वाराणसी: राजस्थान की राज्य संपत्ति ऊंटों को तस्करी कर बागपत से बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल ले जाया जा रहा था. नई दिल्ली की एनजीओ गौ-ज्ञान फाउंडेशन (NGO Gau-Gyan Foundation delhi) की स्वयंसेविका आर लतादेवी (Gau Gyan Foundation Volunteer R Lata Devi) ने बीते सोमवार (27 जून) को वाराणसी के रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने प्रकरण की जांच शुरू की.
नई दिल्ली के सफदरजंग डेवलपमेंट एरिया, हौज खास दक्षिण की रहने वालीं आर लता देवी ने बताया कि सोमवार को एनएच 2 पर त्रिपाल से ढका हुआ एक ट्रक जा रहा था. ट्रक से ऊंटों की आवाज आने के कारण उन्होंने ट्रक का पीछा कर चालक को रुकने का इशारा किया. इस पर ट्रक चालक ने गाड़ी को टक्कर मारने की कोशिश की. इसके बाद लता देवी ने 112 नंबर पर फोन किया और पुलिस की सक्रियता की मदद से ट्रक को रामनगर क्षेत्र में रुकवाने में सफल रहीं.
ट्रक से त्रिपाल को हटाया गया तो उसके अंदर से 16 ऊंट बरामद हुए. सभी के पैर और मुंह बंधे हुए थे और उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. ट्रक में मौजूद 3 लोगों से पुलिस ने पूछताछ की. इसमें आरोपियों की शिनाख्त बागपत के कोतवाली थाना के केजीपुरा के माजिद, फोर्ट रोड ईदगाह कॉलोनी के मोहम्मद रिजवान राजपूत और मोहम्मद जाकिर के तौर पर हुई.
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पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि बागपत जिले के दोघाट थाना के बढ़त गांव का रहने वाला मोहम्मद आबिद ऊंटों की तस्करी कराता है. आबिद राजस्थान से ऊंटों को चोरी से बागपत मंगवाता है. इसके बाद उन्हें कटने के लिए कोलकाता भेजता है. कोलकाता से ऊंट अलग-अलग ठिकानों को भेजे जाते हैं. इस संबंध में रामनगर थाना प्रभारी अश्विनी पांडेय ने बताया कि मालवाहक से 16 ऊंट बरामद कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है. इसमें अन्य जिस किसी की भी संलिप्तता उजागर होगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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