वाराणसी : जनपद में स्वास्थ्य विभाग ने बेहतर समन्वय और त्रुटि विहीन कार्यों के बदौलत इतिहास रच दिया है. दरअसल, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कायाकल्प अवार्ड योजना 2021-22 के लिए वाराणसी जिले के सभी 6 ब्लॉकों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पुरस्कृत किया गया है. बता दें कि यह पहली बार हुआ है जब जनपद के सभी ब्लॉक पीएचसी ने कायाकल्प अवार्ड प्राप्त किया है. इसके साथ ही जिले के 2 हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी कायाकल्प को अवार्ड मिला है.
डॉक्टर संदीप चौधरी ने बताया कि कायाकल्प अवार्ड मिलने के साथ ही जनपद के सभी ग्रामीण एवं शहरी पीएचसी व सीएचसी पर चिकित्सक एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को लगातार बेहतर किया जा रहा है. जिससे समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक को इसका लाभ मिल सके. उन्होंने बताया कि पीएचसी पर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के साथ, परिवार कल्याण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, किशोर-किशोरी स्वास्थ्य, संचारी एवं गैर संचारी रोग की स्क्रीनिंग व उपचार, पैथोलॉजी की जांच इत्यादि की सुविधा निशुल्क दी जा रही हैं. डॉक्टर संदीप चौधरी ने बताया ने खुशी जाहिर कर कहा कि इतने सालों में पहली बार हुआ है. जब जनपद के सभी ब्लॉकों के पीएचसी को एक साथ कायाकल्प का अवार्ड मिला है.
70 फीसदी से ज्यादा अंक प्राप्त करने पर मिलता है अवार्ड
वाराणसी जिले के 6 ब्लॉक पिंडरा, हरहुआ, सेवापुरी, काशी विद्यापीठ, चिरईगांव एवं बड़ा गांव को क्रमानुसार 81.4 प्रतिशत, 79.1 प्रतिशत,75.5 प्रतिशत, 74.5 प्रतिशत, 73.2 प्रतिशत एवं 91.8 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं. इनमें से पिंडरा पीएचसी ने सभी मानकों को प्राप्त करते हुए जनपद में सर्वश्रेष्ठ पीएचसी का दर्जा हासिल किया है.
इस बारे में शहरी मंडलीय कंसल्टेंट मयंक राय ने बताया कि शहरी पीएचसी मंडुआडीह एवं पांडेपुर को भी पहला व दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है. उन्होंने बताया कि राज्य स्तर से एक्सटर्नल एसेसमेंट में 70 या 70 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त होने पर कायाकल्प का अवार्ड दिया जाता है. इसके अलावा पीएचसी के मानकों के आधार पर अलग-अलग धनराशि सरकार की ओर से दी जाती है. यह धनराशि 2 लाख से 50 हजार के बीच होती है.
इन सात मानकों के आधार पर मिलता है अवॉर्ड
- चिकित्सालय रखरखाव एवं प्रबंधन
- साफ-सफाई एवं स्वच्छता
- चिकित्सालय में मौजूद सेवाएं
- बायोमेडिकल एवं कचरा प्रबंधन
- संक्रमण नियंत्रण
- स्वच्छता प्रोत्साहन
- अस्पताल सीमा प्रबंधन
इसे पढ़ें- दलित डिलीवरी ब्वॉय से जाति पूछकर खाना लेने से किया इनकार, पीटकर भगा दिया