वाराणसी: धर्म की नगरी में बालू से बनी हुई समुद्र मंथन की आकृति लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. क्योंकि यह कला हमें अक्सर ऐसे शहरों में देखने को मिलती है, जहां समुद्री टच होता है. समुद्र मंथन की आकृति के साथ ही धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज का भी स्टैचू बनाया गया है. रूपेश ने शहर के बीचोंबीच धर्म संघ में इसे बनाकर एक मिसाल पेश की है.
सैंट आर्ट है. जिसे मैंने यहां पर बाबा विश्वनाथ की नगरी में सावन के अवसर पर समुद्र मंथन किस तरह से हुआ, उससे कौन-कौन से प्रमुख रत्न निकले. इसके अलावा और क्या-क्या निकला उसको मैंने दर्शाया है. उसके साथ ही धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज का स्टैचू बनाया है.
-रूपेश सिंह, छात्र, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