वाराणसी: कोरोना को लेकर देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन के बीच सरकार ने एक बार फिर दूरदर्शन पर रामायण का प्रसारण शुरू कर दिया है. रामायण के प्रसारण की घोषणा के साथ ही हर वर्ग के लोग इसे देखने के लिए लालायित हैं. पूरे देश सहित वाराणसी में भी जैसे ही रामायण शुरू हुई, सब लोग टीवी के सामने चिपक गए. सभी लोगों ने रामायण को देखा और अपने अनुभव को साझा किया.
देशभर में कोरोना वायरस का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. कोरोना के अब तक 800 से ज्यादा मामले आ चुके हैं. इसको लेकर के लॉकडाउन भी है. ऐसे में लोगों से घरों में रहने की अपील भी की जा रही है. इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को साफ किया था कि जनता की मांग पर दूरदर्शन पर शनिवार से रामायण सीरियल का प्रसारण होगा. उसका पहला एपिसोड सुबह 9:00 बजे और दूसरा रात को 9:00 बजे दिखाया जाएगा.
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दूरदर्शन पर पहली बार रामायण का प्रसारण 25 जनवरी 1987 में शुरू हुआ था और आखिरी एपिसोड 31 जुलाई 1988 को देखने को मिला था. सीरियल में राम का किरदार अरुण गोविल और सीता का किरदार दीपिका और लक्ष्मण का किरदार निभाया था और इसके निर्माता और निर्देशक रामानंद सागर थे. रामायण के साथ-साथ 28 मार्च दोपहर 12:00 बजे और शाम 7:00 बजे डीडी भारती चैनल पर महाभारत के भी दो एपिसोड दिखाए जाएंगे. इसका प्रसारण 1988 से 1990 तक दूरदर्शन पर किया गया था.
वाराणसी के रहने वाले रोशन लाल शर्मा ने बताया कि हमारे यहां उस समय टीवी हुआ करती थी और जब रामायण आता था तो पूरे कॉलोनी का जमावड़ा हो जाता था. लोग अपने काम को भूल जाते थे सब लोग रामायण देखने में खो जाते थे. वही कमला शर्मा काकहना रहा की धार्मिक प्रसंगों को देखकर लोगो का मनोभाव बदलेगा और लोगों को नई सीख भी मिलेगी.
पूजा शर्मा ने बताया कि सरकार ने जो निर्णय लिया है, वह बेहद ही सही है क्योंकि इस समय लोगों को घर में रहना चाहिए और उम्मीद है कि लोग रामायण देखने के लिए घर में बैठे रहेंगे. लॉकडाउन किया गया है उसका लोग पालन भी करेंगे.