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पिंक एक्सप्रेस को लेकर वाराणसी की महिलाओं में खुशी, कहा- ड्राइवर भी होनी चाहिए महिला - पिंक बस यूपी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 17 एसी महिला स्पेशल एक्सप्रेस चलने की तैयारियां पूरी हो चुकी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों एक्सप्रेस की 50 बसों की खेप को जल्हद ही हरी झंडी दिखाई जानी है.

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Published : Mar 1, 2019, 4:42 AM IST

वाराणसी: जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने महिला दिवस से पहले महिलाओं को तोहफा देने के लिए पिंक एक्सप्रेस चलाने का फैसला लिया है.वहीं वाराणसी की महिलाएं इस बात से काफी खुश नजर आ रही हैं.वाराणसी की बेटियों का कहना है कि सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उनको बेहतरीन तोहफा देने का निर्णय किया है.

पिंक एक्सप्रेस की यह महिला स्पेशल बसें 8 रूट पर चलेंगी जिसमें प्रयागराज, आगरा, दिल्ली, झांसी, वाराणसी, गाजीपुर, कानपुर और लखनऊ है. इसके साथ ही साथ यह बसें उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड के हरिद्वार और हल्द्वानी के लिए भी चलाई जाएंगी.

पिंक एक्सप्रेस पर वाराणसी की महिलाओं की राय.

बसों के चलने से वाराणसी की महिलाओं के चेहरों पर खुशी की झलक दिखाई दे रही है.हालांकि, महिलाओं का कहना है कि बस में अगर पैसेंजर महिला है, कंडक्टर महिला है तो कहीं नकहीं इस बात की कमी जरूर खलेगी की बस के ड्राइवर महिला नहोकर पुरुष होंगे.अगर महिलाओं को इस क्षेत्र में भी मौका दिया जाएगा तो राज्य में महिला रोजगार बढ़ने की कवायद शुरू की जा सकती है.वाराणसी की बेटियों का कहना है कि राज्य सरकार ने महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बहुत ही अच्छा कदम उठाया है और इस कदम में चार चांद लग जाएंगे अगर इन बसों के चालक पुरुष नहोकर महिलाओं को बनाया जाए.

गौरतलब है कि महिला स्पेशल पिंक एक्सप्रेस को चलाने की जिम्मेदारी अवध डिपो को सौंपी गई है.इन बसों के चलने से वोल्वो से कम किराए में महिलाएं एक जिले से दूसरे जिले में सफर कर पाएंगी.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 फरवरी को इन बसों को हरी झंडी दिखा दी है और 44 सीटर इस बस में हर सीट पर पैनिक बटन के साथ साथ कई और आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं.सीसीटीवी कैमरे से लैस यह सभी महिला स्पेशल बसें यूपी-100 से लिंक है जिसमें महिला कंडक्टर और सुरक्षाकर्मी की तैनाती होगी.

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232 सीटों वाली इन बसों की कीमत लगभग 50 लाख बताई जा रही है यह बस से निर्भया योजना के तहत खरीदी गई हैं.महिलाओं को जिस तरह की इव टीजिंग और छेड़छाड़ का सामना पब्लिक बसों में करना पड़ता है उसको देखते हुए इन बसों में हर तरह की पत्नी की सुविधा दे कर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है. इन बसों में पुरुषों को भी चलने की अनुमति है मगर उसकी शर्त यह होगी कि वह पुरुष किसी महिला का संबंधी होना चाहिए जो उस बस से सफर कर रही हो.यानी अपने परिवार के संग सफर करने के लिए महिलाओं को परेशानी नहीं होगी वह इस पिंक बस में अपने पूरे परिवार को ले जा सकती है.

वाराणसी: जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने महिला दिवस से पहले महिलाओं को तोहफा देने के लिए पिंक एक्सप्रेस चलाने का फैसला लिया है.वहीं वाराणसी की महिलाएं इस बात से काफी खुश नजर आ रही हैं.वाराणसी की बेटियों का कहना है कि सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उनको बेहतरीन तोहफा देने का निर्णय किया है.

पिंक एक्सप्रेस की यह महिला स्पेशल बसें 8 रूट पर चलेंगी जिसमें प्रयागराज, आगरा, दिल्ली, झांसी, वाराणसी, गाजीपुर, कानपुर और लखनऊ है. इसके साथ ही साथ यह बसें उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड के हरिद्वार और हल्द्वानी के लिए भी चलाई जाएंगी.

पिंक एक्सप्रेस पर वाराणसी की महिलाओं की राय.

बसों के चलने से वाराणसी की महिलाओं के चेहरों पर खुशी की झलक दिखाई दे रही है.हालांकि, महिलाओं का कहना है कि बस में अगर पैसेंजर महिला है, कंडक्टर महिला है तो कहीं नकहीं इस बात की कमी जरूर खलेगी की बस के ड्राइवर महिला नहोकर पुरुष होंगे.अगर महिलाओं को इस क्षेत्र में भी मौका दिया जाएगा तो राज्य में महिला रोजगार बढ़ने की कवायद शुरू की जा सकती है.वाराणसी की बेटियों का कहना है कि राज्य सरकार ने महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बहुत ही अच्छा कदम उठाया है और इस कदम में चार चांद लग जाएंगे अगर इन बसों के चालक पुरुष नहोकर महिलाओं को बनाया जाए.

