इटावा: जिला सहकारी विकास संघ लिमिटेड इटावा के अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष गोपाल यादव ने प्रशासन पर गंभीर आरोप जड़े हैं. चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के अभय सिंह सेंगर ने जीत हासिल की है. चुनाव में समाजवादी पार्टी के कृष्णपाल सिंह चौहान प्रतिद्वंद्वी थे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष गोपाल यादव के कहा कि कल 30 जनवरी को जिला सहकारी विकास संघ लिमिटेड की चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई. इस चुनाव में प्रशासन ने सारी हदें पार करते हुए भाजपा कार्यकर्ता बनकर चुनाव कराने का कार्य किया. इस चुनाव में परिसीमन से ही दोषपूर्ण प्रक्रिया अपनायी गई. इटावा तहसील की एक सीट कम करके बिधूना तहसील में एक सीट बढ़ा दी गई. व्यक्तिगत में भी एक सीट जगह दो सीटें कर दी गईं.
गोपाल यादव का आरोप है कि 24 अक्टूबर 2024 को निदेशक मंडल का कार्यकाल पूरा हो जाने के बाद और प्रशासक नियुक्त हो जाने के बाद लगभग 880 वोट फर्जी तरह से बढ़ाए गए. जबकि नियमानुसार प्रशासक नियुक्त होने के बाद नया मतदाता नहीं बनाया जा सकता था. इसके अलावा निर्वाचन प्रक्रिया शुरू होने के 45 दिन पूर्व नए वोटर शामिल करना बंद कर दिया जाता है. फिर भी नियमों को दरकिनार करके 880 नए मतदाता बनाए गए. इससे व्यक्तिगत की 2 सीटों के चुनाव परिणाम प्रभावित हुए.
गोपाल यादव के मुताबिक अंतिम मतदाता सूची में दूसरे फर्जी नाम जोड़े गए. इससे बिधूना तहसील के चारों सीटों के परिणाम प्रभावित हुए. चुनाव के अंतिम दिन शासन द्वारा एक निदेशक को नामित कर दिया गया और जिस पत्र द्वारा उक्त निदेशक नामित किया गया उसमें यह स्पष्ट है कि उक्त व्यक्ति पूरी कार्यकारिणी का गठन की होने के उपरांत ही कार्यक्रमों में भाग ले सकता है.
इस मामले में आपत्ति के बाद भी उसे नामित व्यक्ति को मतदान में वोट देने का अधिकार दे दिया गया. इस चुनाव की पूरी प्रक्रिया के दौरान ही प्रशासन का रवैया बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण रहा. अधिकारी गलत तरीके से भाजपा प्रत्याशी को जिताने में लगे रहे. हम इस चुनाव प्रक्रिया के खिलाफ उच्च न्यायालय में जाएंगे.