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वाराणसी: स्वामी पंजाबी जी महाराज के जन्मोत्सव पर सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का हुआ रुद्राभिषेक

धर्म की नगरी काशी में स्वामी पंजाबी जी महाराज के जन्मोत्सव पर सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का रुद्राभिषेक किया गया. राम जानकी मंदिर में हुए इस रुद्राभिषेक में देश के कई राज्यों से आए भक्त शामिल हुए.

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Published : Aug 4, 2019, 12:05 PM IST

काशी में सवा लाख शिवलिंगों का रुद्धाभिषेक.

वाराणसी: धर्म की नगरी काशी में विश्व शांति की कामना के लिए अस्सी घाट पर राम जानकी मंदिर में सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का रुद्राभिषेक किया गया. मान्यता यह है कि सावन में भगवान शंकर का केवल नाम लेने से ही व्यक्ति की सारी मनोकामना पूर्ण हो जाती है. ऐसे में अगर रुद्राभिषेक किया जाए तो हर मनोकामना पूरी होती है.

काशी में सवा लाख शिवलिंगों का रुद्धाभिषेक.

भक्तों की जुटी भीड़-

  • अस्सी घाट पर स्वामी पंजाबी जी महाराज के जन्म उत्सव पर आयोजित इस रुद्राभिषेक में देश के अलग-अलग राज्यों से भक्त काशी आते हैं.
  • काशी आकर भक्त भगवान शंकर का सामूहिक रुद्राभिषेक करते हैं.
  • वैदिक मंत्रों के बीच भक्तों ने बाबा का अभिषेक किया.
  • गणेश पूजन के बाद पंचामृत, दूध, दही, घी, शर्करा, शहद से भी शिवलिंग को स्नान कराया गया.

सावन के तीज के अवसर पर विश्व कल्याण हेतु सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का पूरे विधि-विधान से पूजन किया गया. रुद्राभिषेक किया जा रहा है, जिससे भगवान शिव प्रसन्न हो और देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में शांति रहे.

-रामनाथ दास, महामंडलेश्वर

हर वर्ष हम लोग सावन हरियाली तीज के दिन आते हैं. परम पूज्य संत पंजाबी जी महाराज के जन्म उत्सव के अवसर पर विश्व कल्याण के लिए हम लोग वार्षिक शिवलिंग का रुद्राभिषेक करते हैं और बाबा विश्वनाथ से यही कामना करते हैं कि वसुदेव कुटुंबकम के तर्ज पर सारे विश्व में शांति बनी रहे.

-पूजा, श्रद्धालु

वाराणसी: धर्म की नगरी काशी में विश्व शांति की कामना के लिए अस्सी घाट पर राम जानकी मंदिर में सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का रुद्राभिषेक किया गया. मान्यता यह है कि सावन में भगवान शंकर का केवल नाम लेने से ही व्यक्ति की सारी मनोकामना पूर्ण हो जाती है. ऐसे में अगर रुद्राभिषेक किया जाए तो हर मनोकामना पूरी होती है.

काशी में सवा लाख शिवलिंगों का रुद्धाभिषेक.

भक्तों की जुटी भीड़-

  • अस्सी घाट पर स्वामी पंजाबी जी महाराज के जन्म उत्सव पर आयोजित इस रुद्राभिषेक में देश के अलग-अलग राज्यों से भक्त काशी आते हैं.
  • काशी आकर भक्त भगवान शंकर का सामूहिक रुद्राभिषेक करते हैं.
  • वैदिक मंत्रों के बीच भक्तों ने बाबा का अभिषेक किया.
  • गणेश पूजन के बाद पंचामृत, दूध, दही, घी, शर्करा, शहद से भी शिवलिंग को स्नान कराया गया.

सावन के तीज के अवसर पर विश्व कल्याण हेतु सवा लाख पार्थिव शिवलिंगों का पूरे विधि-विधान से पूजन किया गया. रुद्राभिषेक किया जा रहा है, जिससे भगवान शिव प्रसन्न हो और देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में शांति रहे.

-रामनाथ दास, महामंडलेश्वर

हर वर्ष हम लोग सावन हरियाली तीज के दिन आते हैं. परम पूज्य संत पंजाबी जी महाराज के जन्म उत्सव के अवसर पर विश्व कल्याण के लिए हम लोग वार्षिक शिवलिंग का रुद्राभिषेक करते हैं और बाबा विश्वनाथ से यही कामना करते हैं कि वसुदेव कुटुंबकम के तर्ज पर सारे विश्व में शांति बनी रहे.

-पूजा, श्रद्धालु

Intro:धर्म की नगरी काशी में विश्व शांति की कामना के लिए वाराणसी के अस्सी घाट पर राम जानकी मंदिर में सवा लाख पार्थिव शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया। मान्यता यह है कि सावन में भगवान शंकर का केवल नाम लेने से ही व्यक्ति के सारे मनोकामना कौन हो जाती है ऐसे में अगर रुद्राभिषेक किया जाए तो हर मनोकामना पूरा होता है।


Body:अस्सी घाट पर स्वामी पंजाबी जी महाराज के जन्म उत्सव पर आयोजित इस रुद्राभिषेक में देश के अलग-अलग राज्यों से भक्त काशी हैं और भगवान शंकर का सामूहिक रुद्रा अभिषेक किया वैदिक मंत्रों के बीच भक्तों ने बाबा का अभिषेक किया तो वही गणेश पूजन के बाद पंचामृत, दूध, दही, घी, शर्करा, शहद से भी शिवलिंग को स्नान कराया गया।


Conclusion:महामंडलेश्वर रामनाथ दास ने बताया सावन के तीज के अवसर पर हम विश्व कल्याण हेतु सवा लाख पार्थिव शिवलिंग ओं का पूरे विधि-विधान से पूजन किया गया रुद्राभिषेक किया जा रहा है जिससे भगवान शिव प्रसन्न हो और देश ही नहीं पूरे विश्व में शांति रहे।

श्रद्धालु पूजा ने बताया कि हर वर्ष हम लोग सावन हरियाली तीज के दिन आते हैं परम पूज्य संत पंजाबी जी महाराज के जन्म उत्सव के अवसर पर विश्व कल्याण के लिए हम लोग वार्षिक शिवलिंग का रुद्राभिषेक करते हैं और बाबा विश्वनाथ से यही कामना करते हैं कि वसुदेव कुटुंबकम के तर्ज पर सारे विश्व में शांति बनी रहे।

अशुतोष
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