लखनऊ: यूपी के 95 IAS अफसरों को क्रिसमस पर खुशखबरी मिली है. इन अफसरों को प्रमोशन और सेलेक्शन ग्रेड देने का आदेश जारी हो गया है. प्रमोशन एक जनवरी 2025 या फिर कार्यभार ग्रहण करने की तिथि, जो भी बाद में होगा, उससे लागू होंगे. IAS अफसरों के प्रमोशन को लेकर पिछले दिनों डीपीसी की बैठक हुई थी.
IAS अफसरों की डीपीसी के लिए बैठक मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई थी. विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका एस गर्ग और प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक एम देवराज शामिल हुए थे. इसमें सभी की पदोन्नति को हरी झंडी दे दी गई थी.
उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर आईएएस अधिकारियों को नए साल के पहले प्रमोशन का तोहफा मिल गया है. आदेश के मुताबिक लगभग 115 आईएएस अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें प्रमोट किया गया है. इसमें 2000, 2009, 2012 और 2021 बैच के आईएएस अधिकारी शामिल हैं. वहीं, यूपी में मौजूदा समय में जिलाधिकारी के पद पर तैनात 5 आईएएस अधिकारियों को कमिश्नर बनाया गया है. इसमें लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार, गाजियाबाद डीएम इंद्र विक्रम सिंह समेत तीन अन्य जिलों के जिलाधिकारी शामिल हैं.
इसी क्रम में 2000 बैच के आईएएस अफसरों को प्रमुख सचिव के पद पर प्रमोट किया गया है. जबकि 2009 बैच के आईएएस अधिकारियों को सचिव रैंक पर प्रमोशन मिला है. वहीं इन सभी आईएएस अधिकारियों का प्रमोशन होने के बाद उन्हें नई जिम्मेदारी भी मिल सकती है. इसके साथ ही 13 साल की सर्विस पूरी होने पर 2012 बैच के करीब 51 आईएएस अधिकारियों को सिलेक्शन ग्रेड दिया जा सकता है. साथ ही चार साल की सर्विस पूरी होने पर 2021 बैच के 17 आईएएस अधिकारियों को सीनियर टाइम स्केल दिया गया है.
जबकि 2009 बैच के कई आईएएस अधिकारियों को विशेष सचिव और डीएम रैंक से सचिव और कमिश्नर पद पर प्रमोट किया गया है. इसमें वाराणसी के डीएम आईएएस एस राजालिंगम, गाजियाबाद के डीएम इंद्र विक्रम सिंह का नाम भी शामिल है. इसके साथ ही मथुरा के जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह और कानपुर के डीएम राकेश कुमार सिंह द्वितीय को भी प्रमोशन का लाभ दिया गया है.