वाराणसी: पीएम मोदी के आदर्श गांव डुमरी के रहने वाले मंगला प्रसाद केवट की लॉकडाउन में किसी ने मदद नहीं की. जब कहीं सुनवाई न होने पर मंगला प्रसाद केवट ने पीएमओ का दरवाजा खटखटाया, जहां पर उन्होंने राशन कार्ड बनवाने के लिए मदद मांगी, जिसके बाद पीएमओ ने मदद का भरोसा दिलवाया और उनके घर खाने के लिए सामान भिजवाया. वहीं जिले के डीएम कौशल राज शर्मा ने मंगला प्रसाद केवट की परेशानियों को देखते हुए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है.
दरअसल, मंगला प्रसाद एक ट्रॉली चालक है और लॉकडाउन में सब कुछ बंद होने के कारण वह अपनी ट्रॉली नहीं चला पा रहे हैं. इससे उनकी आमदनी बंद हो गई है. ऐसे में गुजारा कर पाना उनके लिए कठिन हो रहा है, जिसके बाद उन्होंने राशन कार्ड बनवाने के लिए प्रधान के घर के चक्कर लगाए, परंतु किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हुई. वहीं तो मजबूरी में मंगला प्रसाद केवट ने पीएमओ से मदद की गुहार लगाई. वहीं पीएमओ ने मदद का भरोसा दिलवाया और उनके घर खाने के लिए सामान भिजवाया.
डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि मंगला प्रसाद केवट के राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो गई थी और अप्रैल माह में उनके अकाउंट में राज्य सरकार की तरफ से 1 हजार रुपया प्रदान किया था. डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि जैसे ही लॉकडाउन के बाद नई स्कीम आती है, वैसे ही मंगला प्रसाद केवट को योजना के तहत ई-रिक्शा दी जाएगी, जिससे वे आसानी से जीविका चला सके.
बता दें कि यह वही मंगला प्रसाद केवट है जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है. जब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी आते हैं तो एक बार उनसे मुलाकात जरूर करते हैं. मंगला प्रसाद केवट मालवीय पुल का संरक्षण भी करते हैं और जब प्रधानमंत्री बीते दिनों वाराणसी आए थे तो उन्होंने उनसे मुलाकात भी की थी.
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