मेरठः यूपी के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज ने अपनी उपलब्धियों का बड़ी कीर्तिमान रच दिया है. यह कीर्तिमान है इस कॉलेज की उपलब्धि का. इस कॉलेज से पढ़कर 59 साल में 7400 डॉक्टर निकले. इस कॉलेज के पढ़े हुए कई पूर्व छात्र लंदन, अमेरिका, दुबई और कोलंबिया के महंगे डॉक्टर बन चुके हैं. ये डॉक्टर विश्वस्तरीय पहचान बना चुके हैं. चलिए आपको बताते हैं इस कॉलेज के बारे में.
कब हुई थी स्थापनाः हम बात कर रहे हैं मेरठ में स्थित लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज की. कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आरसी गुप्ता ने बताया कि इस कॉलेज की स्थापना 1966 मे हुई थी. तब से यह मेडिकल कॉलेज मरीजों को सेवाएं दे रहा है. हालांकि 1963 में तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रभानु गुप्ता ने मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया था. इसके बाद से कॉलेज अनवरत मेडिकल छात्रों को तैयार कर रहा है. उनकी मानें तो बीते 59 साल में कॉलेज ने अब तक 7400 डॉक्टरों को तैयार किया है. कई पूर्व छात्र तो विदेश में हैं.
विदेश में कई पूर्व छात्र-छात्राएं नामी डॉक्टर और प्रोफेसर बनेः कॉलेज के मुताबिक विदेश में प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सकों में डॉ. रिम्मी जो कि 1988 बैच की स्टूडेंट थीं, लंदन में प्रैक्टिस कर रही हैं.. लंदन में ही इसी कॉलेज के 1988 बैच के डॉ. मनोज श्रीवास्तव भी डॉक्टर हैं. इसी तरह 1989 बैच के चिकित्सक डॉ. मोहित सिंह नेगी भी अमेरिका में चिकित्सक हैं. चिकित्सक डॉ. दीप्ति मलिक अमेरिका के टाउन पेंसिल्वेनिया में डॉक्टर हैं. वह इंफेक्शन डिसीज की एक्सपर्ट हैं. इसी तरह दुबई में गायनी चिकित्सक अंशु जैन अपनी सेवाएं दे रहीं हैं. वह इस कॉलेज की पूर्व छात्रा रहीं हैं.
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अमेरिका में कई डॉक्टर बड़े पदों परः 1991 बैच की डॉ. नीतू मोहन अमेरिका में मेडिसिन इंफार्मेटिक हैं. 1990 बैच के डॉ. वी विवेक अमेरिका में हैं. 1992 बैच की डॉक्टर राशि अग्रवाल सिंगापुर और डॉ. मेधा गर्ग कोलंबिया में रेडियोलॉजी की एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहीं हैं. डॉ. रुचि श्रेष्ठा यूएसए में यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट पीटर्सबर्ग में रेडियोलॉजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. डॉ. रेसु बिक्रम भी वहीं यूनिवर्सिटी में चीफ इनोवेशन ऑफिसर जिम्मेदारी निभा रही हैं. अमेरिका में डॉ. शक्ति श्रीवास्तव, डॉ. सोनिया और डॉ. श्वेता के अलावा और भी काफी पूर्व छात्र विदेश में अपनी धाक जमा चुके हैं.
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कॉलेज के लिए आज का दिन क्यों खास हैः प्राचार्य डॉक्टर आरसी गुप्ता ने बताया कि कॉलेज ने कल अपनी स्थापना के 59 साल पूरे कर लिए हैं. इस वजह से आज कॉलेज का स्थापना दिवस और दीक्षांत समारोह आयोजित किया जाएगा. दीक्षांत समारोह में कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज मेरठ के एमबीबीएस पाठ्यक्रम के 144 छात्रों को एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के डिप्लोमा के 12 स्टूडेंट को कुलपति द्वारा उपाधि प्रदान की जाएगी. इस वर्ष कुल 24 छात्रो को गोल्ड मेडल दिए जाएंगे जबकि 52 छात्रो को डिसटिन्कशन, 23 छात्रो को सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट एवं 53 छात्रो को आनर्स सर्टिफिकेट तथा 1 छात्र को चल वैजयन्ती प्रदान किया जाएगा.कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पार्थ सारथी सेन शर्मा मौजूद रहेंगे. इसके अलावा कई अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
कॉलेज में मेडिकल की कितनी सीटें हर साल निकलतीः इस मेडिकल कॉलेज में हर साल एमबीबीएस की 150 सीटों पर दाखिला होता हैं. सीटों पर दाखिला नीट के जरिए होता है. इस बार कॉलेज में 2018 बैच के छात्रों का दीक्षांत किया जा रहा है.