वाराणसी: संकट मोचन संगीत समारोह के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उन लोगों ने भी अपनी हाजिरी दर्ज कराई है, जो पेशेवर कलाकार नहीं हैं. यूपी, बिहार, गुजरात सहित अन्य राज्यों से भी कलाप्रेमियों ने अपनी पेंटिंग भेजी है. सभी पेटिंग हनुमान के विभिन्न लिलाओं पर आधारित हैं. कोई लंका कांड, तो कोई सुमेरु पर्वत, कोई लंकिनी कांड, तो किसी ने हनुमान को बाल स्वरूप में दिखाया है.
पेशेवर कलाकार न होते हुए भी नगर में लगने वाली कला प्रदर्शनी के साथ-साथ संकटमोचन संगीत समारोह में पिछले कई वर्षों से अपनी अलग-अलग पेंटिंग लगाकर कला दीर्घा का मान बढ़ाने वाले कलाकारों की भी कमी नहीं है. इसमें मानती शर्मा, माधुरी शर्मा, नीलम मिश्रा, प्रीति मल्लिक, प्रियंका खुशी जायसवाल, अंजनि मिश्रा, निहारिका सिंह, आशीष और सुमित जैसे दो दर्जन से ऊपर कलाकार शामिल हैं.
धनबाद की ट्रेडिशनल फोक आर्ट ने मानती शर्मा ने इस बार हनुमान जी का मुखौटा तैयार किया है. वे कहती है कि मेरी पेंटिंग गवई और बच्चों को ज्यादा पसन्द आती है, क्योंकि मन की अभिव्यक्ति को हम कुंचियों से प्रदर्शित करते हैं. वह कहती हैं कि पेशेवर कलाकार होना अलग है. मगर ऐसा नहीं है कि कला डिग्रियों से हासिल की जाए. कला एक गुण है, जिसे जितना साधा जाए वह उतना ही निखरती है.