वाराणसी: 2019 के अंतिम सूर्य ग्रहण की शुरुआत 8:21 पर हो चुकी है और अब इसका मध्यान्ह 9:40 पर हुआ. इसके साथ ही साथ 11:14 पर ग्रहण का मोक्ष होगा. इन सब के बीच काशी के घाटों पर आस्था का जनसैलाब देखने को मिल रहा है. महिलाएं एक तरफ जहां बैठकर भजन-कीर्तन कर रही हैं. वहीं ग्रहण की शुरुआत के साथ ही लोगों ने आस्था की डुबकी लगाकर भगवान पर आए कष्ट को दूर करने की प्रार्थना करनी भी शुरू कर दी है.
काशी के घाट पर विद्वानों ने बताया कि इस ग्रहण का क्या प्रभाव होगा और सामाजिक दृष्टि के साथ विभिन्न राशियों पर इसका क्या असर देखने को मिलेगा.
काशी के घाटों पर उमड़ी भीड़
काशी के घाटों का ग्रह के दौरान जबरदस्त तरीके से भीड़ उमड़ी हुई है. इस ग्रहण को लेकर पंडित पवन त्रिपाठी ज्योतिषाचार्य ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने बताया कि यह ग्रहण धनु राशि पर लगा है और मूल नक्षत्र में. इसलिए इसका सीधा असर सामाजिक दृष्टि से बहुत ज्यादा पड़ने जा रहा है. जिसका असर भूस्खलन भूकंप, अतिवृष्टि और भीषण गर्मी के रूप में देखने को मिलेगा. सूर्य ग्रहों का राजा होता है और मंत्रिमंडल के अन्य ग्रह उसके अधीन कार्य करते हैं इस वजह से इस ग्रहण का असर देश की सत्ता पक्ष पर भी सीधा पड़ेगा और विपक्ष हावी होगा.
क्या बोले ज्योतिषाचार्य
ज्योतिषाचार्य पंडित पवन त्रिपाठी ने बताया कि इस ग्रहण का प्रभाव 4 राशियों कुंभ, तुला, कर्क और मीन पर ज्यादा नहीं पड़ेगा. लेकिन अन्य राशियों पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा.