वाराणसी : वाराणसी में आयोजित अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में शिरकत करने भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी भी पहुंची हुई हैं. इस दौरान बीजेपी सांसद ने कहा कि अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन हमारे गृह मंत्री जी के आह्वान पर हुआ है. हिंदी के संवर्धन, महत्व को बताने के लिए, समझने व विस्तार के लिए गृहमंत्री निरंतर प्रयास करते रहते हैं. कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदी के प्रचार-प्रसार में प्रगति करने का है. हिंदी को पूरे देश में कैसे आत्मसात किया जाय, उस पर चर्चा होगी.
रीता बहुगुणा जोशी ने कहा- अंग्रेजी को दैनिक कार्यों से, शिक्षा से, जबतक कम नहीं करेंगे तब तक किसी क्षेत्रीय भाषा का उचित संवर्धन नहीं होगा. अपनी भाषा में अभिव्यक्ति हमेशा अच्छी होती है. देश में 57% लोग हिंदी जानते हैं. हिंदी को राजभाषा का दर्जा संविधान ने दिया है, इसलिए राजकीय कार्यों में हिंदी का 100 प्रतिशत अनुपालन हो. वहीं रीता बहुगुणा जोशी ने राशिद अल्वी के बयान पर कहा कि मैं समझती हूं कि ये आपत्तिजनक व संवेदनहीन बयान है. धर्मावलंबियों पर कुठाराघात करना लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं है.
रीता बहुगुणा जोशी ने सलमान खुर्शीद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि धार्मिक समूह पर क्लेश की बात नहीं करनी चाहिए. कहीं पर सामाजिक टकराव आये, ऐसा लेख नहीं होना चाहिए. चुनाव के समय ऐसा लिखना पता नहीं उनकी दृष्टि में कहां से आया है. अगर उनकी नजर किसी वोट बैंक पर है, तो ये वोट बैंक की राजनीति बन्द होनी चाहिए. राष्ट्र व लोकतंत्र में सेवाभाव से विकास की राजनीति होनी चाहिए, जो नरेंद्र मोदी जी और योगी जी कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि मोदी जी और योगी जी ने जो करिश्मे किए हैं. देश के सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक क्षेत्र में जो मूल्यों को बदला है, वो हमारे मुख्य आधार हैं. विपक्ष तो बौखलाया हुआ है. दौड़ रहा है कैसे किसी जाति समुदाय को अपनी ओर खीचें, तो ये राजनीति बन्द होनी चाहिए. जनता भारत की बहुत जागरूक है. उत्तर प्रदेश तो राजनीति का गढ़ है. कहा जाता है कि दिल्ली का रास्ता राजनीति में यूपी से होकर जाता है. इसलिए यूपी को बरगला लेना सम्भव नहीं है. भारतीय जनता पार्टी मजबूत है.
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