वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में वाटर वे को लेकर काफी एक्टिव हैं. लगभग दो साल पहले उन्होंने वाराणसी में कोलकाता से बिहार के रास्ते गंगा में बनने वाले पहले वाटर वे की शुरुआत की, जिसके बाद कई बड़े मालवाहक जहाज इस रास्ते से आना-जाना शुरू कर चुके हैं. हाल ही में एक नियमित क्रूज भी गंगा की लहरों पर दौड़ रहा है, जो सुबह-शाम गंगा के घाटों का अवलोकन कराने का काम सैलानियों को करता है.
अर्थ गंगा प्रोजेक्ट के तहत प्रधानमंत्री मोदी के इस सपने को साकार करने के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण और वाराणसी जिला प्रशासन ने मिलकर गाजीपुर, मिर्जापुर, चंदौली के लिए एक क्रूज की शुरुआत करने की तैयारी की है. सबसे बड़ी बात यह है कि कोलकाता से पटना और फिर पटना से होते हुए यह स्पेशल क्रूज़ वाराणसी पहुंच चुका है, जिस पर सबसे पहले पहुंचा ईटीवी भारत.
जानें क्रूज विवेकानंद के बारे में
वाराणसी के खिड़कियां घाट पर इन दिनों एक क्रूज लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वेसल्स विवेकानंद नाम का यह क्रूज दो दिन पहले वाराणसी लाया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह क्रूज प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाया जाएगा. जिला प्रशासन को संचालन देने के लिए प्राधिकरण आई डब्ल्यूएआइ ने एएमयू तैयार किया है, जिसके तहत इसे गंगा में चलाया जाएगा. इस हाईटेक क्रूज़ में लगभग 145 यात्रियों के बैठने की सुविधा के साथ फुली लोडेड ट्रक और 2 चार पहिया वाहन खड़े करने की क्षमता है. यूपी में पहली बार ऐसा मौका होगा. जब गंगा के रास्ते एक जिले से दूसरे जिले का सफर आसानी से पूरा किया जा सकेगा.