ETV Bharat / state

वाराणसी: अब कोरोना जांच के लिए निजी अस्पतालों को उपलब्ध होंगी PPE किट - कोरोना की जांच

वाराणसी शहर में रविवार को राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने चिकित्सकों के साथ ऑनलाइन बैठक की. बैठक में कोरोना के बढ़ते मामलों व चिकित्सा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई. राज्यमंत्री ने कहा कि प्राइवेट चिकित्सक भी अब कोरोना संक्रमितों के इलाज में साथ दे सकते हैं.

कोरोना जांच के लिए निजी अस्पतालों को उपलब्ध होंगी PPE किट
कोरोना जांच के लिए निजी अस्पतालों को उपलब्ध होंगी PPE किट
author img

By

Published : Aug 17, 2020, 2:21 PM IST

वाराणसी: उत्तर प्रदेश स्टाम्प एवं पंजीयन विभाग राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने रविवार को प्राइवेट डॉक्टर्स व प्राइवेट पैथोलॉजी संचालकों, जिलाधिकारी व सीएमओ के साथ वर्चुअल बैठक की. बैठक का आयोजन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर किया गया था.

ऑनलाइन बैठक में राज्यमंत्री ने शहर की चिकित्सा व्यवस्था को लेकर निजी पैथोलॉजी संचालकों के साथ चर्चा की. उन्होंने बताया कि जहां एक ओर पूरा देश एकजुट होकर कार्य कर रहा है, वहीं बढ़ते मरीजों की संख्या चिकित्सा विभाग के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.

ऐसे में होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों की देखभाल व नियमित ब्लड प्रेशर, सुगर, स्वास सम्बन्धी, खांसी बुखार, पल्स ऑक्सीमीटर सम्बन्धी जांचें होती रहनी चाहिए. साथ ही संक्रमितों को चिकित्सकीय परामर्श मिलता रहे, इसके लिए सभी गैर सरकारी चिकित्सकों व अधिक से अधिक टेस्ट के लिए प्राइवेट पैथोलॉजी को आगे आना चाहिए.

यदि निजी चिकित्सालयों में रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए अस्पताल संचालक नियमित रुप से ICMR पर अपडेट कर सकें, तो इसके लिये उचित मात्रा में एंटीजन किट उपलब्ध कराई जाएगी. मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने कहा कि यदि होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों को परामर्श की आवश्यकता हो तो वह भी गैर सरकारी चिकित्सकों से शुल्क अथवा बिना शुल्क के परामर्श ले सकते हैं.

इस संबंध में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जो भी चिकित्सक अपनी शुल्क अथवा निःशुल्क सेवाएं दे सकें, वे अपनी डिटेल्स व इच्छुक क्षेत्र के मरीजों से फोन, फिजिकल अथवा व्हाट्सएप्प के माध्यम से जुड़ने के लिए शासन ने अनुमित ले सकते हैं.

वाराणसी: उत्तर प्रदेश स्टाम्प एवं पंजीयन विभाग राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने रविवार को प्राइवेट डॉक्टर्स व प्राइवेट पैथोलॉजी संचालकों, जिलाधिकारी व सीएमओ के साथ वर्चुअल बैठक की. बैठक का आयोजन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर किया गया था.

ऑनलाइन बैठक में राज्यमंत्री ने शहर की चिकित्सा व्यवस्था को लेकर निजी पैथोलॉजी संचालकों के साथ चर्चा की. उन्होंने बताया कि जहां एक ओर पूरा देश एकजुट होकर कार्य कर रहा है, वहीं बढ़ते मरीजों की संख्या चिकित्सा विभाग के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.

ऐसे में होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों की देखभाल व नियमित ब्लड प्रेशर, सुगर, स्वास सम्बन्धी, खांसी बुखार, पल्स ऑक्सीमीटर सम्बन्धी जांचें होती रहनी चाहिए. साथ ही संक्रमितों को चिकित्सकीय परामर्श मिलता रहे, इसके लिए सभी गैर सरकारी चिकित्सकों व अधिक से अधिक टेस्ट के लिए प्राइवेट पैथोलॉजी को आगे आना चाहिए.

यदि निजी चिकित्सालयों में रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए अस्पताल संचालक नियमित रुप से ICMR पर अपडेट कर सकें, तो इसके लिये उचित मात्रा में एंटीजन किट उपलब्ध कराई जाएगी. मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने कहा कि यदि होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों को परामर्श की आवश्यकता हो तो वह भी गैर सरकारी चिकित्सकों से शुल्क अथवा बिना शुल्क के परामर्श ले सकते हैं.

इस संबंध में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जो भी चिकित्सक अपनी शुल्क अथवा निःशुल्क सेवाएं दे सकें, वे अपनी डिटेल्स व इच्छुक क्षेत्र के मरीजों से फोन, फिजिकल अथवा व्हाट्सएप्प के माध्यम से जुड़ने के लिए शासन ने अनुमित ले सकते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.