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वाराणसी: 7 महीने बाद फिर से गुलजार हुए स्कूल, इन नियमों के तहत दिया गया प्रवेश - उत्तर प्रदेश समाचार

करीब सात महीने बाद वाराणसी समेत प्रदेशभर में स्कूल खुल गए हैं. फिलहाल स्कूलों में 9वीं से 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए क्लासेस लगाई जाएंगी. इस दौरान कोरोना से बचने के लिए प्रोटोकॉल तय किए गए हैं.

schools reopen in varanasi
बच्चों के हाथों को किया गया सैनिटाइज
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Published : Oct 19, 2020, 10:43 AM IST

Updated : Oct 19, 2020, 11:14 AM IST

वाराणसी: अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब धीरे-धीरे चीजें सामान्य हो रही हैं. बीते दिनों मल्टीप्लेक्सेस और सिनेमा हॉल खोले जाने के बाद आज सरकारी आदेश को दृष्टिगत रखते हुए कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों को भी खोल दिया गया है. वाराणसी में भी स्कूल रिओपन हो गए हैं और सरकारी आदेशों का पालन करते हुए स्कूलों में प्रवेश दिए गए हैं और बच्चे भी सात महीने बाद स्कूल पहुंचकर बेहद खुश दिखाई दे रहे हैं.

schools reopen in varanasi
स्कूल जाते बच्चे

नियमों के पालन के साथ मिला प्रवेश

जिले के भेलूपुर क्षेत्र के रविंद्रपुरी कॉलोनी स्थित गोपी राधा बालिका इंटर कॉलेज सोमवार को 7 महीने बाद खुला है. मुख्य द्वार पर ही सुबह सबसे पहले सैनिटाइजेशन के साथ क्लासरूम को भी सेनीटाइज किया गया. इसके बाद यहां आने वाले बच्चों को एक-एक करके थर्मल स्कैनिंग, हाथों को सैनिटाइज करने और बाद मास्क के साथ प्रवेश दिया गया है. बिना मास्क के बच्चों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित किया गया था और स्कूल प्रबंधन ने भी अपनी तरफ से पर्याप्त मास्क की व्यवस्था की है. ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो सके. स्कूल के मुख्य द्वार पर ही सभी बच्चों की थर्मल स्कैनिंग के बाद उन्हें स्कूल में प्रवेश दिया जा रहा है.

सात महीने बाद स्कूल पहुंचकर खुश दिखाई दे रहे हैं बच्चे

हर क्लास में सिर्फ 50% की मौजूदगी

क्लास रूम में भी जिक जैक सिस्टम के तहत एक बेंच पर एक या फिर एक स्टोरों दूसरा इस चोर बच्चों को बैठाकर 50% बच्चों की मौजूदगी में ही क्लासरूम संचालित किए जा रहे हैं. फिलहाल 7 महीने बाद स्कूलों के खुलने के बाद बच्चों का यहां प्रवेश होना चहल पहल और रौनक बढ़ाने वाला दिखाई दिया है.

स्कूल आकर बच्चे बेहद खुश

स्कूल आने वाली छात्राओं में भी बेहद खुशी दिखाई दी उनका कहना है कि 7 महीने घर पर बैठे-बैठे बोर हो चुके थे. ऑनलाइन पढ़ाई बड़े हो रही थी, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कतें भी काफी आ रही थी. नेटवर्क से लेकर सवाल ना पूछ पाने तक की दिक्कत उन्हें रोज फेस करनी पड़ रही थी, लेकिन अब ऑनलाइन की जगह ऑफलाइन क्लास से शुरू हो रही हैं, जिसके बाद उन्हें पूरा विश्वास है कि वह अपनी पढ़ाई को फिर से सुचारू रूप से आगे बढ़ा सकेंगे.

schools reopen in varanasi
बच्चों के हाथों को किया गया सैनिटाइज

एसओपी का किया जा रहा पालन

वहीं स्कूल प्रबंधन का भी कहना है कि स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत कोरोनावायरस कॉल को लेकर जो गाइडलाइन दी गई हैं, उसके हिसाब से स्कूल खोले गए हैं क्लास रूम में लिमिटेड बच्चों की एंट्री के साथ ही सैनिटाइजेशन थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की गई है दो शिफ्ट में क्लास शुरू हुई है. पहली पाली में 8:50 से 11:50 तक क्लास 9 और क्लास 10, जबकि दूसरी पारी में 12:15 से 3:15 तक क्लास 11 और 12 कि कक्षाएं संचालित की जाएंगी. फिलहाल स्कूलों में बच्चों को भेजने को लेकर पेरेंट्स बहुत ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं. फिर भी लगभग 50% पेरेंट्स की सहमति के बाद बच्चों को स्कूल में भेजा गया है और आज से फिर से स्कूलों का संचालन शुरू हो गया है.

