वाराणसी: सरकार महंगाई को नियंत्रित करने की बात कहती है, लेकिन हर दिन महंगाई बढ़ती जा रही है. बीते वर्ष की तरह इस वर्ष सरसों की खेती ज्यादा हुई है,लेकिन सरसों तेल के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है. साथ ही दलहन के सामानों की कीमतों में भी इजाफा हो रहा है, जिसकी वजह से लोगों का बजट बिगड़ गया है. लोगों का कहना है कि जब अभी फुटकर में तेल 180 से 200 रुपये किलो बिक रहा है तो भविष्य में इसकी क्या कीमत होगी. आइए जानते हैं कि लगातार बढ़ रहे दामों से ग्राहक और व्यापारियों को कितनी समस्याएं हो रही हैं.
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ग्राहकों की है कमी
विशेश्वरगंज गल्ला मंडी के व्यापारी प्रतीक गुप्ता ने बताया कि दामों में इजाफा होने से ग्राहकों का भी टोटा है. वरना लग्न की सीजन में पूरी गल्ला मंडी ग्राहकों से पटी रहती थी. वर्तमान में बहुत क्रम ग्राहक आ रहे हैं, जिन्हें 5 से 10 किलो खरीदना होता था, वह 2-4 किलो खरीद रहे हैं. ऐसे में स्टॉक जस का तस पड़ा हुआ है और खरीदार न के बराबर है. लोगों की परचेसिंग पावर खत्म हो गई है. ऐसे में ग्राहकों को तो दिक्कत हो ही रही है लेकिन, हम व्यापारियों की हालत भी काफी खराब है.
सरसों तेल के भाव
ब्रांड | थोक (रुपये) | फुटकर (रुपये) |
सलोनी | 170 - 175 | 175 -200 |
बैल कोल्हू | 166 | 170 -180 |
फॉर्च्यून | 165 | 180 - 190 |
पतंजलि | 170 | 175 -180 |
रिफाइंड तेल के भाव
तेल | थोक | फुटकर |
सोयाबीन | 155 | 160 |
बादाम | 180 | 190 |
सनफ्लावर | 200 | 210 |