वाराणसीः काशी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम का शुभारंभ गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने किया. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में देश की नई शिक्षा नीति को लेकर कई अहम बातें कहीं. उन्होंने कहा कि हम केवल डिग्री धारक युवा तैयार न करें, बल्कि देश को आगे बढ़ने के लिए जितने भी मानव संसाधनों की जरूरत हो, हमारी शिक्षा व्यवस्था वो देश को दें. उन्होंने कहा कि युवा युवा skilled और confident हों इसके लिए नई शिक्षा नीति जमीन तैयार कर रही है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति अब मातृभाषा में पढ़ाई के रास्ते खोल रही है.
पीएम ने कहा कि इस संकल्प का नेतृत्व हमारे शिक्षकों और शिक्षण संस्थानों को करना है. कोरोना की इतनी बड़ी महामारी से हम न केवल इतनी तेजी से उबरे, बल्कि आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ रही बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में एक हैं.
पीएम ने कहा कि आज हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम हैं. स्पेस टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में जहां पहले केवल सरकार ही सब करती थी वहां अब प्राइवेट प्लेयर्स के जरिए युवाओं के लिए नई दुनिया बन रही है. देश की बेटियों के लिए, महिलाओं के लिए भी जो क्षेत्र पहले बंद हुआ करते थे, आज वो सेक्टर बेटियों की प्रतिभा के उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि नई नीति में पूरा फोकस बच्चों की प्रतिभा और पसंद के हिसाब से उन्हें skilled बनाने पर है. हमारे युवा skilled हों, confident हों, practical और calculative हो, शिक्षा नीति इसके लिए जमीन तैयार कर रही है.
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए देश के एजुकेशन सेक्टर में एक बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी काम हुआ है. उन्होंने कहा कि आज देश में बड़ी संख्या में नए कॉलेज खुल रहे हैं, नए विश्वविद्यालय खुल रहे हैं, नए IIT और IIM की स्थापना हो रही है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति अब मातृभाषा में पढ़ाई के रास्ते खोल रही है. इसी क्रम में, संस्कृत जैसी प्राचीन भारतीय भाषाओं को भी आगे बढ़ाया जा रहा है. वहीं, इससे पहले काशी आने पर सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पीएम मोदी का स्वागत एयरपोर्ट पर किया. इस मौके पर पीएम मोदी ने अक्षय पात्र किचेन का लोकार्पण भी किया.
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