गौरतलब है कि महिला स्पेशल पिंक एक्सप्रेस को चलाने की जिम्मेदारी अवध डिपो को सौंपी गई है.इन बसों के चलने से वोल्वो से कम किराए में महिलाएं एक जिले से दूसरे जिले में सफर कर पाएंगी.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 फरवरी को इन बसों को हरी झंडी दिखा दी है और 44 सीटर इस बस में हर सीट पर पैनिक बटन के साथ साथ कई और आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं.सीसीटीवी कैमरे से लैस यह सभी महिला स्पेशल बसें यूपी-100 से लिंक है जिसमें महिला कंडक्टर और सुरक्षाकर्मी की तैनाती होगी.

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232 सीटों वाली इन बसों की कीमत लगभग 50 लाख बताई जा रही है यह बस से निर्भया योजना के तहत खरीदी गई हैं.महिलाओं को जिस तरह की इव टीजिंग और छेड़छाड़ का सामना पब्लिक बसों में करना पड़ता है उसको देखते हुए इन बसों में हर तरह की पत्नी की सुविधा दे कर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है. इन बसों में पुरुषों को भी चलने की अनुमति है मगर उसकी शर्त यह होगी कि वह पुरुष किसी महिला का संबंधी होना चाहिए जो उस बस से सफर कर रही हो.यानी अपने परिवार के संग सफर करने के लिए महिलाओं को परेशानी नहीं होगी वह इस पिंक बस में अपने पूरे परिवार को ले जा सकती है.

Intro:वाराणसी। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने महिला दिवस से पहले महिलाओं को तोहफा देने के लिए पिंक एक्सप्रेस चलाने का फैसला लिया है, वहीं वाराणसी की महिलाएं इस बात से काफी खुश नजर आ रही हैं। वाराणसी की बेटियों का कहना है कि सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर उनको बेहतरीन तोहफा देने का निर्णय किया है। हालांकि, महिलाओं का यह भी कहना है कि अगर इस पिंक एक्सप्रेस में थोड़े बहुत बदलाव कर दिया जाए तो यह पूरी तरह से महिलाओं के लिए सुरक्षित है और साथ ही इन बदलाव के होने पर राज्य की महिलाओं के रोजगार में भी बढ़ावा मिलेगा।


Body:VO1: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 17 एसी महिला स्पेशल एक्सप्रेस चलने की तैयारियां पूरी हो चुकी है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों एक्सप्रेस की 50 बसों की खेप को हरी झंडी दिखाई जानी है। पिंक एक्सप्रेस की यह महिला स्पेशल बसें 8 रूट पर चलेंगी जिसमें प्रयागराज, आगरा, दिल्ली, झांसी, वाराणसी, गाजीपुर, कानपुर और लखनऊ है इसके साथ ही साथ यह बसें उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड के हरिद्वार और हल्द्वानी के लिए भी चलाई जाएंगी। इन बसों के चलने से वाराणसी की महिलाओं के चेहरों पर खुशी की झलक दिखाई दे रही है। हालांकि, महिलाओं का कहना है कि बस में अगर पैसेंजर महिला है, कंडक्टर महिला है तो कहीं ना कहीं इस बात की कमी जरूर खलेगी की बस के ड्राइवर महिला ना होकर पुरुष होंगे। अगर महिलाओं को इस क्षेत्र में भी मौका दिया जाएगा तो राज्य में महिला रोजगार बढ़ने की कवायद शुरू की जा सकती है। वाराणसी की बेटियों का कहना है कि राज्य सरकार ने महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बहुत ही अच्छा कदम उठाया है और इस कदम में चार चांद लग जाएंगे अगर इन बसों के चालक पुरुष ना होकर महिलाओं को बनाया जाए। राज्य की महिला को ट्रेनिंग देकर उन्हें यहां भी रोजगार दिया जाना चाहिए।

बाइट: वाराणसी में महिलाओं से पिंक एक्सप्रेस पर रिएक्शन


Conclusion:VO2: गौरतलब है कि महिला स्पेशल पिंक एक्सप्रेस को चलाने की जिम्मेदारी अवध डिपो को सौंपी गई है। इन बसों के चलने से वोल्वो से कम किराए में महिलाएं हम एक जिले से दूसरे जिले में सफर कर पाएंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 फरवरी को इन बसों को हरी झंडी दिखा दी है और 44 सीटर इस बस में हर सीट पर पैनिक बटन के साथ साथ कई और आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं। सीसीटीवी कैमरे से लैस यह सभी महिला स्पेशल बसें यूपी-100 से लिंक है जिसमें महिला कंडक्टर और सुरक्षाकर्मी की तैनाती होगी। 232 सीटों वाली इन बसों की कीमत लगभग 50 लाख बताई जा रही है यह बस से निर्भया योजना के तहत खरीदी गई हैं और महिलाओं को जिस तरह की इव टीजिंग और छेड़छाड़ का सामना पब्लिक बसों में करना पड़ता है उसको देखते हुए इन बसों में हर तरह की पत्नी की सुविधा दे कर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। इन बसों में पुरुषों को भी चलने की अनुमति है मगर उसकी शर्त यह होगी कि वह पुरुष किसी महिला का संबंधी होना चाहिए जो उस बस से सफर कर रही हो। यानी अपने परिवार के संग सफर करने के लिए महिलाओं को परेशानी नहीं होगी वह इस पिंक बस में अपने पूरे परिवार को ले जा सकती है।

Regards
Arnima Dwivedi
Varanasi
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