वाराणसी: अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद अब धीरे-धीरे चीजें सामान्य हो रही हैं. बीते दिनों मल्टीप्लेक्सेस और सिनेमा हॉल खोले जाने के बाद आज सरकारी आदेश को दृष्टिगत रखते हुए कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों को भी खोल दिया गया है. वाराणसी में भी स्कूल रिओपन हो गए हैं और सरकारी आदेशों का पालन करते हुए स्कूलों में प्रवेश दिए गए हैं और बच्चे भी सात महीने बाद स्कूल पहुंचकर बेहद खुश दिखाई दे रहे हैं.

schools reopen in varanasi
स्कूल जाते बच्चे

नियमों के पालन के साथ मिला प्रवेश

जिले के भेलूपुर क्षेत्र के रविंद्रपुरी कॉलोनी स्थित गोपी राधा बालिका इंटर कॉलेज सोमवार को 7 महीने बाद खुला है. मुख्य द्वार पर ही सुबह सबसे पहले सैनिटाइजेशन के साथ क्लासरूम को भी सेनीटाइज किया गया. इसके बाद यहां आने वाले बच्चों को एक-एक करके थर्मल स्कैनिंग, हाथों को सैनिटाइज करने और बाद मास्क के साथ प्रवेश दिया गया है. बिना मास्क के बच्चों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित किया गया था और स्कूल प्रबंधन ने भी अपनी तरफ से पर्याप्त मास्क की व्यवस्था की है. ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो सके. स्कूल के मुख्य द्वार पर ही सभी बच्चों की थर्मल स्कैनिंग के बाद उन्हें स्कूल में प्रवेश दिया जा रहा है.

सात महीने बाद स्कूल पहुंचकर खुश दिखाई दे रहे हैं बच्चे

हर क्लास में सिर्फ 50% की मौजूदगी

क्लास रूम में भी जिक जैक सिस्टम के तहत एक बेंच पर एक या फिर एक स्टोरों दूसरा इस चोर बच्चों को बैठाकर 50% बच्चों की मौजूदगी में ही क्लासरूम संचालित किए जा रहे हैं. फिलहाल 7 महीने बाद स्कूलों के खुलने के बाद बच्चों का यहां प्रवेश होना चहल पहल और रौनक बढ़ाने वाला दिखाई दिया है.

स्कूल आकर बच्चे बेहद खुश

स्कूल आने वाली छात्राओं में भी बेहद खुशी दिखाई दी उनका कहना है कि 7 महीने घर पर बैठे-बैठे बोर हो चुके थे. ऑनलाइन पढ़ाई बड़े हो रही थी, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कतें भी काफी आ रही थी. नेटवर्क से लेकर सवाल ना पूछ पाने तक की दिक्कत उन्हें रोज फेस करनी पड़ रही थी, लेकिन अब ऑनलाइन की जगह ऑफलाइन क्लास से शुरू हो रही हैं, जिसके बाद उन्हें पूरा विश्वास है कि वह अपनी पढ़ाई को फिर से सुचारू रूप से आगे बढ़ा सकेंगे.

schools reopen in varanasi
बच्चों के हाथों को किया गया सैनिटाइज

एसओपी का किया जा रहा पालन

वहीं स्कूल प्रबंधन का भी कहना है कि स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत कोरोनावायरस कॉल को लेकर जो गाइडलाइन दी गई हैं, उसके हिसाब से स्कूल खोले गए हैं क्लास रूम में लिमिटेड बच्चों की एंट्री के साथ ही सैनिटाइजेशन थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की गई है दो शिफ्ट में क्लास शुरू हुई है. पहली पाली में 8:50 से 11:50 तक क्लास 9 और क्लास 10, जबकि दूसरी पारी में 12:15 से 3:15 तक क्लास 11 और 12 कि कक्षाएं संचालित की जाएंगी. फिलहाल स्कूलों में बच्चों को भेजने को लेकर पेरेंट्स बहुत ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं. फिर भी लगभग 50% पेरेंट्स की सहमति के बाद बच्चों को स्कूल में भेजा गया है और आज से फिर से स्कूलों का संचालन शुरू हो गया है.

Last Updated : Oct 19, 2020, 11:14 AM IST
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