ETV Bharat / state

काशी में तैयार हुई राम नाम की खास साड़ी, 500 से ज्यादा तस्वीरों के जरिए उकेरी गई है श्रीराम की जीवनगाथा

अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha Kashi Special Saree) होनी है. इसे लेकर रामभक्तों में खासा उत्साह है. इस ऐतिहासिक समारोह के लिए पूरे देश से कुछ न कुछ भेंट जा रही है. इसी कड़ी में वाराणसी के एक साड़ी कारोबारी ने रामलला के लिए खास साड़ी बनवाई है.

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 18, 2024, 12:22 PM IST

रामलला को भेंट करने के लिए तैयार की गई है खास साड़ी.
रामलला को भेंट करने के लिए तैयार की गई है खास साड़ी.
रामलला को भेंट करने के लिए तैयार की गई है खास साड़ी.

वाराणसी : अयोध्या में कुछ ही दिनों में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसके लिए अनुष्ठान भी शुरू हो चुका है. आज रामलला गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे. पूरे देश में इस आयोजन को लेकर काफी उत्साह है. हर कोई श्रीराम के चरणों में अपनी तरफ से कुछ न कुछ भेंट करना चाह रहा है. देश के कोने-कोने से कई नायाब चींजें पहुंच रहीं हैं. इसी कड़ी में काशी के एक साड़ी कारोबारी ने रामलला को भेंट करने के लिए खास साड़ी तैयार करवाई है. सिल्क की इस साड़ी पर तस्वीरों के जरिए भगवान राम के जीवन से जुड़े हर घटनाक्रम को उकेरा गया है.

सिल्क की साड़ी पर हैं सैकड़ों तस्वीरों के प्रिंट : वाराणसी के साड़ी कारोबारी विकास चौक इलाके में त्रिदेव बनारस नाम से साड़ी की बड़ी फर्म चलाते हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि अपनी तरफ से प्रभु श्रीराम को अर्पित करने के लिए उन्होंने सिल्क की साड़ी तैयार करवाई है. उन्होंने बताया कि जब राम मंदिर बनने की शुरुआत हुई थी तभी से वह अपनी तरफ से प्रभु श्रीराम के चरणों में कुछ अर्पित करने की इच्छा रखे हुए थे, लेकिन यह संभव नहीं हो पा रहा था. उन्होंने दशहरे के मौके पर एक कारीगर से मिलकर सिल्क की एक साड़ी बनवाई और उस पर प्रिंट की मदद से प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़ी तमाम तस्वीरों को छापने के लिए दूसरे कारीगर से बात की. यह थोड़ा मुश्किल था, क्योंकि श्लोक और लिखित रूप से तो श्रीराम के बारे में बहुत कुछ मौजूद हैं लेकिन उनके जीवन से जुड़ी तमाम तस्वीरों को जुटाना बहुत बड़ा चैलेंज था.

कई धार्मिक किताबों को खंगालकर जुटाईं तस्वीरें : विकास ने बताया कि इसके लिए उन्होंने कई लाइब्रेरी, कई पुस्तकों की दुकानों पर जाकर रामचरितमानस, वाल्मीकि रामायण समेत अन्य पुस्तकों को खोजना शुरू किया. जिस पुस्तक में जो तस्वीर मिल रही थी, उसे लेकर एक-एक करके कंप्यूटर पर स्कैन करने के बाद उन तस्वीरों को साड़ी पर छापने का काम करवा रहे थे. सबसे बड़ी बात यह है कि इस पूरी साड़ी में भगवान प्रभु श्रीराम के जीवन के जुड़े बालकांड, अयोध्या कांड, किष्किंधा कांड, अरण्यकांड, सुंदरकांड, लंका कांड और उत्तर कांड के समस्त पहलुओं को चित्रों के जरिए प्रस्तुत किया गया है. इस पूरी साड़ी में अलग-अलग किताबों से 500 से ज्यादा तस्वीरों को लगाया गया है. साड़ी का पल्लू प्रभुश्री राम को पूरी तरह से समर्पित है और उसमें प्रभु श्रीराम के राम दरबार की भव्य तस्वीर लगवाई गई है, जबकि ब्लाउज पीस भी जय श्रीराम के जय घोष के साथ प्रिंट करवाया गया है. पूरे ब्लाउज पीस पर जय श्री राम का ही नाम उकेरा गया है.

प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला को करेंगे भेंट : यह साड़ी अपने आप में बहुत खूबसूरत बनकर तैयार हुई है. विकास का कहना है कि यह उन्होंने भी नहीं सोचा था कि प्रभु श्री राम के लिए बनवाए जाने वाली यह अद्भुत भेंट इतनी भव्य रूप में तैयार होगी. इसको जो भी देखेगा वह इसका मुरीद हो जाएगा. विकास का कहना है कि मेरी हार्दिक इच्छा है कि यह साड़ी आयोजन के समय प्रभु श्री राम को अर्पित करूं, लेकिन सुरक्षा कारण से यह संभव नहीं है. 22 जनवरी के आयोजन के बाद यह साड़ी प्रभु श्री राम के चरणों में अर्पित करेंगे और हमारी हार्दिक इच्छा है कि माता सीता और प्रभु श्रीराम को दी जाने वाली यह भेंट सिर्फ मेरी नहीं बल्कि पूरे काशी की जनता की तरफ से होगी. भगवान राम पूरे बनारस और पूरे विश्व को अपना आशीर्वाद दें.

