ETV Bharat / state

साक्षर फाउंडेशन ने जरूरतमंद बच्चों को वितरित किये ऊनी वस्त्र

यूपी के वाराणसी में रविवार को साक्षर इंडिया फाउंडेशन ने छात्रों को ऊनी वस्त्र प्रदान कर मदद की. इस दौरान कार्यक्रम में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन भी किया गया. कार्यक्रम में बच्चों ने दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी का संकल्प लिया. वहीं बच्चों ने कहा कि वह खुद भी मास्क लगाएंगे और लोगों को भी प्रेरित करेंगे.

साक्षर फाउंडेशन ने जरूरतमंद बच्चों को वितरित किये ऊनी वस्त्र
साक्षर फाउंडेशन ने जरूरतमंद बच्चों को वितरित किये ऊनी वस्त्र
author img

By

Published : Dec 6, 2020, 3:37 PM IST

वाराणसीः बदलते मौसम को देखते हुए साक्षर फाउंडेशन ने जरूरतमंदों को ऊनी वस्त्रों का वितरण किया. इस कड़ी में लगभग 30 बच्चों को ऊनी वस्त्र दिए गए. फाउंडेशन ने यह कदम बढ़ती ठंड को देखते हुए उठाया है. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महासचिव अखिल भारतीय संत समिति स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती और क्षेत्रीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव मौजूद रहे.

साक्षर फाउंडेशन ने लगभग 30 बच्चों की मदद की.

लॉकडाउन में छात्रों को पढ़ाया फ्री
साक्षर इंडिया फाउंडेशन ने जीवधीपुर क्षेत्र में वैश्विक महामारी और लॉकडाउन के समय छात्रों को फ्री में पढ़ाया था. यही नहीं उन्हें शिक्षा के लिए आवश्यक सामग्री भी दी थी. इसी कड़ी में रविवार को साक्षर फाउंडेशन ने मौसम में हुए बदलाव और बढ़ती ठंड को देखते हुए छोटे-छोटे बच्चों ऊनी वस्त्र प्रदान किये.

कोविड-19 की गाइडलाइन का किया पालन
कार्यक्रम में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों ने मास्क लगाए. यही नहीं कार्यक्रम में दो गज की दूरी का भी ध्यान रखा गया. इस दौरान सभी बच्चों ने यह संकल्प लिया कि हम मास्क लगाएंगे और लोगों को मास्क लगाने के लिए कहेंगे.

'सबसे बड़ा दान विद्या दान'
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया अक्षर स्वयं में ब्रह्म है. किसी व्यक्ति को शिक्षित करना उसे ब्रह्म के तादाद में बिठाने जैसा होता है. विद्या सभी धनों में श्रेष्ठ है. दान में भी विद्या दान श्रेष्ठ दान है. साक्षर इंडिया फाउंडेशन विद्यादान के साथ विद्या ऐसा क्षेत्र बना रही है, जहां जरूरतमंदों को अन्य वस्त्र और विद्या दान करना है यह महान कार्य है. इससे बच्चों का विकास होगा, जिससे समाज का निर्माण होगा.

च्यवनप्राश का भी किया वितरण
डॉक्टर सुनील मिश्रा ने बताया कि आने वाले शीत ऋतु को देखते हुए साक्षर इंडिया फाउंडेशन में निर्धन परिवारों के लगभग 30 बच्चे पढ़ने आते हैं. उन्हें गर्म ऊनी वस्त्र और च्यवनप्राश का वितरण किया गया. वैश्विक महामारी के दौर में वह इनका सेवन करें और स्वस्थ रहें.

वाराणसीः बदलते मौसम को देखते हुए साक्षर फाउंडेशन ने जरूरतमंदों को ऊनी वस्त्रों का वितरण किया. इस कड़ी में लगभग 30 बच्चों को ऊनी वस्त्र दिए गए. फाउंडेशन ने यह कदम बढ़ती ठंड को देखते हुए उठाया है. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महासचिव अखिल भारतीय संत समिति स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती और क्षेत्रीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव मौजूद रहे.

साक्षर फाउंडेशन ने लगभग 30 बच्चों की मदद की.

लॉकडाउन में छात्रों को पढ़ाया फ्री
साक्षर इंडिया फाउंडेशन ने जीवधीपुर क्षेत्र में वैश्विक महामारी और लॉकडाउन के समय छात्रों को फ्री में पढ़ाया था. यही नहीं उन्हें शिक्षा के लिए आवश्यक सामग्री भी दी थी. इसी कड़ी में रविवार को साक्षर फाउंडेशन ने मौसम में हुए बदलाव और बढ़ती ठंड को देखते हुए छोटे-छोटे बच्चों ऊनी वस्त्र प्रदान किये.

कोविड-19 की गाइडलाइन का किया पालन
कार्यक्रम में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों ने मास्क लगाए. यही नहीं कार्यक्रम में दो गज की दूरी का भी ध्यान रखा गया. इस दौरान सभी बच्चों ने यह संकल्प लिया कि हम मास्क लगाएंगे और लोगों को मास्क लगाने के लिए कहेंगे.

'सबसे बड़ा दान विद्या दान'
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया अक्षर स्वयं में ब्रह्म है. किसी व्यक्ति को शिक्षित करना उसे ब्रह्म के तादाद में बिठाने जैसा होता है. विद्या सभी धनों में श्रेष्ठ है. दान में भी विद्या दान श्रेष्ठ दान है. साक्षर इंडिया फाउंडेशन विद्यादान के साथ विद्या ऐसा क्षेत्र बना रही है, जहां जरूरतमंदों को अन्य वस्त्र और विद्या दान करना है यह महान कार्य है. इससे बच्चों का विकास होगा, जिससे समाज का निर्माण होगा.

च्यवनप्राश का भी किया वितरण
डॉक्टर सुनील मिश्रा ने बताया कि आने वाले शीत ऋतु को देखते हुए साक्षर इंडिया फाउंडेशन में निर्धन परिवारों के लगभग 30 बच्चे पढ़ने आते हैं. उन्हें गर्म ऊनी वस्त्र और च्यवनप्राश का वितरण किया गया. वैश्विक महामारी के दौर में वह इनका सेवन करें और स्वस्थ रहें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.