में सीधी भर्ती के माध्यम से प्रोफेसर पद पर नियुक्ति नहीं हुई है. वर्ष 2017 में विश्वविद्यालय में आखिरी बार सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति हुई थी. इससे पहले 2016, और 2015 में भी ज्यादातर नियुक्तियां असिस्टेंट प्रोफेसर संवर्ग में हुईं थीं. एसोसिएट प्रोफेसर पद पर इतनी बड़ी संख्या में नियुक्तियां विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार हुई हैं. सीधी भर्ती के साथ ही कैरियर एडवांसमेंट योजना के अंतर्गत 26 शिक्षकों को पदोन्नत किए जाने को भी प्रबंध बोर्ड ने मंजूरी दे दी. इन 26 में से चार शिक्षकों क्रमशः डॉ.डीएस सिंह, डॉ. प्रभाकर तिवारी, डॉ लाल बहादुर प्रसाद, और डॉ जय प्रकाश को प्रोफेसर पद पर पदोन्नत किया गया है.

प्रशासनिक भवन कहलाएगा अटल भवन: वहीं, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के नवनिर्मित प्रशासनिक भवन का नामकरण, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में 'अटल भवन' किए जाने का निर्णय लिया गया है. विश्वविद्यालय में एक वर्ष पूर्व लगभग 12 करोड़ की लागत से तीन मंजिला प्रशासनिक भवन बनकर तैयार हुआ था, जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों हुआ था. इस भवन का कोई औपचारिक नामकरण नहीं किया गया था.

टेकसृजन-25 का उद्घाटन: वहीं, आज से विश्वविद्यालय में टेकसृजन-25 का भव्य उद्घाटन हुआ, जिसमें तकनीकी नवाचार और छात्र-प्रेरित पहल के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाया. इसका उद्घाटन 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और महान स्वतंत्रता सेनानी एवं शिक्षाविद पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती के सम्मान में किया गया. अटल जी के तकनीकी रूप से उन्नत और आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि, साथ ही पंडित मदन मोहन मालवीय जी के शिक्षा और राष्ट्र निर्माण में किए गए योगदान ,जो आज भी युवा नवाचारकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं. टेकसृजन को छात्रों और संकायों के बीच सहयोग और नवाचार को प्रोत्साहित करने वाले मंच के रूप में महत्व दिया जाता है. इस आयोजन में 17 प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी और 750 से अधिक छात्र प्रतिभाग करेंगे.

इसे भी पढ़ें-रवि किशन बोले, अटल जी के सपनों को पूरा कर रहे पीएम मोदी, विकसित भारत का संकल्प हो रहा पूरा

गोरखपुरः मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) गोरखपुर को 20 नए शिक्षक मिल गए हैं. इसके साथ ही 26 शिक्षकों को कैरियर एडवांसमेंट योजना के अंतर्गत पदोन्नति दी गई है. कुलपति प्रो. जेपी सैनी की अध्यक्षता में सम्पन्न प्रबंध बोर्ड की बैठक में चयन समिति की संस्तुतियों के लिफाफे खोले गए जिसमें समिति की सिफारिशों को मंजूरी मिली.

प्रबंध बोर्ड ने दी मंजूरीः बता दें कि पिछले कुछ वर्षों से विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 110 पद रिक्त पड़े थे. इन पदों पर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति के लिए इसी वर्ष जनवरी में विज्ञापन प्रकाशित किए गए थे. स्क्रीनिंग और शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया को नियमानुसार पूरी करने के बाद, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदों पर नियुक्ति के लिए दिसंबर के दूसरे और चौथे सप्ताह में चयन समिति के समक्ष साक्षात्कार संपन्न हुए थे. इन्हीं चयन समितियों की संस्तुतियों को विश्वविद्यालय के प्रबंध बोर्ड से मंजूरी मिली है. इसमें असिस्टेंट प्रोफेसर पदों के लिए लिखित परीक्षा भी होती है. इन पदों के लिए साक्षात्कार अलग से जनवरी में आयोजित किए जाने की योजना है.

सीधी भर्ती के परिणाम प्रकाशितः वहीं, सीधी भर्ती के माध्यम से हुई नियुक्तियों के परिणाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी प्रकाशित करा दिये गये हैं. सीधी भर्ती के माध्यम से कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग में पांच एसोसिएट प्रोफेसर, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग में एक एसोसिएट प्रोफेसर, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में पांच एसोसिएट प्रोफेसर, गणित विभाग में एक एसोसिएट प्रोफेसर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में चार एसोसिएट प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग विभाग में एक एसोसिएट प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में तीन एसोसिएट प्रोफेसर नियुक्त किए गए हैं.

कैरियर एडवांसमेंट योजना के 26 शिक्षकों को पदोन्नतः किसी भी विभाग में सीधी भर्ती के माध्यम से प्रोफेसर पद पर नियुक्ति नहीं हुई है. वर्ष 2017 में विश्वविद्यालय में आखिरी बार सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति हुई थी. इससे पहले 2016, और 2015 में भी ज्यादातर नियुक्तियां असिस्टेंट प्रोफेसर संवर्ग में हुईं थीं. एसोसिएट प्रोफेसर पद पर इतनी बड़ी संख्या में नियुक्तियां विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार हुई हैं. सीधी भर्ती के साथ ही कैरियर एडवांसमेंट योजना के अंतर्गत 26 शिक्षकों को पदोन्नत किए जाने को भी प्रबंध बोर्ड ने मंजूरी दे दी. इन 26 में से चार शिक्षकों क्रमशः डॉ.डीएस सिंह, डॉ. प्रभाकर तिवारी, डॉ लाल बहादुर प्रसाद, और डॉ जय प्रकाश को प्रोफेसर पद पर पदोन्नत किया गया है.

प्रशासनिक भवन कहलाएगा अटल भवन: वहीं, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के नवनिर्मित प्रशासनिक भवन का नामकरण, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में 'अटल भवन' किए जाने का निर्णय लिया गया है. विश्वविद्यालय में एक वर्ष पूर्व लगभग 12 करोड़ की लागत से तीन मंजिला प्रशासनिक भवन बनकर तैयार हुआ था, जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों हुआ था. इस भवन का कोई औपचारिक नामकरण नहीं किया गया था.

टेकसृजन-25 का उद्घाटन: वहीं, आज से विश्वविद्यालय में टेकसृजन-25 का भव्य उद्घाटन हुआ, जिसमें तकनीकी नवाचार और छात्र-प्रेरित पहल के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाया. इसका उद्घाटन 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और महान स्वतंत्रता सेनानी एवं शिक्षाविद पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती के सम्मान में किया गया. अटल जी के तकनीकी रूप से उन्नत और आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि, साथ ही पंडित मदन मोहन मालवीय जी के शिक्षा और राष्ट्र निर्माण में किए गए योगदान ,जो आज भी युवा नवाचारकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं. टेकसृजन को छात्रों और संकायों के बीच सहयोग और नवाचार को प्रोत्साहित करने वाले मंच के रूप में महत्व दिया जाता है. इस आयोजन में 17 प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी और 750 से अधिक छात्र प्रतिभाग करेंगे.

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