वाराणसी: जिला प्रशासन के द्वारा शहर के राजघाट गंगा तट पर 11 से 16 मार्च तक छह दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव पर्व का आयोजन किया गया है, जिसका उद्घाटन गुरुवार को पर्यटन मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने किया. उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व पर महादेव की नगरी काशी पूरी तरह शिवमय हो जाती है. काशी अब आध्यात्मिक पर्यटन के रूप में विश्व में स्थापित हो रहा है. यह विश्व की सांस्कृतिक राजधानी भी है. यहां का सांस्कृतिक घराना विश्व प्रसिद्ध है. महाशिवरात्रि पर्व पर आज पूरा काशी शिवमय हो गया है.
6 दिवसीय सांस्कृतिक संध्या की हुई शुरुआत
बता दें कि पर्यटन विभाग द्वारा छह दिवसीय सांस्कृतिक संध्या का आयोजन विगत वर्षों से कराया जा रहा है, जिसमें देशी-विदेशी पर्यटक का आवागमन होता है. महाशिवरात्रि महोत्सव पर्व के पहले दिन गणेश मिश्र का शास्त्रीय गायन, पद्म भूषण पंडित राजन-साजन मिश्र का शास्त्रीय गायन, हरिप्रसाद का बांसुरी वादन, माया कुलश्रेष्ठ का कत्थक और अंजली पाठक का गायन का भव्य आयोजन हुआ.
'फैम टूअर' का भी आयोजन
11 से 13 मार्च तक वाराणसी में 'फैम टूअर' का भी आयोजन किया गया है, जिसमें देश के विभिन्न प्रदेशों एवं स्थलों से आए टूर ऑपरेटर का राजघाट पर स्वागत किया जाएगा. मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने बताया कि आए टूर ऑपरेटरों को काशी में हुए विकास कार्यों एवं यहां के आकर्षण को दिखलाया जाएगा ताकि वे अपने यहां के पर्यटकों को इससे अवगत करा सकें, जिससे अधिक से अधिक पर्यटक काशी आएं और वह मात्र यहां पर आएं ही नहीं बल्कि यहां पर अधिक से अधिक दिनों तक उनका ठहराव सुनिश्चित हो सके.
पर्यटकों को इन स्थानों का कराया जाएगा भ्रमण
उन्होंने बताया कि 'फैम टूअर' कार्यक्रम के अंतर्गत आने वाले प्रमुख टूर ऑपरेटरों को कैथी स्थित मारकंडेय महादेव, शूलटंकेश्वर, रामेश्वरम, काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर, मानमहल घाट सहित गंगा के घाट, बड़ालालपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सहित सारनाथ के लाइट एंड साउंड शो को दिखलाया जाएगा. इस दौरान राजघाट कार्यक्रम स्थल पर लगे चित्र प्रदर्शनी का भी मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने अवलोकन किया.