वाराणसी: सरदार सेना के कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार द्वारा देश के सरकारी कंपनियों, संपत्तियों के निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने देश के युवा बेरोजगारों व सरकार के किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ वाराणसी के सदर तहसील का घेराव किया गया.
सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरएस पटेल ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश की सरकारी कंपनियां, सम्पत्तियां चंद पूंजीपतियों के हाथों में बेची जा रही हैं. सरकार द्वारा किये जा रहे निजीकरण के खिलाफ सरदार सेना प्रदेशव्यापी विरोध-प्रदर्शन के माध्यम से राष्ट्रपति को अवगत कराने का प्रयास किया है.
ज्ञापन देकर सरदार सेना ने मांग की कि उनकी प्रथम मांग केन्द्र सरकार द्वारा देश की सरकारी कंपनियां, संपत्तियों का निजीकरण तत्काल बंद किया जाय, जो कि पूजीपतियों के हाथों में बेची जा रही है. यह देश को दोबारा गुलाम बनाये जाने की साजिश की जा रही है. दूसरी मांग है कि देश में युवा बेरोजगारों हेतु रोजगार के अवसर प्रदान किये जाएं.
पटेल ने कहा कि देश के युवा बेरोजगारी के हालत में दर-ब-दर ठोकरें खाने को मजबूर हैं तथा रोजगार न मिलने से युवा आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. सरदार सेना ने अपने पत्रक में तीसरी मांग यह की है कि सरकार द्वारा किसान विरोधी कृषि बिल जो लोकसभा एवं राज्यसभा में पास किया गया है. वह तत्काल निरस्त किया जाय क्योंकि पारित किये गये तीनों विधेयक देश के किसानों के हित में नहीं है.