वाराणसी : आज वाराणसी के कैंट रोडवेज पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने विशाल धरना प्रदर्शन किया. यह धरना प्रदर्शन राष्ट्रीयकृत मार्गों पर प्राइवेट बस चलाने के विरोध में किया गया. रोडवेज कर्मचारियों ने मांग की है कि राष्ट्रीयकृत मार्गों पर निजी बस चलाने की योजना को वापस लिया जाए.
इस संबंध में बात करते हुए कैंट डिपो के शाखा मंत्री विभूतिनारायण सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा रोडवेज को 7 प्रतिशत रोड मिला हुआ है, लेकिन सरकार उस पर भी प्राइवेड गाड़ियों को चलाने की परमिट जारी कर रही है, जिसका हम सभी कर्मचारी विरोध कर रहे हैं. रोडवेज कर्मचारी अपना ज्ञापन मंडलायुक्त को देंगे और क्षेत्रीय प्रबंधक के माध्यम से प्रबंध निदेशक को भी भेजा जाएगा. अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं सुनती तो हम किसी भी स्तर पर जाने के लिए तैयार हैं.
विभूति नारायण सिंह ने कहा कि हमारे क्षेत्र में दस डिपो है. यहां दस डिपो के लोग आए हुए हैं. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक हम सब अपनी मांगों को लेकर लड़ाई लड़ते रहेंगे. आज मंडलायुक्त के माध्यम से हमारी मांगें शासन तक पहुंचेगी.
क्षेत्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि हमारी प्रमुख मांग यही है कि हमारी राष्ट्रीयकृत मार्गों को बढ़ाया जाए. मृतक आश्रित कर्मचारियों को नियमित किया जाए. 2001 के संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए. वेतन विसंगतिया संबंधित हमारी कुल सात सूत्रीय मांग पत्र है, जिसे हम लोग मंडलायुक्त के माध्यम से सरकार तक पहुंचाएंगे. अगर सरकार ने हमारी मांगों को नजर अंदाज किया तो अगला आंदोलन उग्र होगा.