बरेली : जिले में बारादरी थाना क्षेत्र में पुलिस ने अपहरण कांड का खुलासा किया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि चचेरे भाई ने अपहरणकर्ताओं के साथ मिलकर खुद के अपहरण का ड्रामा रचते हुए अंडा व्यापारी भाई का बांदा से अपहरण कराया. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने 450 किलोमीटर दूर बरेली के एक गांव में बंधक बनाकर फिरौती की मांग कर डाली. इतना ही नहीं अगर जल्द फिरौती न मिलती तो अंडा व्यापारी भाई की हत्याकर लाश को संदूक में भरकर ठिकाने लगाने का भी प्लान बना लिया था, लेकिन इसके पहले पुलिस ने पूरे गैंग का खुलासा करते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर अंडा व्यापारी को मुक्त करा लिया.
पुलिस के मुताबिक, बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र में रहने वाली किरन कटियार ने अपने पति अनूप कटियार अपहरण का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. किरन का आरोप था कि अपहरण करने वालों ने पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी है. पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि 17 जनवरी को रिटायर्ड लेखपाल का बेटा अनूप कटियार बांदा में रहने वाले अंडा व्यापारी अपने चचेरे भाई हरीश कटियार के पास गया था, उसके बाद दोनों के मोबाइल नंबर बंद जा रहे हैं. अंडा व्यापारी के गायब होने के बाद उसकी पत्नी ने भी बांदा में अनूप कटियार के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था.
मुकदमा दर्ज होने के बाद बांदा पुलिस हरीश कटियार की तलाश कर रही थी, वहीं बरेली पुलिस अनूप कटियार की पत्नी के द्वारा दिखाए गए मुकदमे में दोनों की तलाश कर रही थी. पुलिस के मुताबिक, पता चला कि जिस गाड़ी से अनूप और हरीश का अपहरण हुआ है वो बरेली में दिखाई दी है. उसके बाद सर्विलांस और मुखबिर की सूचना पर देर रात पुलिस ने भोजीपुरा थाना क्षेत्र के मियांपुर गांव के एक मकान से अंडा व्यापारी हरीश कटियार को मुक्त कराया और उसके अपहरण करने के मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, बरेली के बारादरी और भोजीपुरा थाने की सयुंक्त कार्रवाई में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में पता चला कि जिस अनूप को पीड़ित मान रही थी, उसी ने अपने गैंग के साथ मिलकर अपने चचेरे भाई हरीश कटियार का अपहरण किया था. किसी को शक न हो उसके लिए खुद का भी अपने गैंग से अपहरण कराने का ड्रामा किया. उसके बाद अपने गैंग के सदस्यों से अनूप कटियार ने अपनी पत्नी किरन कटियार को फोन कर पांच लाख की फिरौती की मांग की, जबकि अंडा व्यापारी भाई हरीश कटियार की पत्नी को फोन कर 15 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी, साथ ही जल्द फिरौती न देने पर हत्या करने की धमकी दी थी.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि रिटायर्ड लेखपाल के बेटे अनूप कटियार ने अपनी आर्थिक तंगी दूर करने के लिए अपने ही चचेरे भाई हरीश का अपने गैंग के साथियों के साथ अपहरण किया था और इस गैंग ने इससे पहले भी दो बार हरीश का अपहरण करने का प्रयास किया था, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए थे. रिटायर्ड लेखपाल के बेटे अनूप कटियार ने अपने गैंग के साथियों के साथ मिलकर फिरौती के लिए अपने चचेरे भाई अंडा व्यापारी हरीश कटियार का 16 जनवरी की रात को बांदा जिले से अपहरण किया और हथियारों के बल पर 450 किलोमीटर दूर बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव में बंधक बनाकर रखा हुआ था. आरोपियों ने बांदा से बरेली पहुंचने के लिए हाईवे के रास्ते को ना चुनते हुए ग्रामीण क्षेत्र का रास्ता चुना था, जिसके बाद वह बरेली पहुंचे थे और फिर बेखौफ होकर अपने गैंग के साथ मिलकर अंडा व्यापारी भाई हरीश को बंधक बनाए हुए 15 लाख रुपये की फिरौती का इंतजार कर रहे थे.
पानी के बदले पिलाते थे शराब : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने खुलासा करते हुए बताया कि पूछताछ में आरोपियों और पीड़ित ने बताया कि उसे जब भी प्यास लगती थी तो उसे पीने के लिए पानी नहीं दिया जाता था बल्कि शराब पीने को दी जाती थी, ताकि वह नशे में चुपचाप पड़ा रहे. अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छूट अंडा व्यापारी हरीश कटियार ने बताया कि जब भी उसने पीने के लिए पानी मांगा तो उसे पानी के बदले शराब दी गई और उसी से उसने अपनी प्यास बुझाई. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अपहरण कांड का खुलासा करते हुए बताया कि अनूप कटियार ने खुद के अपहरण का ड्रामा रचते हुए अपने चचेरे भाई का अपने ही गैंग के सदस्यों से अपहरण कराया.
फिर अपनी पत्नी और चचेरे भाई हरीश कटियार की पत्नी को फोनकर 15 लाख रुपये की फिरौती की मांग की. पुलिस के मुताबिक, अगर जल्द फिरौती नहीं मिलती तो बदमाशों का प्लान हरीश कटियार की हत्याकर लाश को संदूक में रखकर उत्तराखंड में ठिकाने लगाने का था, लेकिन समय रहते पुलिस ने पूरे कांड का खुलासा करते हुए अनूप कटियार सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें एक महिला लीला भी है, जो बंधक बनाए गए हरीश कटियार और आरोपियों को खाना बनाकर खिलाता थी.
अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छूटने के बाद व्यापारी हरीश कटियार ने बरेली पुलिस का धन्यवाद करते हुए कहा कि अनूप कटियार को अपने सगे भाई से बढ़कर मानता था और कई बार उसको पैसे देकर मदद की थी, उसी ने उसका अपहरण कराया और हत्या की योजना बना रहा था, उसे विश्वास ही नहीं हो रहा है कि उसका चचेरा भाई अनूप कटियार उसके साथ ऐसा कर सकता है.
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