यह भी पढ़ें : मेरठ में बड़े पैमाने पर तैयार हो रहा अयोध्या मंदिर मॉडल व राम दरबार, आभूषण निर्माताओं का बढ़ा कारोबार

रामलला को भेंट करने के लिए तैयार की गई है खास साड़ी.

वाराणसी : अयोध्या में कुछ ही दिनों में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसके लिए अनुष्ठान भी शुरू हो चुका है. आज रामलला गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे. पूरे देश में इस आयोजन को लेकर काफी उत्साह है. हर कोई श्रीराम के चरणों में अपनी तरफ से कुछ न कुछ भेंट करना चाह रहा है. देश के कोने-कोने से कई नायाब चींजें पहुंच रहीं हैं. इसी कड़ी में काशी के एक साड़ी कारोबारी ने रामलला को भेंट करने के लिए खास साड़ी तैयार करवाई है. सिल्क की इस साड़ी पर तस्वीरों के जरिए भगवान राम के जीवन से जुड़े हर घटनाक्रम को उकेरा गया है.

सिल्क की साड़ी पर हैं सैकड़ों तस्वीरों के प्रिंट : वाराणसी के साड़ी कारोबारी विकास चौक इलाके में त्रिदेव बनारस नाम से साड़ी की बड़ी फर्म चलाते हैं. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि अपनी तरफ से प्रभु श्रीराम को अर्पित करने के लिए उन्होंने सिल्क की साड़ी तैयार करवाई है. उन्होंने बताया कि जब राम मंदिर बनने की शुरुआत हुई थी तभी से वह अपनी तरफ से प्रभु श्रीराम के चरणों में कुछ अर्पित करने की इच्छा रखे हुए थे, लेकिन यह संभव नहीं हो पा रहा था. उन्होंने दशहरे के मौके पर एक कारीगर से मिलकर सिल्क की एक साड़ी बनवाई और उस पर प्रिंट की मदद से प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़ी तमाम तस्वीरों को छापने के लिए दूसरे कारीगर से बात की. यह थोड़ा मुश्किल था, क्योंकि श्लोक और लिखित रूप से तो श्रीराम के बारे में बहुत कुछ मौजूद हैं लेकिन उनके जीवन से जुड़ी तमाम तस्वीरों को जुटाना बहुत बड़ा चैलेंज था.

कई धार्मिक किताबों को खंगालकर जुटाईं तस्वीरें : विकास ने बताया कि इसके लिए उन्होंने कई लाइब्रेरी, कई पुस्तकों की दुकानों पर जाकर रामचरितमानस, वाल्मीकि रामायण समेत अन्य पुस्तकों को खोजना शुरू किया. जिस पुस्तक में जो तस्वीर मिल रही थी, उसे लेकर एक-एक करके कंप्यूटर पर स्कैन करने के बाद उन तस्वीरों को साड़ी पर छापने का काम करवा रहे थे. सबसे बड़ी बात यह है कि इस पूरी साड़ी में भगवान प्रभु श्रीराम के जीवन के जुड़े बालकांड, अयोध्या कांड, किष्किंधा कांड, अरण्यकांड, सुंदरकांड, लंका कांड और उत्तर कांड के समस्त पहलुओं को चित्रों के जरिए प्रस्तुत किया गया है. इस पूरी साड़ी में अलग-अलग किताबों से 500 से ज्यादा तस्वीरों को लगाया गया है. साड़ी का पल्लू प्रभुश्री राम को पूरी तरह से समर्पित है और उसमें प्रभु श्रीराम के राम दरबार की भव्य तस्वीर लगवाई गई है, जबकि ब्लाउज पीस भी जय श्रीराम के जय घोष के साथ प्रिंट करवाया गया है. पूरे ब्लाउज पीस पर जय श्री राम का ही नाम उकेरा गया है.

प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला को करेंगे भेंट : यह साड़ी अपने आप में बहुत खूबसूरत बनकर तैयार हुई है. विकास का कहना है कि यह उन्होंने भी नहीं सोचा था कि प्रभु श्री राम के लिए बनवाए जाने वाली यह अद्भुत भेंट इतनी भव्य रूप में तैयार होगी. इसको जो भी देखेगा वह इसका मुरीद हो जाएगा. विकास का कहना है कि मेरी हार्दिक इच्छा है कि यह साड़ी आयोजन के समय प्रभु श्री राम को अर्पित करूं, लेकिन सुरक्षा कारण से यह संभव नहीं है. 22 जनवरी के आयोजन के बाद यह साड़ी प्रभु श्री राम के चरणों में अर्पित करेंगे और हमारी हार्दिक इच्छा है कि माता सीता और प्रभु श्रीराम को दी जाने वाली यह भेंट सिर्फ मेरी नहीं बल्कि पूरे काशी की जनता की तरफ से होगी. भगवान राम पूरे बनारस और पूरे विश्व को अपना आशीर्वाद दें.

यह भी पढ़ें : मेरठ में बड़े पैमाने पर तैयार हो रहा अयोध्या मंदिर मॉडल व राम दरबार, आभूषण निर्माताओं का बढ़ा कारोबार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.